बाड़मेर, 21 अक्टूबर। राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर बाड़मेर जिले में मूल गांवो से सीमा लगती हुई 26 मजरों एवं ढ़ाणियों को नवीन राजस्व ग्राम बनाया गया है।
राजस्व (ग्रुप-1) विभाग की ओर से इस सम्बन्ध में जारी अधिसूचना के अनुसार बाड़मेर जिले की धोरीमन्ना, गुड़ामालानी, बाड़मेर, बायतु, गिड़ा, पचबदरा एवं सिणधरी तहसील में इन नवीन राजस्व ग्रामों का गठन किया है। राजस्व (ग्रुप-1) के संयुक्त शासन सचिव राजेन्द्र सिंह ने बताया कि धोरीमन्ना तहसील में खीचड़ो का वास, जसनाथ नगर, हणुताणीस उओं का वास, रामदान की ढ़ाणी, डउकियो की ढ़ाणी एवं गोगाजी का मन्दिर को नया राजस्व ग्राम बनाया गया है। इसी तरह गुड़ामालानी तहसील क्षे़त्र में नवलासर, मनराणी भीलो की ढ़ाणी, हीराणी तरड़ो की ढाणी, केशरिया धाम, कूकणों की ढाणियां, डी सियाग नगर एवं खंगारपुरा को राजस्व ग्राम बनाया गया है। उन्होंने बताया कि सिणधरी तहसील में महादेवपुरा, आदर्श आडेल एवं उत्तम नगर, तथा पचपदरा तहसील में मालाजाल पुनियों की ढाणी, दुगटो की ढाणी, सुथारो की ढाणी, मोडासर एवं सुरजन नगर को नवीन राजस्व ग्राम बनाया गया है। इसी तरह बाड़मेर तहसील में बोला तला, बायतु तहसील में लाखासर, उमोणी कड़वासरा नगर एवं मोटाणी कड़वासरो की ढाणी तथा गिडा तहसील में शहीद गंगाराम नगर को नवीन राजस्व ग्राम बनाया गया है। सिंह ने बताया कि नवीन राजस्व ग्रामों के गठन से प्रभावित मूल एवं नवीन राजस्व ग्रामों के अभिलेखों के अलग-अलग संधारण के लिए इन गांवों की पृथक-पृथक जमाबंदी, खसरा नंबर एवं नक्शे एवं अभिलेखों के परिशोधन कार्य के लिए जिला कलक्टर बाड़मेर को अधिकृत किया गया है।