बाड़मेर, 02 अप्रैल। मतदाता जागरूकता
के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत कलेक्ट्रेट में स्थापित किए गए मतदान केन्द्र पर
मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु गुप्ता ने ईपिक बताकर मॉक पोल किया।
उन्हांने मतदाताआें को लोकसभा चुनाव में मतदान के लिए ईपिक अथवा 11 अन्य प्रकार के दस्तावेज लाने की अपील की। ताकि कोई मतदाता
मतदान करने से वंचित नहीं रहे।
जिला मुख्यालय पर मतदाता
जागरूकता के लिए स्थापित मतदान केन्द्र पर जिला निर्वाचन अधिकारी हिमांशु गुप्ता
ने ईपिक, उप जिला निर्वाचन अधिकारी
राकेश कुमार शर्मा ने आधार एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने परिचय
पत्र दिखाकर मॉक पोल किया। इस दौरान स्वीप के सहायक नोडल अधिकारी मुकेश पचौरी, डा.रामेश्वरी चौधरी,
अर्जुन कुमार, कैलाश जोशी, मांगूदान ने बाड़मेर जिले
में चलाई जा रही मतदाता जागरूकता गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्हांने
बताया कि लोकसभा चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करवाने के प्रयास किए जा
रहे है। जिला कलक्टर गुप्ता एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियां ने ईवीएम से मतदान तथा
वीवीपेट से सत्यापन के साथ चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी ली। इस दौरान जिला
निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने बताया कि स्वीप के तहत मतदाताआें को मतदान के प्रति
जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसी कड़ी में उनके
निर्देशन में प्रशासनिक अधिकारियां ने चुनाव आयोग की ओर से मतदान के लिए अधिकृत
दस्तावेज दिखाकर मॉक पोल किया। उन्हांने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के
निर्देशानुसार लोकसभा चुनाव के लिए फोटो युक्त वोटर स्लीप का उपयोग अब मतदाता
पहचान पत्र के रूप में मान्य नहीं किया जाएगा। मतदान के लिए ईपिक कार्ड मतदाता
पहचान पत्र के अलावा 11 प्रकार के वैकल्पिक
पहचान पत्रों को मान्य किया जाएगा। उनके मुताबिक ईपिक कार्ड के अलावा 11 प्रकार के वैकल्पिक पहचान पत्रों में पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, राज्य पब्लिक लिमिटेड
कंपनियों,
सार्वजनिक
क्षेत्र के उपक्रम, केन्द्र सरकार एवं राज्य
सरकार की ओर से कर्मचारियों को जारी किए जाने वाले फोटो युक्त सेवा पहचान पत्र, बैंकों डाकघरों की ओर से जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक, पेन कार्ड, आरजीआई एवं एनपीआर की ओर
से जारी स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जोब कार्ड, श्रम मंत्रालय की योजना के अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा
कार्ड, फोटो युक्त पेंशन
दस्तावेज, सांसदों एवं विधायकों और
विधान परिषद सदस्यों को जारी सरकारी पहचान पत्र एवं आधार कार्ड शामिल हैं। इधर, मतदान केन्द्र पर आमजन में मॉक पोल करने को लेकर खासा
उत्साह देखा गया।