बाड़मेर, 30 जुलाई। जिला बाल संरक्षण इकाई की बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार की अध्यक्षता
मंे आयोजित हुई। इस दौरान बाल श्रम की रोकथाम,
असहाय बच्चांे को विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रांे से जोड़ने, गुमशुदा बच्चांे को
उनके परिवार तक पहुंचाने तथा बाल भिक्षावृति को रोकने के संबंध मंे विचार-विमर्श किया
गया।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार ने चाइल्ड लाइन, पुलिस विभाग एवं बाल
कल्याण समिति को आपसी समन्वय से बालश्रम को रोकने के निर्देश दिए। उन्हांेने आगामी
बैठक मंे विभागवार प्रगति संबंधित सूचना लेकर उपस्थित होने के निर्देश दिए। बैठक मंे
धारा संस्थान एवं चाइल्ड लाइन के समन्वयक महेश पनपालिया ने बताया कि इस वर्ष कच्ची
बस्तियों का सर्वे कर 40 बच्चों को विद्यालय से जोड़ा गया है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्रीमती नवनीत
पचौरी एवं सदस्य रामकुमार जोशी ने बताया कि श्रम विभाग की ओर बालश्रम पर ध्यान नहीं
दिया जा रहा है। उन्हांेने बताया कि बालश्रम के परिवारों को आर्थिक सहायता की कार्यवाही
नहीं की जा रही है। जिले में फैक्ट्रियों, होटलों, ढ़ाबों, दुकानों में बालश्रम ज्यादा हो रहा है। इसको रोकने की जरूरत है। पुलिस विभाग गुमशुदा
बच्चों की त्वरित कार्यवाही करते हुए उनके परिवारों तक पहुंचाने का कार्य करें। इस
दौरान पुलिस उप अधीक्षक रतनलाल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेन्द्र कुमार शर्मा, महिला एवं बाल विकास
विभाग की उप निदेशक श्रीमती सती चौधरी,एडीईओ मलाराम चौधरी,एबीईओ चनणाराम चौधरी, श्रम निरीक्षक मूलाराम जाखड़, अल्पना अग्रवाल, महेश कुमार मेहता समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।