सेनाध्यक्ष बिपिन रावत
ने झंडी दिखाकर शेर दिल यात्रा को रवाना किया
बाड़मेर, 21 दिसंबर। बाड़मेर जिले के तारातरा गांव मंे शहीद धर्माराम की प्रतिमा का गुरूवार
को थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी एवं सांसद कर्नल सोनाराम ने अनावरण किया। थल
सेनाध्यक्ष रावत ने शहीद के परिजनांे से मिलकर सेना की ओर से सदैव सहयोग का भरोसा दिलाया।
इस दौरान शेर दिल यात्रा का झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
तारातरा गांव मंे आयोजित समारोह के दौरान थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने शहीद धर्माराम
की शहादत को नमन करते हुए कहा कि इसको सेना के इतिहास मंे सदैव स्वर्ण अक्षरांे मंे
लिखा जाएगा। उन्हांेने कहा कि थार नगरी के लाल ने सेना में कम समय मे बेहतरीन कार्य
करते हुवे अपने गांव और देश का नाम रोशन कर दिया। उन्हांेने अधिकाधिक युवाआंे से सेना
मंे शामिल होने का अनुरोध करते हुए कहा कि आगामी समय मंे बाड़मेर जिले में सेना भर्ती
रैली का आयोजन किया जाएगा। ताकि बाड़मेर के युवाआंे को सेना भर्ती मंे शामिल होने का
अवसर मिल सके। सेनाध्यक्ष ने प्रतिमा अनावरण के उपरांत शहीद धर्माराम की माता से आशीर्वाद
लिया। साथ ही वीरांगना एवं बच्चांे से मिलकर सेना की ओर से सदैव सहयोग करने की बात
कही। उन्हांेने कहा कि शहीद धर्माराम की शहादत पर पूरे देश को गर्व है। समारोह के दौरान
राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चौधरी, संसदीय सचिव लादूराम विश्नोई, सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी, विधायक अशोक परनामी, कैलाश चौधरी, तरूणराय कागा समेत विभिन्न वक्ताआंे ने शहीद धर्माराम की शहादत को नमन करते हुए
युवाआंे से प्रेरणा लेने की बात कही। इस दौरान दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेट जनरल
दीवान रविन्द्रनाथ सोनी, कोणार्क कोर के प्रमुख लेफ्टिनेट जनरल आर.के.जग्गा, राजस्थान उर्दू अकादमी
के चौयरमैन असरफ अली, विधायक छोटूसिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई समेत विभिन्न सैन्य अधिकारी, जन प्रतिनिधि उपस्थित
रहे। समारोह के दौरान समाजसेवी नवलकिशोर गोदारा की ओर से शहीद वीरांगना को पांच लाख
की सहायता राशि का चौक सौंपा गया। इस अवसर पर सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने रेगिस्तान के
लंबे अभियान शेर दिल यात्रा को सीमावर्ती इलाकांे के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया। सेना
का यह दस सदस्यीय यात्रा के दौरान मानवीय क्षमताआंे को चुनौती देने के साथ सीमा क्षेत्रांे
मंे भारतीय सेना के सेवानिवृत सैनिकांे से संपर्क करेगा। यह राजस्थान के दुर्गम सीमावर्ती
इलाकांे से गुजरने वाला सबसे लंबा,बेजोड़ एवं अनूठा अभियान है। इस अभियान की सफलता राजस्थान मंे टेªल पर्यटन को उजागर करेगी, जो कि पश्चिमी देशांे में बेहद लोकप्रिय है।