गुरुवार, 27 मई 2021

सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना के ख़ात्मे को सरहद पर पहुंचे कलेक्टर

सीमा के प्रहरियों को मानवता के दुश्मन से सतर्क रहने की अपील

चिकित्सा समेत मूलभूत सुविधाओं की सरहदी क्षेत्रों में की पड़ताल
बाड़मेर, 27 मई। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में कोरोना के  ख़ात्मे के लिए जिला कलेक्टर लोक बंधु गुरुवार को सरहद पर पहुंचे। उन्होंने अंर्तराष्ट्रीय सीमा पर सिथत मुनाबाव, रोहिड़ी, जैसिंधर, गडरा रोड़ समेत रामसर उपखण्ड के दूर दराज सरहदी इलाकों में पहुंच कर कोरोना सक्रमण की स्थिति एवं रोकथाम के उपायों की धरातल पर पड़ताल की एवं चिकित्सा समेत मूलभूत सुविधाओं को खंगाला।
     इस दौरान जिला कलेक्टर बंधु ने कहा कि अब कोरोना संक्रमण के प्रसार में लगातार कमी आ रही है लेकिन कमी के बावजूद सरहद के लोग और हमारे सीमा प्रहरी मानवता के इस दुश्मन रूपी शत्रु कोरोना को हल्के में नहीं ले तथा गाइडलाइन की पूरी पालना करते हुए सतर्कता एवं सजगता के जरिए सीमावर्ती क्षेत्रों को कोविड से मुक्त करें। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर सर्वे का तीसरा चरण पूर्ण हो चुका है। इस दौरान बच्चों में आई एल आई लक्षणों एवं ब्लैक फंगस की भी जाँच की जा रही हैं।

उपखंड स्तरीय ग्रुप से संवाद
जिला कलेक्टर ने गडरा रोड  में बैठक लेकर उपखंड स्तरीय कोर कमेटी के कार्यो की समीक्षा की। उन्होने कोर कमेटी सदस्यों से डोर टू डोर सर्वे, आईएलआई लक्षण वाले व्यक्तियों का चयन, मेडिकल किट वितरण, प्रवासियों की आरटीपीसीआर जांच, होम आईसोलेशन सहित चैक लिस्ट आाधारित विभिन्न कार्यो की समीक्षा की।
 उन्होने कहा कि होम आईसोलशन में रह रहे लोगों की नियमित रूप से निगरानी रखी जाए। उन्होने आईएलआई लक्षण एवं पॉजिटिव मरीजों पर विशेष फोकस करने को कहा। उन्होंने कोर कमेटी सदस्यों की बैठक लेकर पाजिटिव मरीजों के होम आईसोलेशन एवं बाहर से आए लोगों के होम क्वारंटाइन की पालना, कोरोना पोजिटिव के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की आरटीपीसीआर जांच की स्थिति, चिकित्सा विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए मेडिकल किट की उपलब्धता एवं वितरण के बारे में पूछा।

मुख्यमंत्री चिरंजीव स्वास्थ्य योजना
जिला कलेक्टर ने कहा कि ज़िले में रामसर ब्लॉक इस योजना में रजिस्ट्रेशन में सबसे पीछे हैं, इसलिए इसमें तेजी से कार्य करे। उन्होने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में अधिकाधिक पंजीयन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह योजना कोरोना एवं ब्लैक फंगस समेत सभी बीमारियों में निःशुल्क उपचार होता  हैं

सरहदी क्षेत्रों में पहुंचे पर्याप्त पानी
जिला कलेक्टर ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों की प्रमुख समस्या पेयजल की अनियमित आपूर्ति है, इस पर उन्होंने मौके पर ही जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को हर हाल में सीमावर्ती क्षेत्रों में समुचित मात्रा में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा।साथ ही समस्या ग्रस्त क्षेत्रों में टैंकरों के जरिए पेयजल परिवहन पहूंच ने को कहा।
उन्होंने पशु खेलियो एवं सार्वजनिक टांको में भी पर्याप्त पानी रखने को कहा ताकि पशुधन को भी पानी मिल सके। साथ ही प्रतिदिन पहुंचने वाले टेंकरों को सत्यापन विकास अधिकारी ओर तहसीलदार करंगे।
 जिला कलेक्टर ने आँधियों से रेत से अवरुद्ध रोड़ पर तुरंत मिटटी हटने के लिए निर्देश दिए।

  इस दौरान जिला कलेक्टर ने जैसिंधर में निर्माणाधीन आवासीय विद्यालय का भी निरीक्षण किया।
 निरीक्षण के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, उपखण्ड अधिकारी रामसर सुनील पंवार, तहसीलदार रामसर,  समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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राजस्व मंत्री चौधरी ने ग्राम स्तरीय कोर कमेटियों से चर्चा कर दिए निर्देश

बाड़मेर, 27 मई। राजस्व मंत्री चौधरी ने गुरूवार को सोमेसरा, बूठसरा, नोसर, भोजासर, सेवनियाला, बाड़वा, सनपा मानजी, खरण्टिया एवं गोदारों का सरा ग्राम पंचायतों का दौरा कर यहां ग्राम स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं आमजन के स्वास्थ्य के सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।

इस दौरान राजस्व मंत्री चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में आईएलआई सर्वे एवं वैक्सीनेशन का कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होनें कहा कि आईएलआई सर्वे के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ग्राम स्तरीय कोर कमेटी की सक्रियता आवश्यक है। उन्होनें इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने की हिदायत दी। उन्होनें कहा कि सर्वे के दौरान ही लोगों को स्वास्थ्य संबंधित अन्य जानकारी दी जाए। उन्होनें कहा कि ग्रामीण क्षत्रों में जानकारी के अभाव में लोगों द्वारा स्टेरॉइड दवाईयां ली जाती है, जिनका भविष्य में दुष्प्रभाव देखने को मिलता है। उन्हानेें कहा कि इसके दुष्प्रभाव का ब्लैक फंगस एक उदाहरण है। उन्होनें कहा कि लोगों को ब्लैक फंगल के लक्षण, कारण एवं उपचार के बारे में जानकारी दी जाए। उन्होनें कहा कि लोगों को यह बताया जाए की एक ही मास्क का उपयोग लम्बे समय तक न किया जाए तथा मास्क को नियमित रूप से धोकर ही उपयोग में लिया जाए।
उन्होनें कहा कि संभावित तीसरी लहर का सर्वाधिक प्रभाव बच्चों पर पड़ सकता है। इसके लिए पूर्व सुरक्षात्मक उपाय अपनाने होंगे। साथ की आमजन केा इसके प्रति जागरूक किया जाना चाहिए। उन्होनें कहा कि अधिक उम्र के लोगों से अलग बच्चों में उम्र एवं वजन के अनुपात में दवाईयां लेनी होती है। इसलिए लोगों को समझाएं कि बिना चिकित्सकीय सलाह के बच्चों को दवाईयां न दी जाए। उन्होनें कहा कि ग्राम स्तर पर कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए ग्राम स्तरीय कोर कमेटी को सौपें गए कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होनें कमेटी के सदस्यों का पूर्ण निष्ठा एवं सक्रियता से कार्यशील रहने के निर्देश दिए। उन्होनें स्थानीय जनप्रतिनिधियों से ग्रामीण लोगों में इस संबंध में जागरूकता लाने के लिए ग्राम स्तरीय कोर कमेटी का पूर्ण सहयोग करने की अपील की।
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जनानुशासन लॉकडाउन की अवहेलना पर 875 लोगों पर लगा जुर्माना

बाड़मेर, 27 मई। राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही करते हुए बुधवार 26 मई को जिले में 875 व्यक्तियों से कुल 1,77,100 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गई है।

जिला मजिस्ट्रेट लोक बन्धु ने बताया कि जिले में कोरोना वायरस रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही करते हुए राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के तहत जुर्माना राशि वसूल की जा रही है। उन्हांेने बताया कि जिले में बुधवार को उक्त अधिनियम के उल्लंघन पर पुलिस विभाग द्वारा 582 व्यक्तियों से 1,09,200 रुपये, उपखण्ड क्षेत्र बाड़मेर में 1 व्यक्ति से 1000 रूपये, बायतु में 5 व्यक्तियों से 1600 रूपये, चौहटन में 19 व्यक्तियों से 10,700 रूपये, सेड़वा में 17 व्यक्तियों से 5700 रूपये, सिणधरी में 17 व्यक्तियों से 3100 रूपये, शिव में 5 व्यक्तियों से 600 रूपये, गडरारोड़ में 1 व्यक्ति से 200 रूपये, बालोतरा में 120 व्यक्तियों से 18,600 रूपयेे, गुडामालानी में 4 व्यक्तियों से 1400 रूपये, धोरीमन्ना में 8 व्यक्तियों से 7100 रूपये तथा सिवाना में 96 व्यक्तियों से 17,900 को मिलाकर कुल 875 व्यक्तियों से 1,77,100 रूपये का जुर्माना वसूल किया गया है। उन्होने बताया कि जिले में बुधवार तक 74,113 व्यक्तियों से 1,26,77,076 रूपये की वूसली की जा चुकी है।
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अभावग्रस्त क्षेत्रों में मिलेगी बड़ी राहत, 24 स्थानों पर खुलेंगे पशु शिविर, 3849 पशुओं का हो सकेगा संरक्षण

बाड़मेर, 27 मई। जिले की शिव, चौहटन एवं गड़रारोड़ तहसीलों के अभाव ग्रस्त गांवो में पशुधन के संरक्षण के लिए 24 चारा शिविर खोले जाएंगे। जिला कलक्टर लोक बंधु ने बताया कि संवत 2077 में अभावग्रस्त घोषित क्षेत्रों में लघु एवं सीमांत कृषकों द्वारा अभव अवधि के दौरान छोडे गये पशुओं के संरक्षण हेतु शिव, चौहटन एवं गडरारोड तहसील क्षेत्रों मे कुल 24 स्थानों पर पशु शिविर खोले जाने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इन पशु शिविरों में 2711 बड़े एवं 1138 छोटे पशुओं सहित कुल 3849 पशुओं का संरक्षण हो सकेगा।

जिला ने शिव तहसील क्षेत्र में ग्राम भंवरीसर एवं तालों का गांव, चौहटन तहसील क्षेत्र में सेवरों की बस्ती, बांकाणा एवं रामजी की ढाणी तथा गडरारोड तहसील क्षेत्र में रोहिडाला, मुनाबाव, रोहिडाला, बालाकर, पीथाकर, दूधोड़ा, रामदेव नगर, मौसेरी, भूणी, समद का पार, हरसाणी, केलनली, आचारनियांे की ढाणी, फांगली, हरसाणी, खारची, जैसिन्धर गांव, बाण्डासर एवं डाबड ग्राम में पशु शिविर खोले जाने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।
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लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...