शुक्रवार, 11 अगस्त 2017

सांस्कृतिक संध्या के लिए कार्यक्रमों का चयन

                बाड़मेर, 11 अगस्त। स्वाधीनता दिवस 2017 के उपलक्ष में आयोजित होने वाली सांस्कृतिक संध्या के लिए आकर्षक एवं रोचक कार्यक्रमों का चयन स्थानीय अंतरी देवी राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में समिति की ओर से किया गया।

                इस दौरान उपखंड अधिकारी चेतन कुमार त्रिपाठी, तहसीलदार गोपाल सिंह मीणा ,वरिष्ठ उप जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह राठौड़ ,शिक्षाविद बंशीधर तातेड ,प्रोफेसर मुकेश पचौरी ,ए बी ई ओ श्रवणकुमार छंगाणी एवं प्रधानाचार्य श्रीमती राजेश महरवाल की चयन समिति ने कार्यक्रमांे का चयन किया। कार्यक्रम संयोजक सांस्कृतिक प्रभारी एवं प्राध्यापक दीपसिंह भाटी ने बताया कि सांस्कृतिक संध्या के लिए शहर के कई विद्यालयों छात्र एवं छात्राआंे ने भाग लिया। इसमंे राष्ट्रीय पर्व की गरिमा के अनुरूप कार्यक्रम चयनित किए गए। चयनित कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण 15 अगस्त शाम 7. 30 बजे से स्थानीय रासीउमावि स्टेशन रोड मंे सांस्कृतिक संध्या के दौरान होगा।



स्वच्छ भारत मिशन कार्यशाला आज, वेस्ट मैनेजमेंट गुरू सी.श्रीनिवासन आएंगे

अंबिकापुर शहर की तर्ज पर बाड़मेर मंे कचरा प्रबंधन सालिड एंड लिक्विट वेस्ट मैनेजमेंट की तैयारी
                बाड़मेर, 10 अगस्त। पूरे देश मंे कचरा प्रबंधन सालिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट मंे बेहतरीन कार्य के लिए सुर्खियांे मंे आए अंबिकापुर शहर की तर्ज पर बाड़मेर एवं बालोतरा शहर मंे कचरा प्रबंधन की रूपरेखा तैयार होगी। इसको लेकर वेस्ट मैनेजमेंट गुरू सी.श्रीनिवासन शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भगवान महावीर टाउन हाल मंे दोपहर 3 बजे आयोजित होने वाली कार्यशाला के दौरान वेस्ट मैनेजमंेट के विविध पहलूआंे से रूबरू कराएंगे। अंबिकापुर समेत विभिन्न शहरांे मंे इनकी देखरेख मंे कचरा प्रबंधन कार्य योजना की क्रियान्विति की गई थी।
                जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि भगवान महावीर टाउन हाल मंे शनिवार को दोपहर 3 बजे स्वच्छ बाड़मेर अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित होंगी। इसमंे इंडियन ग्रीन सर्विस के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सी.निवासन स्वच्छता एवं कचरा प्रबंधन के बारे मंे प्रशिक्षण देंगे। इस दौरान जन प्रतिनिधियांे सांसद, विधायक, प्रधान, नगर परिषद के सभापति, वार्ड पार्षद, राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य, गौशालाआंे, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधियांे, समाजसेवियांे, कंपनियांे, उद्योगपतियांे, विभिन्न सामाजिक संगठनांे के प्रतिनिधियांे, भामाशाहांे, समस्त सरकारी एवं निजी विद्यालयांे के प्राचार्य एवं स्टाफ, प्रिंट एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियांे, विभागीय अधिकारियांे, एनसीसी, स्काउट, एनएसएस, ई-मित्र संचालकांे, होटल व्यवसायियांे, निजी चिकित्सालयांे के प्रतिनिधियांे एवं गणमान्य नागरिकांे को आमंत्रित किया गया हैं। उन्हांेने बताया कि बालोतरा शहर मंे 13 अगस्त को स्वच्छ बालोतरा अभियान के तहत कार्यशाला आयोजित होगी। जिला कलक्टर ने अधिकाधिक लोगांे से इस कार्यक्रम मंे शामिल होकर बाड़मेर शहर के विकास मंे भागीदारी बनने की अपील की है।

कैसे होता है अंबिकापुर मंे कचरा प्रबंधन : केंद्रीय नगरीय निकाय मंत्रालय भारत सरकार एवं स्वच्छ भारत मिशन ने अंबिकापुर का चयन बेहतर कचरा प्रबंधन वाले शहर के रूप में किया है। पूरे देश में कचरा प्रबंधन सॉलिड एण्ड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट में बेहतर कार्य के लिए सात शहरों का चयन किया गया है  ,जिनमें अंबिकापुर का कचरा प्रबंधन को सबसे बेहतर है। अंबिकापुर शहर के अधिकाशं वार्डों में एसएलआरएम सेंटरों की स्थापना हो चुकी है और सैकड़ों महिलाओं का समूह कचरा प्रबंधन के कार्य में लगा है। अंबिकापुर मंे तीन वक्त डोर टू डोर कचरा कलेक्शन किया जाता है। ठोस और द्रव्य कचरों को एसएलआरएम सेंटरों में अलग-अलग किया जाता है। साथ ही बड़े पैमाने पर जमा इस कचरे, जिनमें प्लास्टिक, लोहा एवं अन्य बिक्री योग्य सामग्रियां होती है, को नीलाम कर महिला समूहों को आय का बड़ा जरिया बना दिया गया है। इस कार्य को देखने के लिए विभिन्न नगरीय निकायों से जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी लगातार आ रहे हैं और अपने नगरीय निकायों में इसे लागू कर रहे हैं। अंबिकापुर शहर में कचरा प्रबंधन के कार्य की शुरूआत तत्कालीन सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन की पहल पर सिनेस्टार आमिर खान के धारावाहिक सत्यमेव जयते फेम सी.श्रीनिवासन के देखरेख में किया गया था। अंबिकापुर के साथ गुजरात के सूरत, कर्नाटक के बैंगलोर, मैसूर, पंजाब के मोहाली, महाराष्ट्र के पुणे, नवी मुंबई, शोलापुर का नाम भी बेहतर कचरा प्रबंधन के लिए शामिल है।

शहीदांे के परिजनांे का होगा सम्मान

                बाड़मेर, 11 अगस्त। आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित होने वाले जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान शहीदांे के परिजनांे का सम्मान किया जाएगा।

                सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि मुख्य समारोह के दौरान शहीदांे के परिजनांे को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान शहीदांे के परिजनांे से जिला स्तरीय समारोह मंे शामिल होने का अनुरोध किया है।

अंबिकापुर मॉडल बदल सकता है बाड़मेर की तस्वीर

                बाड़मेर, 11 अगस्त। अंबिकापुर का कचरा प्रबंधन मॉडल आज पूरे देश में चर्चा में है। जबकि आज बाड़मेर एवं बालोतरा शहर से निकलता सॉलिड वेस्ट का प्रबंधन बड़ी चुनौती बना हुआ है। घरों एवं दुकानों से निकलते कचरे को उठाने के लिए यदि छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर का मॉडल अपना लिया जाए तो हमारा शहर भी साफ एवं सुंदर हो सकता है। इसके मददेनजर बाड़मेर जिला प्रशासन नवीन पहल करने मंे जुटा है। हालांकि इसमंे शहरवासियों की जागरुकता एवं सहभागिता जरूरी है।
                सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम से अंबिकापुर निगम में सफाई के साथ कमाई भी हो रही है। स्वच्छ भारत मिशन में मैसूर के बाद अब देश में अंबिकापुर नगर निगम के सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट की चर्चा हैं। छत्तीसगढ़ में बीते साल शहरों में साफ-सफाई के लिए डोर टू डोर कचरा कलेक्शन जैसी योजना शुरू की गई और इसके लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने बैटरी चलित रिक्शा पर करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन अंबिकापुर निगम ने अलग मिसाल पेश की और शहर से रोज निकलने वाली गंदगी एवं कचरे के निपटारे के लिए लिए बीड़ा उठाया। तत्कालीन कलेक्टर ऋतु सेन ने इसके लिए आमिर खान के धारावाहिक सत्यमेव जयते से चर्चा में आए सी. श्रीनिवासन सहयोग लिया और अंबिकापुर के 48 वार्डों से निकलने वाले कूड़े-कचरे के लिए सॉलिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम शुरू हुआ।
स्वच्छता, जल संरक्षण और हरियाली का संदेश : अंबिकापुर में जिस स्थान पर कंचरा डंप किया जा रहा था, वहां अब सेनेटरी पार्क के जरिए स्वच्छता, जल संरक्षण और पर्यावरण को हरा-भरा रखने का संदेश दिया गया है। इसमें अपशिष्ट पदार्थों को अलग किया जा रहा है। वेस्ट रिसोर्सेस के टर्सरी सेग्रिगेशन से कई वस्तुएं रिसाइक्लिंग कर उपयोगी बनाई जाती है। मेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए श्रेडर मशीन लगाई गई है। इसके अलावा अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण बायो गैस तैयार कर रहा है। रूफ वाटर हार्वेस्टिंग एवं वर्षा जल संचयन मॉडल का भी निर्माण किया गया है।

ऐसे काम करता है अंबिकापुर मॉडल : महिलाओं का समूह वार्डों से रोजाना निकलने वाले कचरे को अलग-अलग एकत्र करता है। इसके लिए लोगों के घरों में जाकर हर सुबह रिक्शा से कचरा लाया जाता है, उसके बाद सूखे और गीले कचरे की छटाई की जाती है। कूड़े के ढेर से कबाड़ एवं ठोस कचरों की बिक्री की जाती है और गीले कचरे से जैविक खाद तथा गैस बनाकर सप्लाई की जाती है। अंबिकापुर मंे वार्डों में ही एसएलआरएम सेंटर में एकत्र कर इसकी ग्रेडिंग की जाती है। यहां लोगों से गीला एवं सूखा कचरा अलग- अलग लिया जाता है। रिक्शा में दो बाक्स बने होते है। उसके बाद एसएलआरएम सेंटर में डिलीवरी की जाती है। अंबिकापुर मंे महिला समूहों को प्रशिक्षण देकर कचरे की परिभाषा बताई गई और इसके निपटारे के लिए ग्रेडिंग का तरीका भी विस्तार से सिखाया गया।

बीएसएफ के डेजर्ट कमांडो शामिल होंगे परेड मंे, एयरफोर्स के स्काई ड्राइवर दिखाएंगे करतब

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस समारोह रहेगा मुख्य आकर्षण का केन्द्र
                बाड़मेर, 11 अगस्त। जिला मुख्यालय पर पहली मर्तबा जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मंे सीमा सुरक्षा बल के डेजर्ट कमांडो की टीम परेड मंे शामिल होगी। वहीं वायुसेना के स्काई ड्राइवर पैराट्रिपिंग एवं पैरासैलिंग के जरिए कई करतब दिखाएंगे।
                जिला मुख्यालय पर आदर्श स्टेडियम मंे आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह मंे सीमा सुरक्षा बल के कमांडो की तीस सदस्यीय टीम शामिल होगी। सीमा सुरक्षा बल के यह कमांडो टेकनपुर मंे तैयार होते है। इनको विशेष प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है। ये कमांडो पानी के अंदर हो या फिर जंगल सब जगह ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। मुख्य समारोह के दौरान वायुसेना के आकाशगंगा टीम के स्काई ड्राइवर पैराट्रिपिंग एवं पैरासैलिंग के जरिए विभिन्न प्रकार के करतब दिखाएंगे।
बीएसएफ के स्पेशल कमांडो : बीएसएफ के कमांडो दुश्मन के बगल मंे मौजूद रहते है लेकिन उसे उनकी भनक नहीं लगती। इनकी वेशभूषा, उनके चेहरे का रंग और बिजली जैसी चाल, यह कमांडो आसपास के माहौल और मौसम से ऐसे घुल मिल जाते हैं कि इनको पहचानना मुश्किल हो जाता है।

मगरमच्छ से लेते हैं प्रेरणा : बीएसएफ के कमांडो जंगल के सबसे खतरनाक शिकारी मगरमच्छ से प्रेरणा लेते हैं, जिस तरह मगरमच्छ अपने शिकार के करीब आने का इंतजार करता है, धैर्य रखते हुए बेहद खामोश रहता है। पानी में सिर्फ आंखें नजर आती हैं। उसी तरह यह कमांडो भी भारत पाकिस्तान की सरहद पर चौबीसों घंटे रहते हैं।

स्मार्ट विलेज के कार्याें को अनुमोदित कराने के निर्देश

                बाड़मेर, 11 अगस्त। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत स्मार्ट विलेज मंे लिए जाने वाले कार्याें को 15 अगस्त को आयोजित होने वाली ग्राम सभाआंे मंे अनुमोदित करवाने के निर्देश दिए गए है।

                जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने स्मार्ट विलेज मंे कराए जाने वाले कार्य स्वराज पथ, खेल मैदान, चारागाह विकास, माडल तालाब निर्माण एवं राजकीय विद्यालयांे की चारदीवारी के निर्माण कार्य ग्राम सभाआंे मंे अनुमोदित करवाने के निर्देश दिए है।

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...