गंगासरा मंे आयोजित
शिविर के दौरान वीरूराम कोे नाम शुद्विकरण से मिली राहत
बाड़मेर, 03 मई। राजस्व लोक अदालत अभियान के तहत गुरूवार को बाड़मेर जिले के 13 ग्राम पंचायत मुख्यालय
पर राजस्व लोक अदालत शिविरांे का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणांे की समस्याआंे
का मौके पर समाधान कर राहत पहुंचाई गई।
देवंदी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित राजस्व लोक अदालत मंे सिवाना विधायक हमीरसिंह
भायल ने ग्रामीणांे को राजस्व लोक अदालत अभियान के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी।
उन्हांेने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण,
उज्ज्वला समेत विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाआंे से अधिकाधिक लोगांे
को लाभांवित करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान भायल ने पटटांे के साथ विभिन्न योजनाआंे
के लाभार्थियांे को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस दौरान सिवाना उपखंड अधिकारी अंजुम ताहिर
सम्मा, विकास अधिकारी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बाड़मेर उपखंड क्षेत्र
मंे गंगासरा एवं सरली मंे राजस्व लोक अदालतांे का आयोजन हुआ। इस दौरान उपखंड अधिकारी
नीरज मिश्र एवं अन्य विभागीय अधिकारियांे ने ग्रामीणांे की समस्याआंे का मौके पर समाधान
किया। इस दौरान उपखंड अधिकारी मिश्र ने विटामिन ए की दवाई पिलाई। रामसर उपखंड क्षेत्र
मंे देरासर मंे राजस्व लोक अदालत का आयोजन हुआ। उपखंड अधिकारी विजयसिंह नाहटा एवं अन्य
प्रशासनिक अधिकारियांे ने ग्रामीणांे को जन कल्याणकारी योजनाआंे की जानकारी देने के
साथ उनकी परिवेदनाआंे का निस्तारण किया। इस दौरान विभिन्न योजनाआंे के लाभार्थियांे
को स्वीकृति पत्र एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। शिव उपखंड क्षेत्र मंे राजबेरा ग्राम
पंचायत मुख्यालय पर राजस्व लोक अदालत शिविर आयोजित हुआ।
वीरूराम के नाम का हुआ शुद्विकरण : गंगासरा मंे आयोजित राजस्व लोक अदालत के दौरान वीरूराम पुत्र भारूराम ने उपखंड
अधिकारी नीरज मिश्र के समक्ष प्रस्तुत होकर अनुरोध किया कि उसका नाम बीस पूर्व फौतेदारी
नामांतरण के सयम वीरमाराम पुत्र भारूराम दर्ज गया था। जबकि अन्य दस्तावेजांे मंे उसका
नाम वीरूराम पुत्र भारूराम दर्ज है। नाम की भिन्नता के कारण उसको विभिन्न सरकारी कामकाज
ऋण वगैरह लेने मंे दिक्कतांे का सामना करना पड़ रहा है। वह अनपढ़ होने के कारण अपना नाम
शुद्व नहीं करवा पाया। इस पर राजस्व कार्मिकांे ने आवश्यक दस्तावेज तैयार किए। साथ
ही उपखंड अधिकारी मिश्र ने नाम शुद्विकरण का आदेश जारी किया। शिविर मंे त्वरित गति
से हुए कार्य को देखकर प्रार्थी वीरूराम ने सबका आभार जताया।