शुक्रवार, 24 जून 2022

दैनिक दिनचर्या मंे सकारात्मक सोच को प्राथमिकता देंः मीणा

बेहतरीन परिणाम के लिए जीवन मंे सकारात्मक सोच जरूरीः लोकबंधु

बाड़मेर, 24 जून। दैनिक दिनचर्या मंे सकारात्मक सोच को प्राथमिकता देने की जरूरत है। इससे प्रशासनिक अधिकारियांे की कार्य क्षमता मंे इजाफा होने के साथ बेहतरीन परिणाम मिलेंगे। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत शुक्रवार को जिला प्रशासन एवं प्रशासक सेवा प्रभाग तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय महावीर नगर बाड़मेर की ओर से जिला परिषद सभागार मंे आयोजित कार्यशाला के दौरान सेवानिवृत आईएएस सीता राम मीणा ने यह बात कही।
इस दौरान सीता राम मीणा ने कहा कि प्रशासनिक सेवा में रहते हुए कई मर्तबा दबाव महसूस होता है। वहीं कई मर्तबा निर्णय को लेकर असमजंस की स्थिति होती है। ऐसे मंे सकारात्मक सोच के माध्यम से स्वयं निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। उन्हांेने अपने सेवाकाल के अनुभवांे को सांझा करते हुए कहा कि आतंरिक कमजोरियांे के कारण कार्य एवं निर्णय प्रभावित होते हैं। सकारात्मक सोच तन और मन दोनांे को स्वस्थ्य रखने मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह सोच न केवल जीवन को संतुलित रखने मंे मदद करती है, बल्कि रोजमर्रा के अनुभव को सुखद बना देती है। उन्हांेने कहा कि इससे जीवन मंे किसी भी बदलाव के साथ खुद को भी बदलने मंे मदद मिलती है। उन्हांेने उपस्थित संभागियांे से जीवन मंे आध्यात्म से जुड़ने की जरूरत जताई।
जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि बेहतरीन परिणाम के लिए जीवन मंे सकारात्मक सोच जरूरी है। प्रशासनिक सेवा के दौरान अधिकारियांे का आमजन से सीधा संपर्क रहता है। जिला कलक्टर ने कहा कि सकारात्मक सोच रखते हुए अपने पास आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को संतोषजनक जबाव देने का प्रयास करें। अगर कोई कार्य संभव नहीं है तो भी संबंधित व्यक्ति को संतोषजनक जबाव देते हुए आश्वस्त करें। उन्हांेने कहा कि नकारात्मक सोच रखने से तनाव के साथ संबंधित व्यक्ति की कार्य क्षमता प्रभावित होती है। जबकि सकारात्मक सोच की बदौलत जीवन के हर क्षेत्र मंे बेहतरीन परिणाम मिलते है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि हम अपने जीवन मंे सकारात्मक सोच रखेंगे तो उसके बेहतर परिणाम मिलेंगे। उन्हांेने कहा कि जो लोग खुश रहते है वे अपने जीवन मंे सकारात्मक सोच रखते है। उन्हांेने कार्यशाला आयोजन के लिए आभार जताते हुए जीवन के हर क्षेत्र मंे सकारात्मक पहलूआंे पर जोर देने की बात कही।
कार्यशाला मंे अतिरिक्त जिला कलक्टर उम्मेद सिंह रतनू, डिस्काम के अधीक्षण अभियंता अजय माथुर, नगर परिषद आयुक्त योगेश आचार्य, बबिता बहिन, सुरेश जाटव समेत विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। इससे पहले आध्यात्मिक लीडर एवं मोटिवेशन स्पीकर डा.रीना दीदी ने कहा कि राजयोग को अपनाने से मन को शक्ति मिलती है। उन्हांेने राजयोग के बारे मंे विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कोई भी कार्य हो उसको मुस्करातें हुए संपादित करें। माउंट आबू प्रशासनिक विभाग के हरीश भाई ने ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संगठन एवं गतिविधियांे के बारे मंे विस्तार से अवगत कराते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत पूरे देश मंे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। उन्हांेने कहा कि सकारात्मक सोच के जरिए मनुष्य के जीवन मंे आने वाली हर समस्या का समाधान किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन हरीश जांगिड़ ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत मंे अतिथियांे ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यशाला का शुभारंभ किया।
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जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित

बैंकर्स कमजोर वर्ग के ऋण पर संवेदनशील दृष्टिकोण रखें

बाड़मेर, 24 जून। समाज के कमजोर वर्ग की आर्थिक परिस्थितियों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के प्रति बैंकर्स सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए ऋण आवेदन पत्रो पर त्वरित कार्यवाही करें। यह बात जिला कलक्टर लोक बंधु ने शुक्रवार सांय आयोजित जिला स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति की बैठक के दौरान कही।
इस अवसर पर जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के वितीय रूप सशक्त करने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होनें बैंकर्स से उक्त उद्देश्य के अनुरूप योजनाओं के अन्तर्गत प्राप्त आवेदनों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखने हुए प्राथमिकता से निस्तारण करने की बात कही। उन्होने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा आमजन को विकास योजनाओं का फायदा पहुंचाने एवं युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरूआत की है, बैंकर्स इन योजनाओं को क्रियान्वित करने में गम्भीर रवैया अपनाएं। उन्होने कहा कि बैंकर्स सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न ऋण योजनाओं में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित समयानुसार आवेदनों के निस्तारण में विशेष ध्यान देकर पात्र लोगों को ऋण स्वीकृत करने एवं वितरण करने में प्राथमिकता बरतें।  
बैठक में जिला कलक्टर ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, दीनदयाल अन्त्योदय योजना, पथ विक्रेता ऋण योजना,स्वयं सहायता समूह, अनुसूचित जाति/जनजाति निगम की योजनाओं, इन्दिरा महिला शक्ति उद्यमी प्रोत्साहन योजना, इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्ययम उन्नयन योजना समेत विभिन्न ऋण योजनाओं मे विभागों द्वारा बैंकों को प्रेषित आवेदनों तथा स्वीकृत एवं वितरण की बैंकवार समीक्षा पश्चात् बकाया ऋण आवेदनों का शीध्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि विभिन्न योजनाओं में पुराने ऋण आवेदन पत्रों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए।
इस अवसर पर भारतीय रिजर्व बैंक के एजीएम राजेंद्र बालोत ने कहा कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न ऋण योजनाओं में प्राप्त ऋण आवेदन पत्रों को समय पर निस्तारण करे। उन्होने कहा कि ऋण आवेदन पत्र लम्बित रखने का कोई कारण नहीं बनता है, यदि आवेदन में किसी प्रकार की कमियां पाई जावे तो उनका निराकरण कर अग्रिम कार्यवाही की जाए। उन्होने बकाया ऋण आवेदनों के निस्तारण में प्रभावी मॉनिटरिंग की आवश्यकता जताते हुए शीध्र निस्तारण कराने को कहा। नाबार्ड के डीडीएम महेन्द्रसिह ने भारत सरकार के आत्मनिर्भर पैकेज अनुसार किसानों की आय बढ़ाने के लिए फसयलोतर प्रबन्धन के प्रति किसानों को सजग करवाने, विपणन प्रणाली में सुधार के साथ साथ किसानों, पशुपालको आदि को नई केसीसी एवं कृषि एवं कृषितर गतिविधियों तथा राजस्थान कृषि प्रसंस्करण कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019 की जानकारी देने को कहा।
बैठक के दौरान अग्रणी बैंक प्रबन्धक गिरधारी लाल ने विभिन्न योजनाओं में अब तक अर्जित प्रगति एवं बैंकवार बकाया आवेदनों की विस्तार से जानकारी कराई। बैठक में उप निदेशक कृषि विस्तार वी.एस. सोलंकी समेत विभागीय अधिकारी एवं विभिन्न बैकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।
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23 स्थानों पर खुलेंगे पशु शिविर, 3465 पशुओं का हो सकेगा संरक्षण

बाड़मेर, 24 जून। जिले में बाड़मेर, गडरारोड़ एवं गिडा़ तहसील क्षेत्रों में अभावग्रस्त गांवों में पशुधन के संरक्षण के लिए 23 स्थानों पर पशुशिविर खोले जाने की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है।

जिला कलक्टर (सहायता) लोक बन्धु ने बताया कि संवत् 2078 में अभावग्रस्त घोषित क्षेत्रों में लघु एवं सीमान्त कृषकों द्वारा अभाव अवधि के दौरान छोडे गये पशुओं के संरक्षण के लिए बाड़मेर, गडरारोड़ एवं गिड़ा तहसील क्षेत्रों में कुल 23 स्थानों पर पशु शिविर खोले जाने की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इन पशु शिविरों में 2851 बड़े एवं 614 छोटे पशुओं सहित कुल 3465 पशुओं का संरक्षण हो सकेगा। उन्होने बताया कि बाड़मेर तहसील क्षेत्र में ग्राम सोनड़ी एवं सातल भाखरी, गडरारोड तहसील क्षेत्र में रोहिडी, पदमड़ा, बाहला, तामलोर, एवं चेतरोड़ी तथा गिडा तहसील क्षेत्र में उतरणी, साकरी, पाउण्डरी, लोपली, केराला, डूंगरणियों की ढाणी, चिड़िया, जाजवा आईजी एवं एकलव्य नगर ग्राम में पशु शिविर खोले जाने की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है।
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कृषको को प्रोत्साहित करने हेतु अधिकाधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करें

जिला स्तरीय छानबीन एवं स्वीकृति समिति की बैठक आयोजित

बाड़मेर, 24 जून। राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019 के अंतर्गत जिला स्तरीय छानबीन एवं स्वीकृति समिति की बैठक जिला कलक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
इस दौरान जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि कृषि प्रसंस्करणों से संबंधित स्थानीय प्रकृति के उद्योग लगाने के लिए कृषकों, उनके समुहों एवं इच्छुक व्यापारियों को प्रेरित किया जाए। साथ ही  कृषि आधारित उद्योगों से जुड़ी योजनाओं के संबंध में अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होने कहा कि कृषकों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम इत्यादि आयोजित किये जाये।
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि समिति द्वारा स्वीकृत अनुदान पत्रावलियों के संबंध में स्वीकृति जारी कर अनुदान का भुगतान किया जावे तथा राज्य स्तरीय स्वीकृति एवं निगरानी समिति से संबंधित प्रकरण की स्वीकृति प्राप्त होने पर सदस्य सचिव को नियमानुसार अनुदान भुगतान हेतु निर्देशित किया गया।
इस दौरान सदस्य सचिव डॉ. झब्बरसिंह ने बताया कि राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019 के तहत जिले में चार फर्मो द्वारा अनुदान राशि हेतु आवेदन किया गया है, जिन पर चर्चा पश्चात् मैसर्स लेखराज चिमनीराम इण्डस्ट्रीयल एरिया द्वितीय फेस बाडमेर के द्वारा प्रस्तुत परियोजना मे कुल अनुदान पात्रता लागत राशि पर 25 प्रतिशत की दर से अनुदान राशि की स्वीकृति हेतु राज्य स्तरीय स्वीकृति एवं निगरानी समिति जयपुर को प्रेषित करने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार मैसर्स आनन्द कंवर के द्वारा प्रस्तुत परियोजना में फर्म को 25 प्रतिशत की दर से अनुदान राशि भुगतान किये जाने का निर्णय लिया गया। मैसर्स तापड़िया फूड्स प्रोडक्टस के द्वारा प्रस्तुत परियोजना में ऑनलाईन आवेदन करते समय त्रुटिवश फर्म का नाम तापड़िया फूड प्रोड्क्स के स्थान पर मोनिका तापड़िया कर दिया गया है, अतः इस संबंध में आवेदक से लिखित आवेदन प्राप्त कर आवश्यक संशोधन सक्षम स्तर पर करने हेतु राज्य स्तरीय स्वीकृति एवं निगरानी समिति जयपुर को स्वीकृति हेतु अभिशंषा कर प्रकरण 25 प्रतिशत की दर से अनुदान राशि स्वीकृत करने हेतु प्रेषित करने का निर्णय लिया गया। इसी तरह मैसर्स भूमिपुत्र एग्रो एण्ड हर्बल नर्सरी द्वारा प्रस्तुत परियोजना में अनुदान राशि स्वीकृत करने पर भी चर्चा किया गया।
बैठक में कोषाधिकारी जसराज चौहान, उप निदेशक कृषि विरेन्द्रसिंह सोलंकी, उप निदेशक पशुपालन डॉ. रतनलाल जीनगर, सचिव कृषि उपज मण्डी समिति सुरेश कुमार मंगल, अधिशाषी अभियन्ता रनतलाल तातेड, कृषि अधिकारी उद्यान बाबूराम राणावत, इओ डीआर बीसीसीबी हरिराम पूनिया, उद्योग विभाग के आईईओ चण्डीदान चारण, कन्सोल्टेन्ट विपणन बोर्ड पीएमयु जयंत कोचर समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।
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लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...