सोमवार, 17 मई 2021

ताऊते चक्रवात हुआ अति गम्भीर, प्रशासन हाई अलर्ट पर

एसडीआरएफ को तैयार रहने की हिदायत, बीएसएफ से समन्वय

साइक्लोन ताऊते के लिए जिले में पुख्ता प्रबंध - लोक बंधु
सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी हालात से निपटने को नोडल अधिकारी तैनात
बाड़मेर, 17 मई। चक्रवर्ती तूफान ताऊते अब अति सीवीयर साइक्लोन की श्रेणी में बदल गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार उक्त साईक्लोन का बाड़मेर के बॉर्डर एरिया में सबसे ज्यादा प्रभाव रहेगा, इस पर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं। इसका बाड़मेर जिले में सर्वाधिक प्रभाव मंगलवार तथा बुधवार तक रहेगा।
  जिला कलक्टर लोक बंधु ने बताया कि जिले के दूर-दराज बॉर्डर एरिया में प्रबंधन के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। वहीं तहसीदार एवं विकास अधिकारियों को बार्डर एरिया में रात्रिकालिन स्टे कर कमान संभालने के निर्देश दिए गए है। आमजन से अनावश्यक रूप से बुधवार तक घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है।
बार्डर एरिया पर प्रबंधन
उन्होनें बताया कि जिले के दूर-दराज के बॉर्डर एरिया में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। साथ ही तहसीलदरों एवं विकास अधिकारियों को उक्त क्षेत्रों मे रात में रूक कर राहत कार्यो में कमान संभालने के निर्देश दिए गए है। उन्होने बताया कि बीएसएफ के साथ राहत कार्यो में सहयोग के लिए समन्वय स्थापित किया गया है। उन्होनें बताया कि 2 से 3 घण्टे के नोटिस पर आर्मी तैयार रहेगी। उन्होनें बताया कि साइक्लोन के दौरान रेस्क्यू कार्यो के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है।
बीएसएफ की टीमें तैनात
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार बॉर्डर एरिया ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है। बार्डर के 20 किलोमीटर तक के किसी भी एरिया में तूफान से प्रभावित होने वाले गांवों में बीएसएफ की मुस्तैद 4 टीमें बचाव एवं राहत का कार्य करेंगी। जब तक खतरा नहीं टल जाता तब तक बाखासर, केलनोर, गडरारोड एवं मुनाबाव में बीसएसएफ की टीमें 24 घण्टे अलर्ट रहेंगी।
निर्बाध ऑक्सीजन के लिए प्रबंध
जिला कलक्टर लोक बंधु ने बताया कि उक्त ताऊते चक्रवात को अति सीवीयर साईक्लोन की श्रेणी में सामिल कर दिया गया है। इससे बाड़मेर सहित दक्षिण पश्चित राजस्थान में प्रभाव दिखने की संभावना है। उन्होनें बताया कि इससे जिले को जामनगर से ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित होने की संभावना है। इसके लिए जिले में 3 से 4 दिन के ऑक्सीजन का स्टॉक जमा किया जा रहा है। साथ ही पाली, जालौर एवं सिरोही के लिए भी स्टॉक रखा जा रहा है। उन्होनें बताया कि भारी बारिश एवं अंधड की परिस्थितियों में चिकित्सालयों, कोविड केयर सेंटर्स एवं ऑक्सीजन प्लांट्स पर निर्बाध विधुत आपूर्ति के लिए डीजी जनरेटरर्स के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों को अंधड में बिजली के पोल गिरने की स्थिति में सूचना तंत्र को मजबूत रखते हुए तुरंत कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया है।
उपखंड अधिकारियों को निर्देश
मौसम विभाग की चेतावनी अनुसार चक्रवर्ती तूफान के प्रभाव से तेज हवा चलने एवं भारी बरसात की संभावनाओं को देखते हुए जिला कलक्टर लोक बंधु ने समस्त उपखंड अधिकारियों के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
आपदा राहत से जुड़े विभागों को सतर्क रखें
उन्होंने जिले के समस्त उपखंड अधिकारियों को आपदा राहत संबंधित विभागों यथा विद्युत विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जलदाय विभाग, चिकित्सा, पुलिस, जल संसाधन, ग्रामीण विकास, नगर परिषद इत्यादि की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश जारी करने तथा विभागीय अधिकारियों को मुख्यालय पर उपस्थित रहने हेतु पाबंद करने के निर्देश दिए है।
आक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित हो
उन्होंने प्रत्येक कोविड केयर सेंटर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ऑक्सीजन सपोर्टेड मरीजों को यथासंभव ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर लेने एवं विद्युत आपूर्ति ना होने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटेड को चलाने के लिए जनरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में बैकअप दिया जा सके एवं मरीजों हेतु ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर सप्लाई एवं एलएमओ लाने वाले वाहनों के निर्बाध संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसी भी प्रकार की रास्ते में बाधा होने पर तुरंत उपखंड स्तरीय टीम लगाकर बाधा दूर कर निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले के समस्त निजी एवं राजकीय अस्पतालों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं एवं यदि कहीं डीजी सेट नहीं हो तो तुरंत लगा का व्यवस्था पुख्ता रखने के निर्देश दिए।
कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश
उन्होंने उपखंड मुख्यालय, नगर परिषद एवं पंचायत समिति पर नियंत्रण कक्ष 24 घंटे राउंड द क्लॉक स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने नियंत्रण कक्ष में राहत बचाव हेतु आवश्यक उपकरण एवं साजो सामान जैसे रस्सा, ट्यूब, टॉर्च, लाठी इत्यादि रखवाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। वहीं उन्होंने निर्देशित किया है कि ग्राम पंचायत मुख्यालय पर राजीव गांधी सेवा केंद्र पर आवश्यकतानुसार उपकरण एवं साजो सामान रखवाया जाए।
तैराकों, वाहनों सहित संसाधनों की सूचियां अपडेट करें
उन्होंने अपने क्षेत्र के तैराकों की सूची अपडेट कर उनसे संपर्क कर तैयार रहने हेतु पाबंद करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यालय सहित प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध जेसीबी, ट्रैक्टर, वाहन एवं अन्य संसाधन की सूची अपडेट कर तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र के ग्राम सेवक, पटवारी एवं एएनएम को मुख्यालय पर रहने के लिए पाबंद करने के निर्देश दिए हैं।
पानी बहाव क्षेत्रों का चिन्हीकरण
उन्होंने पानी के बहाव क्षेत्र में आने वाली बस्तियों का चिन्हीकरण कर सूचना प्रेषित करने तथा बहाव अथवा डूब क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों के समीप ऊंचे स्थानों पर आवश्यकता अनुसार सरकारी भवनों को आश्रय स्थल के रूप में चिन्हीकरण कर सूचना प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि तेज अंधड़ से विद्युत संचार प्रणाली एवं दूरसंचार सेवाएं बाधित हो सकती है इस हेतु डीजे सेट की उपलब्धता का पूर्व आंकलन कर सूची बंद करें एवं उपलब्ध डीजे सेट सरकारी अथवा गैर सरकारी की सूचना जिला कलक्टर कार्यालय को प्रेषित करें।
आमजन को सावधान करें
उन्होंने आमजन को भारी नुकसान के प्रति सावधान करने के लिए ग्राम पंचायत एवं नगर परिषद के माध्यम से प्रचार प्रसार कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जावे कि जो फसल कट कर तैयार हो चुकी है या खेतों में अभी पड़ी है, उसे सुरक्षित स्थानों पर भंडारित किया जाए। कृषि मंडियों मे खुले आसमान में रखे अनाज को ढककर अथवा सुरक्षित स्थान पर रखें, ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। उन्होंने खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान की संभावना को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है। यदि अपने आसपास मेघगर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे, तो पेड़ के नीचे अथवा कच्चे मकानों में शरण न लें। तेज अंधड से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है एवं यातायात व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना को देखते हुए वाहन चालकों को सावधान किया जाए।
जिला स्तरीय कन्ट्रोल रूम
उन्होनें बताया कि ताऊते चक्रवात के उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना को देखते हुए जिला मुख्यालय पर 20 मार्च तक राजीव गांधी सेवा केंद्र में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसके दूरभाष नंबर 02982-222226 है। उन्होनें आमजन से आपात स्थिति में कन्ट्रोल रूम पर संपर्क करने की अपील की है।
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