स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण
2018 एवं माहवारी स्वच्छता प्रबंधन योजना का शुभारंभ
बाड़मेर, 02 अगस्त। स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण की जानकारी आमजन तक पहुंचाएं। स्वच्छता के प्रति
लोगांे मंे जन जागरूकता के लिए अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें, ताकि आमजन की भागीदारी
सुनिश्चित की जा सके। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने गुरूवार
को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 एवं माहवारी स्वच्छता
प्रबंधन योजना संबंधित जिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान यह बात कही।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के लिए निर्धारित
ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ निरंतरता एवं माहवारी प्रबंधन के बारे में ज्यादा से ज्यादा
जागरूकता लाई जाए। उन्होंने कहा कि अभियान से जुड़े सभी लोग संदेशवाहक रूप में कार्य
करें, ताकि लोगों में स्वच्छता की आदतों को लगातार जारी रखा जा सके। उन्होंने कहा कि
समस्त अधिकारी टीम के रूप में काम करते हुए लोगों में स्वच्छता की समझ विकसित करें, बाड़मेर जिले को अच्छी
रैकिंग हासिल हो। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के तहत सिटीजन फीडबैक के 35 प्रतिशत, प्रत्यक्ष अवलोकन के
30 प्रतिशत तथा सम्पन्न
कार्यों की प्रगति के 35 प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि टीम की ओर से सर्वेक्षण
के लिए जिले में रैंडमली 10 गांव चिन्हित किए जाएंगे, इसको देखते हुए सभी गांवों में स्वच्छता अभियान चलाया जाए। उन्हांेने कहा कि सर्वेक्षण
के लिए स्वच्छता मोबाइल एप्प को डाउनलोड करवाकर अधिकाधिक आमजन के सुझावों को दर्ज करवाया
जाए। उन्हांेने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियांे के
बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने 15 अगस्त को आयोजित होने वाली ग्राम सभा के दौरान मतदाता जागरूकता संबंधित संदेश
आमजन तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
इस दौरान स्वच्छ सर्वेक्षण के बारे मंे पावर पाइंट प्रजेटेंशन के जरिए प्रस्तुति
देते हुए पंचायत प्रसार अधिकारी ओंकारदान ने बताया कि सर्वेक्षण के दौरान विद्यालय, आंगनबाडी केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य
केन्द्र, हाट बाजार, धार्मिक स्थल, ग्राम पंचायत आदि का सर्वेक्षण, स्वच्छता के विषय पर समुदाय की समझ एवं स्वच्छता की स्थिति बेहतर बनाने के संबंध
में समुदाय की सिफारिशों तथा स्वच्छ भारत मिशन के ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम पर दर्ज
आंकडों आदि की वस्तु स्थितियों के आधार पर रैकिंग की जाएगी। सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन
करने वाले जिलों को 2 अक्टूबर को पुरस्कृत किया जाएगा। कार्यशाला मंे पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की
ओर से 31 अगस्त तक जिले में करवाए जाने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर व्यापक विचार विमर्श
के साथ आवश्यक निर्देश दिए गए। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
डा.पी.सी.दीप्पन ने स्वच्छ भारत मिशन मंे आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ माहवारी
प्रबंधन के बारे मंे जानकारी दी। उन्हांेने कहा कि कई बार अज्ञानता के कारण होने वाला
संक्रमण बड़ी बीमारी का कारण बन जाता है। महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक श्रीमती
सती चौधरी ने कहा कि स्वच्छता एवं विशेषकर महिलाआंे से जुड़े मामलांे पर संवेदनशील होकर
कार्य करने की जरूरत है। कार्यशाला मंे पुलिस उप अधीक्षक रतनलाल, अधीक्षण अभियंता शंकरलाल, जिला समन्वयक पुष्पेन्द्रसिंह
सोढ़ा, फिनिश-आरडीओ के राजेश गुप्ता समेत विकास अधिकारी एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
अभियान के तहत आयोजित होंगे कई कार्यक्रम : इस अभियान के तहत 8 अगस्त को प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्वच्छता आंदोलन के रूप में समुदाय की सहभागिता
से सफाई अभियान आयोजित किया जाएगा। 15 अगस्त की पूर्व संध्या पर प्रत्येक ग्राम पंचायत पर स्वच्छता रैली एवं सांस्कृतिक
कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह 14 अगस्त तक ब्लॉक स्तरीय ओडीएफ ओलम्पिक तथा 16 से 30 अगस्त तक जिला स्तरीय ओडीएफ ओलम्पिक का आयोजन किया जाएगा।