शुक्रवार, 18 अगस्त 2017

हर चुनौती से निपटने मंे सक्षम है बीएसएफ एवं वायुसेना की महिला जवान

देश की रक्षा तैनात महिला जवान महिला सशक्तिकरण एवं बेटियांे को आगे बढ़ाने की मुहिम मंे जुटी
बाड़मेर, 18 अगस्त। देश की हिफाजत के लिए हर चुनौती से निपटने मंे समक्ष बीएसएफ एवं वायुसेना की महिला जवान इन दिनांे कैमल सफारी के जरिए महिला सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रहे है। इनमंे वायुसेना एवं सीमा सुरक्षा बल की कई अधिकारी भी शामिल है। इनके मुताबिक वे हर स्थिति से निपटने मंे सक्षम है।
वायुसेना की स्कवाड्रन लीडर अयुष्का लोमस एवं सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी अस्टिटेंट कमाडेंट सुश्री तनुश्री पारीक के निर्देशन मंे महिला कैमल सफारी सरहदी इलाकांे मंे महिला सशक्तिकरण की बात आमजन तक पहुंचाने मंे जुटी है। विभिन्न सांस्कृतिक आयोजनांे एवं विद्यालयांे मंे पहुंचकर कैमल सफारी दल आमजन को यह समझाने मंे जुटा है कि बेटियां किसी भी रूप मंे कमजोर नहीं है। बल्कि उनको आगे बढ़ने का अवसर तो दो। सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी तनुश्री पारीक तो अपने जीवन के अनुभवांे को साझा करते हुए ग्रामीणांे से राजस्थानी भाषा मंे समझाइश करती हुई नजर आती है कि अभिभावक अगर बेटियांे को अध्ययन करने के साथ सक्षम बना देंगे तो भविष्य मंे वे अपने पैरांे पर खड़े होने के साथ किसी पर निर्भर नहीं रहेगी। पारीक ने मिठड़ाउ, केलनोर, समेत विभिन्न स्थानांे पर ग्रामीणांे से कैमल सफारी दल का जिक्र करते हुए कहा कि किस तरह से महिला जवान इस अनूठे अभियान मंे जुटी है। उन्हांेने टीम के सदस्यांे का हवाला देते हुए आगामी बीस दिन तक अपनी बेटियांे का आगे बढने एवं उनके सपनांे को पूरा करने का अवसर देने का अनुरोध किया। कैमल सफारी के इस अभियान मंे बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक प्रतुल गौतम, कमांडेट शाम कपूर, आशूतोष शर्मा, डिप्टी कमाडेंट मनोज कुमार, डिप्टी कमांडेंट एन.के.तिवारी समेत विभिन्न अधिकारी सांस्कृतिक गतिविधियांे एवं ग्रामीणांे से साथ हो रहे आदान-प्रदान कार्यक्रमांे मंे शरीक हो रहे है। यह अधिकारी कैमल सफारी दल की हौसला अफजाई भी कर रहे है। कैमल सफारी दल के ग्रामीण इलाकांे मंे पहुंचने पर ग्रामीणांे की ओर से उनका स्वागत किया जा रहा है। यह कैमल सफारी दल विशेषकर ग्रामीण महिलाआंे के लिए भी विशेष आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यह कैमल सफारी दल आगामी 2 अक्टूबर को वाघा बोर्डर पहुंचेगा। यह पहला मौका है जब देश की हिफाजत मंे तैनात महिला जवान कैमल सफारी के जरिए महिला सशक्तिकरण का संदेश दे रही है।




मनरेगा के कार्याें का अवलोकन किया

                बाड़मेर, 18 अगस्त। महात्मा गांधी नरेगा योजना के क्रियान्वयन से आए बदलाव से रूबरू होने के लिए चार राज्यांे मंे हो रहे अध्ययन के तहत डा.प्रतिमा पांडे की अगुवाई मंे बाड़मेर जिले की बायतू पंचायत समिति मंे हुए कार्यांें का अवलोकन किया गया।

                वन प्रबंधन संस्थान भोपाल से अध्ययन करने आई डा.प्रतिमा पांडे एवं रश्मि पालकर ने बायतू पंचायत समिति की बायतू पनजी एवं बायतू भीमजी ग्राम पंचायत मंे मनरेगा कार्याें के अवलोकन के साथ इससे आए बदलाव के बारे मंे ग्रामीणांे से जानकारी दी। इस दौरान मनरेगा के अधिशाषी अभियंता कबीर अख्तर एवं अन्य विभागीय अधिकारी उनके साथ रहे। अध्ययन दल को ग्रामीणांे ने बताया कि मनरेगा योजना शुरू होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलने के साथ पेयजल की समस्या का भी समाधान हुआ है। इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला है।


वीडियो कांफ्र्रेसिंग से मुख्यमंत्री ने की बाड़मेर की बालिकाओं से बातचीत

                बाड़मेर, 18 अगस्त। सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की ओर कोटा में आयोजित राजस्थान डिजीफेस्ट के दौरान मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने शुक्रवार को बाड़मेर जिले की बालिकाआंे से बातचीत की।

                मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कोटा मंे डिजीफेस्ट से बाड़मेर जिले के अंतरीदेवी विद्यालय की बालिकाआंे अन्तरी देवी बालिकाओं जयश्री, दिव्या, हिना, निक्की, भावना, लक्ष्मी, जनक से बातचीत करते हुए डिजी फेस्ट में जुड़ने के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के उपनिदेशक देवेन्द्र माथुर ने बालिकाओं को डिजी फेस्ट के महत्व की जानकारी दी। राजस्थान डिजी फेस्ट मंे बाड़मेर जिले एवं सभी ब्लॉकों के विभिन्न कॉलेजों,विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने अटल सेवा केन्द्रांे में वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से भाग लिया। इस दौरान प्रश्नोतरी प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसके विजेताआंे को सम्मानित किया जाएगा।


फसल बीमा संबंधित कार्यशाला 22 को

                बाड़मेर, 18 अगस्त। फसल बीमा की जानकारी देने के लिए 22 अगस्त को प्रातः 11.30 बजे होटल कलिंगा पैलेस मंे एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित होगी।

                कृषि विभाग के उप निदेशक ने बताया कि इस कार्यशाला मंे राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियांे, बैंकर्स, जन प्रतिनिधियांे एवं प्रगतिशील किसानांे को आमंत्रित किया गया है।

कल्याणपुर एवं बालोतरा मंे स्वच्छ भारत मिशन कार्यशाला 19 अगस्त को

                बाड़मेर, 18 अगस्त। स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत शनिवार को बालोतरा एवं कल्याणपुर मंे कार्यशाला का आयोजन होगा। इसमंे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते स्वच्छ भारत मिशन की अब तक की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

                जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि शनिवार को प्रातः 11.30 बजे पंचायत समिति कल्याणपुर के सभाकक्ष एवं दोपहर 3 बजे पंचायत समिति बालोतरा के सभाकक्ष मंे पंचायत समिति बालोतरा एवं पाटोदी के समस्त ग्राम पंचायतांे के सरपंच, ग्रामसेवक एवं पदेन सचिव, भू-अभिलेख निरीक्षक, पटवारी एवं पंचायत प्रसार अधिकारियांे की कार्यशाला रखी गई है। उन्हांेने बताया कि इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान, मतदाता पंजीयन अभियान, दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर-दिव्यांगांे के पंजीयन की समीक्षा, स्मार्ट विलेज प्रगति की समीक्षा की जाएगी।

महिलाएं किसी भी क्षेत्र मंे कमजोर नहीं : तनुश्री

तनुश्री ने कहा कि आर्मी की तरह ये ऐसी फोर्स है जो 24 घंटे देश के बोर्डर को महफूज रखती है
                बाड़मेर, 18 अगस्त। महिलाएं किसी भी क्षेत्र मंे कमजोर नहीं है। आज हर क्षेत्र मंे महिलाएं अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहा है। शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो, जिसमंे महिलाआंे की भूमिका नहीं हो। यह कहना है सीमा सुरक्षा बल की पहली महिला अधिकारी अस्टिटेंट कमाडेंट सुश्री तनुश्री पारीक का। पारीक इन दिनांे पश्चिमी सीमा पर कैमल सफारी के जरिए बीएफएफ एवं वायुसेना के महिला जवानांे के साथ नारी सशक्तिकरण एवं बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का संदेश देने मंे जुटी है।

                राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली तनुश्री की कई यादें बाड़मेर से जुड़ी हुई है। उनके पिता करीब 27 साल पहले बाखासर क्षेत्र मंे पशु चिकित्सक के बतौर पदस्थापित थे। उस समय बेहद विकट परिस्थितियां थी। बिजली,पानी एवं अन्य समस्याएं आम बात थी। तनुश्री बताती है कि उन्हें इस बात का बेहद गर्व है जिस स्थान पर उनके पिता पद स्थापित रहे, उसी स्थान से कैमल सफारी के आगाज के साथ उन्हांेने ग्रामीणांे को बेटियांे को बचाने एवं हर क्षेत्र मंे आगे बढने का अवसर देने का संदेश दिया। पंजाब फ्रंटियर मंे पदस्थापित तनुश्री बीएसएफ की पहली महिला अधिकारी हैं। उनका चयन यूपीएससी की ओर से वर्ष 2014 में आयोजित परीक्षा मंे हुआ था। इसके बाद उन्हांेने टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल अकादमी में आयोजित पासिंग आउट परेड में देश की पहली महिला अधिकारी (असिस्टेंट कमांडेंट) के रूप में हिस्सा लिया और 67 अधिकारियों के दीक्षांत समारोह में परेड का नेतृत्व भी किया। इसके लिए उन्हें सम्मानित किया गया। तनुश्री ने बीएसएफ अकादमी में अधिकारियों के 40वें बैच में बतौर सहायक कमांटेंड 52 हफ्तों का प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद उन्हें पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनाती मिली। उनके मुताबिक बचपन से भी सेना में जाने की लगन थी। उन्होंने बीकानेर में करीब से बीएसएफ के कामकाज के तरीके को देखा और उन्होंने नौकरी के लिए नहीं पैशन के लिए बीएसएफ को चुना। साथ ही तनुश्री ने कहा, “मेरा फोर्स में जाना तभी मायने रखेगा, जब दूसरी लड़कियां भी फोर्स ज्वाइन करना शुरू करेंगी। उनके मुताबिक लड़कियां सूरज से बचने के लिए सनस्क्रीन लगाना छोड़ें, धूप में तपकर खुद को साबित करें। उन्हें इस बात का बेहद गर्व है कि वे देश की पहली महिला कॉम्बैट ऑफिसर है। तनुश्री स्कूल और कॉलेज के दौरान एनसीसी कैडेट रही। तनुश्री आईएएस प्री और आरएएस प्री में सफलता हासिल कर चुकी हैं। तनुश्री बताती है कि जब बीकानेर में बोर्डर फिल्म की शूटिंग हो रही थी और इस समय वह स्कूल जाने लगी थी। इसमें सेना का अहम रोल था और इसी फिल्म से प्रेरणा लेकर उन्होंने बीएसएफ में जाकर देश की सेवा करने का बनाया। उन्होंने बताया कि अक्सर उनके पापा शूटिंग के फोटो दिखाकर इन्स्पायर करते। बस वहीं से ठान लिया था कि वर्दी वाली सर्विस में ही जाना है। बीकानेर में सीमा सुरक्षा बल के कामकाज के तरीके को देखा। तब समझ में आया कि आर्मी की तरह ये ऐसी फोर्स है जो 24 घंटे देश की बोर्डर को महफूज रखती है। वे बताती है कि वे सरहद पर हर प्रकार की डयूटी को अंजाम देती है। मौजूदा समय मंे महिला जवान हर क्षेत्र मंे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए यह साबित कर रही है कि वे किसी भी क्षेत्र मंे कमजोर नहीं है।




राजस्थान को ओडीएफ बनाने के मिशन में जुटें : राठौड़़

                बाड़मेर, 18 अगस्त। राजस्थान को पूरी तरह से खुले मंे शौच से मुक्त बनाने के मिशन मंे किसी तरह की कौताही नहीं बरती जाए। इसके लिए समन्वित प्रयास किए जाए। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टरांे से यह बात कही।

                इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री राठौड़ ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जिला कलक्टरों के साथ स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं शहरी, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण, ग्राम, ग्राम पंचायतों एवं शहरों को खुले में शौच मुक्त घोषित करने एवं उनके सत्यापन की प्रगति की समीक्षा की। उन्हांेने कहा कि मार्च 2018 तक पूरे राज्य को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने जो लक्ष्य रखा है, उसे पूरा करने के लिए अधिकारियों को मिशन की तरह कार्य करना होगा। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए। राठौड़ ने जिला कलक्टरों से शौचालय निर्माण के साथ-साथ उनका समय पर सत्यापन और भुगतान के काम में भी तीव्रता लाने के लिए कहा। इस दौरान मुख्य सचिव अशोक जैन ने जिला कलक्टरों को शौचालयों के उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण पत्र जल्दी से जल्दी जमा कराने के लिए कहा। उन्होंने स्मार्ट विलेजों को ओडीएफ करने के काम को प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश भी दिए। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर वीडियो कांफ्रेसिंग मंे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा एवं अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.गुंजन सोनी उपस्थित रहे। वीडियो काफ्रेंसिग के जरिएए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुदर्शन सेठी, आयुक्त एवं शासन सचिव नवीन महाजन, प्रमुख शासन सचिव मंजीत सिंह एवं निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन श्रीमती आरुषी मलिक ने भी विभागीय योजनाआंे की प्रगति की जानकारी ली।


लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...