जिला कलक्टर ने कहा कि बेटियांे के लिए उनके दरवाजे है सदैव खुले
इस दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कहा कि उनके भी एक बेटी है, जब वे दिन भर की थकान के बाद घर पहुंचते है तो बेटी की एक मुस्कान से सारी थकान दूर हो जाती है। उन्हांेने कहा कि बेटियांे की हरसंभव मदद के लिए वे तत्पर हैं। बेटियां हमारा कल का भविष्य है। इनको आगे बढ़ने के समुचित अवसर प्रदान करें। इस दौरान जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता एवं महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी, जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी तथा अभिभावकांे की उपस्थिति मंे बालिकाआंे का प्रथम जन्म दिवस आंगनवाड़ी के पोषाहार से बना केक काटकर जन्मोत्सव के रूप मंे मनाया गया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी ने आंगनवाड़ी पर मिलने वाली सेवाआंे एवं पोषाहार के बारे में जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि बेटा बेटी को समान माने, इसके लिए जन्मोत्सव मनाया जाता है। जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया कि बेटियों के महत्व को बढ़ाने के लिए आंगनवाड़ी केन्द्र, वि़द्यालय एवं महिला महाविद्यालय मंे प्रश्नोतरी, बालिकाओ में मेहंदी प्रतियोगिता, नारे लेखन, पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया है। इसमंे बेटियांे ने उत्साह से भाग लिया। बाड़मेर शहर सीडीपीओ धर्मेन्द्रकरण ने सबका आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुपरवाइजर दुर्ग सिंह सोढा ने आंगनबाड़ी संचालन के बारे मंे बताया। जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक अजय कुमार ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियांे को 24 जनवरी को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान रवि राज चौहान, सुभाष शर्मा एवं आंगनवाड़ी केंद्र की आशा सहयोगिनी, कार्यकर्त्ता एवं सहायिका आदि उपस्थित रहे।
इनका मनाया जन्मदिन: जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता की उपस्थिति मंे गुंजन, शिद्रा, निर्मला, आयत एवं तनुश्री का जन्म दिन केक काटकर मनाया गया। वहीं नायरा, सकिला एवं नूर फातिमा का अन्न प्राशन किया गया।