गुरुवार, 27 जनवरी 2022

कृषि, उद्यानिकी एवं आत्मा की योजनाओं से अधिकतम कृषकों को लाभान्वित करें - जिला कलक्टर

बाड़मेर, 27 जनवरी। जिला कलक्टर लोक बन्धु ने गुरूवार को कृषि विभाग, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं आत्मा योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की।

इस दौरान जिला कलक्टर लोक बंधु ने विभागीय अधिकारियों से लक्ष्यों के विरूद्ध अब तक अर्जित प्रगति की समीक्षा की तथा कहा कि लक्ष्यों को पूर्ण करने के साथ-साथ विशेष प्रयास कर फसलोत्तर प्रबंधन को बढावा देते हुए जिले में उत्पादित जिन्सों/फलों के विपणन एवं प्रसंस्करण हेतु कृषकों को प्रशिक्षण के माध्यम से जागरूक किया जाए। कृषि विभाग की राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजना में लगने वाले फसल प्रदर्शनों को निकटवर्ती कृषकों को दिखाया जाये ताकि उसकेे परिणाम के आधार पर जिलें के अन्य कृषक उन्नत कृषि तकनीक को अपनाकर उत्पादन बढा सकेे। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत बडी संख्या में कृषक फसल मुआवजा नहीं मिलने की शिकायत करते हैं जिस पर बैठक में उपस्थित बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को फसल में नुकसान होने की स्थिति में कृषकों को उचित मुआवजा दिलानें के निर्देश दियें।
उन्होने उद्यान विभाग की प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनान्तर्गत मिनि स्प्रींकलर एवं बगीचों में लगने वाली बूंद-बूंद सिंचाई योजना का प्रचार-प्रसार कर लक्ष्यों की प्राप्ति के पूर्ण प्रयास किये जायें। साथ ही उन्होने राष्ट्रीय बागवानी मिशन अन्तर्गत बनने वाले पैक-हाउस, पोस्ट हार्वेस्ट मेनेजमेंट एवं जैविक खेती तथा सामुदायिक जल संग्रहण ढांचे के विकास के लक्ष्यों को पूर्ण करने के निर्देश दियें।
जिला कलक्टर ने आत्मा योजनान्तर्गत जिलें के कृषकों को कृषि में वैज्ञानिक दक्षता हेतु आयोजित होने वाले प्रशिक्षणों का समयबद्ध आयोजन करवाये जाने के साथ जिले के बाहर होने वालें भ्रमण में अधिक से अधिक प्रगतिशील कृषकों का चयन कर राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों के माध्यम से तकनिकी रूप से दक्ष किया जाए तथा अग्रिम पंक्ति के फसल अंजीर बगीचा की जिलें में आवश्यकता को देखते हुये अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार एवं कृषकों के मध्य अंजीर बगीचा स्थापना का प्रशिक्षण आयोजित किया जायें।
बैठक में कृषि विस्तार उप निदेशक वीरेन्द्र सिंह सोलंकी ने कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी कराई। वहीं उपनिदेशक एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा किशोरीलाल वर्मा ने आत्मा योजना तथा सहायक निदेशक उद्यान सुरेन्द्र सिंह मनोहर द्वारा उद्यान विभाग की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में कृषि से संबंद्ध जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया।
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साइबर अपराध के आर्थिक, सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक कारणो को समझना जरूरी - आईपीएस दीपक पारीक

 पॉलिटेक्निक महाविद्यालय मे हुआ डिजिटल सेफ्टी कार्यक्रम का समापन

बाड़मेर, 27 जनवरी। राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बाड़मेर में विगत सप्ताह भर से चलने वाले ऑनलाइन प्रोग्राम ‘‘डिजिटल सेफ्टी एंड वेलबिंगः टूल्स एंड टेक्निक्स‘‘ कार्यक्रम के छठे एवं अंतिम दिन सूचना सुरक्षा जागरूकता, डिजिटल डेटोक्सिंग आदि विषयों पर सेमिनार हुए।
अंतिम दिन के पहले सत्र मे पंजाब पुलिस के आईपीएस अधिकारी दीपक पारीक ने साइबर अपराध के दार्शनिक अवधारणा प्रस्तुत करते हुए उससे जुड़े आर्थिक, सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक पहलूओं पर चर्चा की और समझाया कि कोई व्यक्ति साइबर अपराध की दुनिया से कैसे जुड़ता है। इसके आर्थिक कारणों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि दूसरे अपराधों की तुलना मे साइबर अपराध में मेहनत कम लाभ ज्यादा, पुलिस आदि तंत्र की ऐसे अपराधो के प्रति प्राथमिकता का कम होना, रिस्क कम होना आदि है। इसके सामाजिक कारणों जैसे रोजगार की कमी, कम आय एवं मजदूर व्यवसाय वालों की समाज का हीन दृष्टिकोण, कम समय मे कामयाब होने की लालसा, सुविधा संपन्न बनने का आकांशा है। साथ ही मनोवैज्ञानिक कारणों जैसे दूसरों की प्रतिष्ठा से जलन, निवेश के कम समय मे अत्यधिक लाभ का मोह और नैतिक पतन का उल्लेख कर समाधान के उपाए बताए।
दूसरे सत्र मे सीडेक हैदराबाद के सूचना सुरक्षा जागरूकता के प्रोजेक्ट निदेशक जगदीश एम बाबू ने डिजिटल डेटोक्सिंग विषय के संबंध मे कहा कि सूचना क्रांति के इस दौर मे मोबाइल ने लोगो का सामाजिक मिलन लगभग समाप्त कर दिया है और साइबर दुनिया हमारा बेशकीमती समय हमसे छीन कर मोबाइल के बगैर न रह पाने की नोफोबिया नाम की बीमारी से ग्रसित कर रहा है जिसका हमे पता भी नहीं चल रहा है अतः हर किसी को इससे व्यक्तिगत रूप से साइबर जागरूक होकर डिजिटल डिटोक्स होने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होने बहुत से टिप्स भी सुझाए। भारत सरकार के सीडेक हैदराबाद कि वैबसाइट पर साइबर शपथ लेने के लिए भी प्रेरित किया।
समापन के अंतिम सत्र मे आईएसटीई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डां. पी एस देसाई ने प्रतिभागियों से तकनीक को आमजन तक पहुंचाने एवं प्रोद्योगिकी नवाचारो से जुडने की अपील की। एआईसीटीई नई दिल्ली के निदेशक एफडीसी कर्नल बी वैंकट ने पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बाड़मेर द्वारा करवाए जा रहे इस कार्यक्रम की सरहाना करते हुये इसके सकारात्मक परिणामों पर चर्चा की। उन्होने एआईसीटीई नई दिल्ली द्वारा भविष्य मे इस तरह के कार्यक्रमों के आयोजन में पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया। निदेशक तकनीकी शिक्षा राजस्थान पी सी मकवाना ने कार्यक्रम के विषय चयन एवं संयोजन की सराहना करते हुए विषय विशेषज्ञों के व्याख्यानों का आमजन पर पढ़ने वाले गहरे प्रभाव को इंगित किया।
संस्थान के प्राचार्य अंशु सहगल ने कार्यक्रम में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले समस्त कार्मिकों एवं मीडिया जनों का हार्दिक आभार जताया। उन्होने बताया कि मीडिया द्वारा विगत सप्ताह भर से इस संवेदनशील मुद्दे को प्रकाशित करना सकारात्मक पत्रकारिता को दर्शाता है एवं बाड़मेर जिले में आगामी दिनों में ऐसे अनेकों कार्यक्रम महाविद्यालय द्वारा आमजन हितार्थ किए जाने का भरोसा जताया।
जन जन के लिए जानना जरूरी
साइबर फ्रौड का शिकार होते ही तुरंत हेल्पलाइन नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज करना।
साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन (www.cybercrime.gov.in) पोर्टल पर शिकायत दर्ज करना आदि।
आयोजन समिति का रहा सराहनीय योगदान
कार्यक्रम का सम्पूर्ण ऑनलाइन संचालन कोर्डिनेटर प्रशांत जोशी द्वारा कार्यक्रम की प्रतिदिन गतिविधियो का संकलन कर प्रमुख समाचार पत्रों मे प्रकाशन को कोर्डिनेटर रोशन लाल जैन द्वारा आई सपोर्ट एवं नियमित क्विज का आयोजन वासु देव द्वारा प्रतिभागियों की नियमित उपस्थिति का संकलन पुरुषोतम जांगिड़ द्वारा किया गया।
साइबर दुनिया से जुड़े ज्वलंत विषयों पर हुई चर्चा
कम्पुटर एवं मोबाइल सेफ्टी, क्रिप्टोग्राफी एवं हेशिंग, नेटवर्क सिक्योरिटी, साइबर कानून और वितीय सुरक्षा, ई-वेस्ट मेनेजमेंट, भारतीय डिजिटल इकोसिस्टम के सेफगार्ड, फेक जॉब एवं मेट्रीमोनियाल फ्रौड पोर्टल्स, परेंटल कंट्रोल, डिजिटल फोरेंसिक, ओपेन सोर्स सोफ्टवेयर, आईटी एक्ट, महिलाओं एवं बच्चो के विरुद्ध साइबर अपराध, साइबर अपराध के सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक पहलू, सूचना सुरक्षा जागरूकता, डिजिटल डेटोक्सिंग, आदि पर हुई विस्तृत चर्चा।
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जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक 31 को

बाड़मेर, 27 जनवरी। जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की समीक्षा बैठक जिला कलक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में 31 जनवरी को दोपहर 3 बजे कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स में आयोजित की जायेगी।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता भरतसिंह ने बताया कि बैठक में जल जीवन मिशन के अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं की तकनीकी स्वीकृतियां एवं निविदा/कार्यादेश की स्थिति, स्वीकृत योजनाओं की भौतिक एवं वितीय प्रगति, डीपीएमयू/आरएसए/थर्ड पार्टी निरीक्षण के गठन की स्थिति, जिला कार्ययोजना के निर्माण एवं अनुमोदन, राजकीय विद्यालय, आंगनवाडी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र एवं राजीव गांधी सेवा केन्द्रों में नल कनेक्शन के कार्यो की स्थिति, परियोजना में सम्मिलित गांवों की कार्ययोजना समेत अन्य बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया जाएगा।
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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि, शहीद दिवस पर होगा शांति मार्च का आयोजन

बाड़मेर, 27 जनवरी। आजादी के 75 वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की पुण्यतिथि शहीद दिवस के अवसर पर 30 जनवरी को जिला एवं उपखण्ड स्तर पर सचिव जिला युवा बोर्ड एवं जिला युवा अधिकारी, नेहरू युवा केन्द्र संगठन एवं जिला अंहिसा प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में शांति मार्च का आयोजन किया जाएगा।

जिला कलक्टर लोक बंधु ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की पुण्यतिथि शहीद दिवस के अवसर पर 30 जनवरी को प्रातः 11 से 12 बजे तक चयनित 75 युवाओं के साथ अंहिसा चौराहा रेलवे स्टेशन से भगवान महावीर टाउन हॉल बाड़मेर तक आयोजित होने वाले उक्त शांति मार्च कार्यक्रम में संबंधित अधिकारियों को उपस्थित होने के निर्देश दिए है।
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सड़क दुर्घटनाओं के पीड़ितों को कुल 12 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत

 मुख्यमंत्री सहायता कोष

बाड़मेर, 27 जनवरी। जिले में विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने तथा उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष से 12 व्यक्तियों को कुल बारह लाख रूपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा लोक बंधु ने बताया कि जिले की विभिन्न तहसील क्षेत्रों के सड़क दुर्घटनाओं में 12 व्यक्तियों की मृत्यु हो जाने से उनके परिजनों को एक-एक लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष से स्वीकृत कीे गई है।
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नवजीवन योजना की क्रियान्विति को प्रभावी कार्ययोजना बनेगी

बाड़मेर, 27 जनवरी। जिले में नवजीवन योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए जिला कलक्टर लोक बंधु ने विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। वह गुरुवार को योजना की समीक्षा कर रहे थे।

इस मौके पर जिला कलक्टर ने कहा कि नवजीवन योजना का मूल उद्देश्य अवैध शराब निर्माण में लगे परिवारों का पुनर्वास तथा पुनरुद्धार करना है। इसके जरिए इन परिवारों को आजीविका एवं संसाधन मुहैया कराए जाते हैं। साथ ही इन परिवारों से संबंधित बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ा जाता है। उन्होंने योजना के क्रियान्वयन के लिए जिले में अवैध शराब के निर्माण से जुड़े परिवारों के सर्वे में चिन्हित परिवारों को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने एवं उनके आर्थिक उन्नयन के लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने को कहा। उन्होंने इन परिवारों के स्वास्थ्य के स्तर एवं इनके बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने पात्र परिवारों के पुनद्धार के लिए कौशल आधारित प्रशिक्षण देने को कहा ताकि ऐसे लोगों को रोजगार के साधन मुहैया हो सके एवं आवश्यकता अनुसार ऋण भी उपलब्ध कराए जा सके। उन्होंने प्रशिक्षित परिवारों के रोजगार की स्थिति का भी आंकलन करने को कहा।
  इस मौके पर जिला कलेक्टर ने बकाया दिव्यांगजन प्रमाण पत्र शीघ्र जारी करने के लिए एवं सिलिकोसिस के बकाया प्रकरणों को भी तय सीमा में निस्तारित करने के निर्देश दिए।
इससे पूर्व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक पुखराज सारण ने नवजीवन योजना के उद्देश्य एवं लक्षण से अवगत कराया। बैठक में नगर परिषद आयुक्त ने नगर में इस वर्ग से जुड़े परिवारों के बारे में बताया।
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दो वर्षों में 40 करोड़ खर्च कर सीमा पर मजबूत होगा आधारभूत ढांचा

 सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम

बाडमेर, 27 जनवरी। जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आगामी दो वर्षों में 40 करोड़ रुपए खर्च कर आधारभूत ढांचा मजबूत किया जाएगा। ताकि सीमा पर रह रहे लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल सके।
    जिला कलेक्टर लोक बंधु की अध्यक्षता में गुरुवार को सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम, बीएडीपी के वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के कार्यों का अनुमोदन किया गया। बैठक में विधायक अमीन खान, पदमाराम मेघवाल तथा जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।
  इस मौके पर जिला कलेक्टर लोक बंधु ने बताया कि बीएडीपी कार्यक्रम के तहत आगामी 4 वर्षों की कार्य योजना मंजूर की जा चुकी है। इसी में से वर्ष 2021-22 तथा 2022- 23 के कार्यों को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021- 22 के अंतर्गत सीमा से सटे 10 किमी के गांवो में 19.97 करोड़ की लागत के 89 कार्य करवाए जाएंगे। इनमें 5.75 करोड़ सड़क व पाल, 1.7 करोड़ स्वास्थ्य सुविधाओं, 4.87 करोड़ शिक्षा तथा 5 करोड़ पेयजलापूर्ति पर खर्च किया जाएगा। वहीं 2022-23 में 19.39 करोड़ की लागत के 57 काम शामिल हैं।
  जिला कलक्टर ने सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2021-22 की कार्ययोजना के अनुरूप कार्यकारी विभागों को तत्काल प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए है। उन्होने कहा कि पेयजल, सडक तथा शिक्षा क्षेत्र के प्रस्ताव प्राथमिकता के साथ भिजवाये जाए। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा के अनुरूप कार्यों को अंतिम रूप देने को कहा।
  कार्यकारी विभागों के अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि विशेष समस्या वाले इलाकों में पेयजल पहुंचाना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होने कहा कि सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत बोर्डर एरिया में अधिकाधिक लोग लाभान्वित हो सकें, उसी अनुरूप प्रस्ताव तैयार किये जाए। उन्होने कार्यकारी विभागों को वास्तविक आवश्यकता के अनुरूप प्राथमिकता चिन्हित करते हुए प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
  बैठक में शिव विधायक अमीन खां ने कहा कि गागरिया में एनएच के अधूरे काम को तुरंत पूरा किया जाए। वहीं विधायक पदमाराम मेघवाल ने सीमावर्ती क्षेत्र में अबाध बिजली के लिए जीएसएस बनाने को कहा। वहीं जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी ने पेयजल सुविधाओं के विकास की बात कही।
  इससे पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने आगामी वर्ष की कार्ययोजना की जानकारी दी।
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लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...