गुरुवार, 30 मई 2019

सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम

वार्षिक कार्ययोजना वर्ष 2019-20 के प्रस्ताव तत्काल भिजवाएं- गुप्ता


बाडमेर, 30 मई। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2019-20 की कार्ययोजना तैयार करने के लिए कार्यकारी विभागों को तत्काल प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि पेयजल, सडक तथा शिक्षा क्षेत्र के प्रस्ताव प्राथमिकता के साथ भिजवाये जाए।
गुरूवार को कलक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में कार्यकारी विभागों के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर गुप्ता ने कहा कि विशेष समस्या वाले इलाकों में पेयजल पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होने कहा कि सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत बोर्डर एरिया में अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सकें, उसी अनुरूप प्रस्ताव तैयार किये जाए। 
जिला कलक्टर ने कहा कि सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2019-20 की वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने के लिये राज्य सरकार द्वारा बाड़मेर को गत वर्ष के समान   2710.90 लाख रूपये का प्रावधान दिया गया है, प्रावधान राशि मे से 10 प्रतिशत राशि बोर्डर गार्डिग फोसेज के लिए रक्षित की गई है। उन्होने कार्यकारी विभागों को वास्तविक आवश्यकता के अनुरूप प्राथमिकता चिन्हित करते हुए प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होने डिस्कॉम के अधीक्षण अभियन्ता को जीएसएस निर्माण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी को चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा उपकरण एवं संसाधनों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, कम्प्युटर लेब एवं स्टेडियम आदि के प्रस्ताव के भिजवाने के निर्देश दिए।
बैठक में शिव विधायक अमीन खां कहा कि केन्द्रीय भूजल बोर्ड द्वारा सरस्वती नदी बहाव क्षेत्र में सर्वे किया गया है, 1100 फीट पर पानी मीठा है, परीक्षण के तौर पर एक-एक टयुब वैल खोदा जाना चाहिए। उन्होने कहा कि बीकानेर, गंगानगर एवं जैसलमेर के बोर्डर क्षेत्रों में इन्दिरा गांधी नहर प्रवेश कर गई है, बाडमेर में पेयजल की बडी समस्या है तथा बीएडीपी का क्षेत्र बाडमेर मे भी है, अतः सरकार को प्रस्ताव भेजा जाए।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी, जिला परिषद सदस्य फतेह खां, प्रधान तेजाराम कोडेचा, कुम्भाराम सेंवर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, उप वन संरक्षक विक्रम प्रधान केसरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।



सदभावना के साथ राहत गतिविधियों का बेहतरीन संचालन करे-जैन

बाड़मेर, 30 मई। खान एवं गोपालन विभाग मंत्री प्रमोद जैन ‘भाया‘ ने कहा है कि अभाव ग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सदभावना के साथ राहत गतिविधियों का बेहतरीन ढंग से संचालन करें। वे गुरूवार को कलक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर खान एवं गोपालन मंत्री जैन ने कहा कि बाड़मेर जिले में अकाल के हालात गम्भीर है, ऐसे में लोगों को राहत पहंुचाने के साथ अधिकाधिक पशुओं के संरक्षण के प्रयास किए जाए। उन्होने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भावना के अनुरूप पेयजल प्रबन्धन के साथ चारा डिपों एवं पशु शिविरों का संचालन किया जाकर लोगों को राहत पहुंचायी जाये। उन्होने कहा कि राहत गतिविधियों के संचालन में स्थानीय जन प्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर कार्य संचालित करवाये जाये। उन्होने कहा कि राहत कार्यो से जुड़े सभी अधिकारी एवं कार्मिक अपनी जिम्मेवारी निष्ठा एवं मेहनत के साथ निभाए।
इस दौरान राजस्थान गौ सेवा समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष रधुनाथ भारती ने कहा कि अकाल के दौरान पशु शिविरों एवं चारा डिपों में पर्याप्त पशु चारे की उपलब्धता रखी जाये। उन्होने कहा कि गौ वंश के संरक्षण के लिए अधिकाधिक सहयोग दिया जाना चाहिए। इस दौरान विधायक मेवाराम जैन एवं अमीन खान सहित जन प्रतिनिधियों ने पशु शिविरों में आवारा पशुओं को भी लिया जाने की बात कही। उन्होने लघु एवं सीमान्त कृषकों की सीमा में शिथिलता दी जाने के संबंध में सर्व सम्मति से प्रस्ताव भेजने को कहा।
बैठक में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने जिले में संचालित राहत कार्यो की विस्तार के साथ जानकारी कराई। उन्होने कहा कि राहत गतिविधियों के तहत जिले में समस्याग्रस्त 797 स्थानों पर पेयजल परिवहन किया जा रहा है, पेयजल परिवहन कार्य की प्रतिदिन प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होने कहा कि जिले में पशु संरक्षण कार्यो के तहत 291 पशु शिविर स्वीकृत किये गये है जिनमें 204 पशु शिविर क्रियाशील है। इसी प्रकार 518 चारा डिपों स्वीकृत किये गये है जिनमें 412 संचालित किये जा रहे है।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी, जिला परिषद सदस्य फतेह खां, गडरारोड प्रधान तेजाराम कोडेचा, चौहटन प्रधान कुम्भाराम सेंवर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, उप वन संरक्षक विक्रम प्रधान केसरी, अधीक्षण अभियन्ता मांगीलाल जाट, हेमन्त चौधरी, हरिकिशन चामोली सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।



बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को अनुमति मिली,100 सीटों पर मिलेगा दाखिला

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज के लिए लेटर ऑफ परमिशन (एलओपी) जारी की


बाड़मेर, 30 मई। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज के लिए लेटर ऑफ परमिशन (एलओपी) जारी कर दी है। इससे बाड़मेर के मेडिकल कालेज में 100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति मिल गई है।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि एमसीआई की अनुमति मिलने से अब इसी सत्र 2019-20 से बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज में 35 फीसदी सीटें सबके लिए खुली अर्थात ओपन, 35 फीसदी निर्धारित राशि प्रति सीट 7.5 लाख एवं 15 सीटें एनआईआर तथा 15 फीसदी आल इंडिया कोटे से भरी जाएगी। इन सब सीटों पर प्रवेश नीट मेरिट के आधार पर होगा। उनके मुताबिक एनआईआर कोटे के लिए बाड़मेर जिले में रहने वाले उनके रिश्तेदार विद्यार्थी पंजीकरण करवाते समय बाड़मेर मेडिकल कालेज का इंद्राज कर सकते है। ताकि उनको बाड़मेर कालेज आवंटित हो सके। 
उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज शुरू होने से बाड़मेर एवं जैसलमेर समेत अन्य आसपास के जिलों के लोगों को इसका फायदा मिलेगा। उल्लेखनीय है बाड़मेर मेडिकल कॉलेज को प्रारम्भ करवाने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एन.डी.सोनी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव मित्तल, पूर्व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी एवं प्रोफेसर डॉ बी.एल. मंसूरिया, डॉ अनूप सिंह गुर्जर के साथ अन्य कॉलेज स्टाफ तथा विभिन्न विभागीय अधिकारियों की ओर से लगातार विशेष प्रयास किए गए। पूरे देश के मेडिकल कॉलेजों में चलने वाले पाठ्यक्रमों को मंजूरी देने वाली कार्यदायी संस्था भारतीय चिकित्सा परिषद (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) के सदस्यीय पैनल ने कुछ समय पूर्व
बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था। इस दौरान पैनल ने पूरे मेडिकल कॉलेज का बेहद गहनता से निरीक्षण करने के पश्चात रिकॉर्ड चेक करने के साथ प्रस्तावित एमबीबीएस सत्र से जुड़े हर पहलू को बारीकी से देखा था। इसका सुखद परिणाम मेडिकल कालेज की अनुमति के रूप में प्राप्त हुआ । 
मेडिकल कालेज का भवन तैयारः बाड़मेर मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग तैयार है। फिनीशिंग का काम अंतिम दौर में है। छात्र-छात्राओं को रहने के लिए हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल और स्टाफ क्वाटर भी बनाए गए हैं। इसके अलावा जिला मुख्यालय पर राजकीय चिकित्सालय में 300 बेड का अस्पताल सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है।
अनुमति मिलने पर स्वागत जतायाः जिला एवं मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने एमसीआई की अनुमति मिलने का स्वागत करते हुए इसे मेडिकल की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के भविष्य के अच्छा कदम बताया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ एन.डी.सोनी ने बताया कि एमसीआई की ओर से बाडमेर कॉलेज में एमबीबीएस का प्रथम सत्र संचालित करने के लिए अधिकृत आदेश प्राप्त हो गया है। इससे अब बाडमेर में एमबीबीएस का प्रथम सत्र शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बाड़मेर में 100 सीटों को नीट मेरिट के आधार पर भरा जाना है।
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