गुरुवार, 31 जनवरी 2019

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शर्मा ने किया निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण

बाडमेर, 31 जनवरी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने गुरूवार सायं जालीपा पहुंच कर निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर कालेज प्राचार्य को आगामी सत्र में कम से कम 100 विद्यार्थियों का प्रवेश करवाने के लिए समुचित इन्तजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एन.डी. सोनी से मेडिकल कॉलेज के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होने प्रयोगशाला, लेक्चर थियेटर, एक्सरे, सीटी स्केन इत्यादि कक्षों का निरीक्षण किया तथा सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि शीध्रतिशीध्र जरूरतमंदों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकें।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शर्मा ने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ करना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होने मेडिकल कॉलेज की भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए इसके आसपास की राजकीय भूमि को मेडिकल कॉलेज को आवंटित करने की प्रक्रिया प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला प्रमुख श्रीमति प्रियंका मेघवाल, बाडमेर प्रधान श्रीमति पुष्पा चौधरी, जिला परिषद सदस्य फतेह खान, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुशील परमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश चौधरी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव मितल, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक नानकचन्द चन्द्रोदय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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मरीजांे को मिले निःशुल्क दवाएं,जांच के लिए बाहर भेजा तो होगी कार्रवाई


चिकित्सा मंत्री शर्मा ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण

                बाड़मेर, 31 जनवरी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण कर चिकित्सा सेवाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में स्वाइन फ्लू की रोकथाम को किए गये प्रबंधों की समीक्षा की।
                राजकीय चिकित्सालय मंे चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने वार्डो का भ्रमण कर पूरी व्यवस्थाओं का  अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल की सफाई व्यवस्था समुचित ढंग से नहीं होने पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे अस्पताल में सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए आवश्यक कार्यवाही करें। चिकित्सा मंत्री शर्मा ने चिकित्सालय में बनाए गए स्वाइन फ्लू के आईसोलेटेड वार्ड का निरीक्षण किया तथा स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए किए गए चिकित्सा प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने स्वाईन फ्लू की स्क्रीनिंग व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने चिकित्सालय में मौजूद चिकित्सकों से मरीजों के बारे में पूछताछ की एवं भ्रमण कर मरीजों की कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे वार्ड के चिकित्सक प्रभारी एवं एनएनएम को पाबंद करें कि वे राउण्ड में आते ही सबसे पहले मरीजों को वार्ड में सफाई रखने के लिए के बारे में जानकारी दें। उन्होंने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाओं का लाभ दिलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा वितरण केन्द्रों का निरीक्षण करने के साथ दवाइयों के वितरण की व्यवस्था के बारे में पूछा। उन्हांेने चिकित्सकों को पाबंद किया कि वे बाहर की दवाइयां तथा जांच नहीं लिखें। ऐसा करते पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा मंत्री शर्मा ने जिला चिकित्सालय में कार्यरत प्रतिदिन उपलब्ध चिकित्सकों की जानकारी के लिए अलग-अलग फ्लैक्स लगवाने को कहा।उन्होंने चिकित्सालय में होने वाली निःशुल्क जांचों तथा उपलब्ध दवाइयों की सूची अस्पताल में अलग-अलग स्थानों पर फ्लैक्स लगवाकर चस्पा करने के निर्देश दिए। इस दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने राजकीय चिकित्सालय मंे मरीजांे को अतिरिक्त चिकित्सा सेवाएं एवं जांच सुविधा उपलब्ध कराने के बारे मंे चिकित्सा मंत्री को अवगत कराया।









स्वाइन फ्लू के प्रति जागरूकता जरूरी, निपटने को पुख्ता इंतजाम : शर्मा


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने चिकित्साधिकारियांे को दिए दिशा-निर्देश

                बाड़मेर, 31 जनवरी। आमजन मंे स्वाइन फ्लू से बचाव के प्रति जागरूकता होना जरूरी है। इसके लिए वृहद स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। चिकित्सा विभाग ने स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए है। सभी चिकित्सकांे को प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश दिए गए है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे चिकित्साधिकारियांे की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही।
                इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद तथा जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य सरकार स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए कारगर व्यवस्थाएं लागू की है। उन्होंने कहा कि समस्त जिला मुख्यालयों पर स्वाइन फ्लू संबंधित जांच केन्द्र खोले गए है। इससे स्थानीय स्तर पर मरीजांे को जांच की सुविधा मुहैया हो रही है। उन्हांेने कहा कि स्वाइन फ्लू पोजिटिव होना अवश्य चुनौती है,लेकिन यह लाइलाज नहीं है। इससे बचाव के लिए आमजन मंे जागरूकता होना बेहद जरूरी है। चिकित्सा मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्वाइन फ्लू के प्रति सजग रहें एवं रोगी मंे इसके लक्षण मिलते ही तत्काल समय पर उपचार सुनिश्चित करें। उन्हांेने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों की प्रार्थना सभाआंे मंे चिकित्सकों को भेजकर स्वाइन फ्लू के लक्षण एवं उपचार के बारे में जानकारी दें,। ताकि जन सहयोग से इस रोग पर समय रहते नियंत्रण पाया जा सकें। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा.शर्मा ने कहा कि सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर होर्डिंग्स अथवा पोस्टर लगाकर स्वाइन फ्लू के लक्षण एवं उपचार के बारे मंे जानकारी प्रदर्शित करवाएं। उन्हांेने सभी चिकित्सको को हिदायत दी कि वे मरीज को बाहर की दवाई एवं जांच के लिए पर्ची नहीं लिखें। साथ ही निःशुल्क दवा एवं जांच की सुविधा चिकित्सालय में उपलब्ध है उसका पूरा लाभ मरीजों को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो चिकित्सक बाहर की दवा एवं जांच लिखेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में जो लपके मरीजों को बाहर की दवाई एवं जांच के लिए भ्रमित करते है उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू के रोकथाम के लिए दवा की कोई कमी नहीं है, बल्कि हमें इस परिस्थिति में सेवा भाव से कार्य कर मरीजों का उपचार करना है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक को मरीज भगवान के समान समझता है। वे अपने व्यवहार में बदलाव लाकर सदैव मरीज के साथ मधुर व्यवहार रखकर उसका उपचार करें, ताकि उसकी आधी बीमारी तो डॉक्टर के व्यवहार से ही ठीक हो जायेगी। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशा मुक्ति अभियान एवं एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान की शुरूआत की है। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को कहा कि वे इस अभियान का प्रभावी ढंग से संचालन कर जिले को नशे एवं एनीमिया जैसी बुरे व्यसनों व बीमारियों से मुक्त करावें। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी कहा कि वे इस अभियान मंे पूरा सहयोग प्रदान करें। शिव विधायक अमीन खान ने ब्लाक लेवल पर बीसीएमएचओ के पद भरने का अनुरोध किया। बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने डिलेवरी केसेज एवं हादसांे मंे घायल होने वाले मरीजांे को रेफर करने का मामला उठाते हुए कहा कि इस व्यवस्था मंे सुधार लाया जाए। ताकि स्थानीय स्तर मरीजांे को उपचार मिल सके। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी ने स्वाइन फ्लू की रोकथाम के लिए किए गए इंतजामांे एवं विभिन्न योजनाआंे की प्रगति से अवगत कराया। बैठक के दौरान जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, प्रधान तेजाराम, पुष्पा चौधरी समेत विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।





विकास कार्याें मंे भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं : शर्मा


चिकित्सा मंत्री ने किया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का शिलान्यास

                बाड़मेर, 31 जनवरी। विकास कार्याें मंे गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। इसमंे किसी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता के हक का पैसा उनको आधारभूत सुविधाएं मुहैया कराने के लिए खर्च होना चाहिए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा.रघु शर्मा ने गुरूवार को देताणी मंे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन के शिलान्यास के अवसर पर यह बात कही।
                इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण पर चार करोड़ रूपए खर्च होंगे। इससे स्थानीय स्तर पर ग्रामीणांे को चिकित्सकीय सेवाएं मिल सकेगी। उन्हांेने कहा कि स्वाइन फ्लू से आमजन को घबराने की जरूरत नहीं है। सकारात्मक रवैए के साथ चिकित्सा विभाग की टीमांे को सहयोग कर स्वाइन फ्लू को नियंत्रित करने मंे सहयोग करें। लोगांे मंे भय का वातावरण नहीं हो, इसके लिए वे स्वयं जिलांे का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे है। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर स्वाइन फ्लू की दवा उपलब्ध है।
                उन्हांेने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण मंे गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश विभागीय अधिकारियांे को दिए। उन्हांेने कहा कि गड़बड़ी होने पर किसी पर भी गाज गिर सकती है। उन्हांेने कहा कि आमतौर पर बाड़मेर-जैसलमेर जिले मंे स्थानांतरण होने पर सजा माना जाता हैं, जबकि वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है। इतनी अच्छी आबोहवा एवं इतने अच्छे लोग कहां मिल सकते है। डा.शर्मा ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे ऐसे गांव जहां स्वास्थ्य केन्द्र नहीं है उनको बजट के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। उन्हांेने कहा कि आगामी समय मंे 15800 चिकित्साकर्मियांे की भर्ती होने वाली है। उसमंे बाड़मेर को वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए गए है कि उपलब्ध कार्मिकांे मंे से ग्रामीण इलाकांे मंे चिकित्सकीय स्टाफ नियुक्त करें। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शर्मा ने उपस्थित जन समुदाय से आग्रह किया कि वे शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। इससे आर्थिक एवं सामाजिक रूप से मजबूती आएगी। उन्हांेने बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही। उन्हांेने अकाल की स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार की ओर से पुख्ता इंतजाम करवाने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि राज्य सरकार आमजन के हर सुख दुःख मंे उनके साथ खड़ी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री शर्मा ने इससे पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देताणी के भवन का शिलान्यास किया। इस दौरान शिव विधायक अमीन खान ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भवन बनने से ग्रामीणांे को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सेवा मिल सकेगी। उन्हांेने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री से नए स्वीकृत होने वाले चिकित्सालयांे मंे पर्याप्त कार्मिक उपलब्ध कराने एवं प्रतिनियुक्ति निरस्त करवाने का अनुरोध किया। इस दौरान बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, प्रधान तेजाराम मेघवाल, जिला परिषद सदस्य फतेह खान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया : चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डा. रघु शर्मा ने बच्चांे एवं ग्रामीणांे को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया। उन्हांेने ग्रामीणांे से कहा कि स्वाइन फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है। इससे निपटने के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से माकूल इंतजाम किए गए है।






लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...