बाड़मेर, 16 अगस्त। विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का ईवीएम एवं वीवीपीएटी संबंधित प्रशिक्षण
कार्यक्रम गुरूवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे आयोजित हुआ। इस दौरान राज्य निर्वाचन
आयोग की ओर से प्रशिक्षित दक्ष प्रशिक्षक प्रोफेसर मुकेश पचौरी एवं डा. लक्ष्मीनारायण
जोशी ने वीवीपीएटी का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
इस दौरान दक्ष प्रशिक्षक प्रोफेसर मुकेश पचौरी ने कहा कि ईवीएम से वीवीपीएटी जुड़ने
के बाद निर्वाचन की प्रक्रिया निष्पक्ष एवं पारदर्शी होगी। उन्हांेने कहा कि इस बार
निर्वाचन में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का बेहतर और संशोधित रूप एम-3 का प्रयोग होगा। मतदाता
वोटर वेरिफायेबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानि वीवीपीएटी के इस्तेमाल से मतदाता मतदान का बटन
दबाने के साथ ही अगले 7 सेकेंड के लिए दिखने वाली एक पर्ची देखकर
तसल्ली कर सकेंगें कि उनका मत उसी उम्मीदवार को गया हो, जिसे दिया गया है।
उन्हांेने बताया कि मतदान की इस नई व्यवस्था से परिचित कराने के लिए स्वीप व्यवस्थित
मतदाता शिक्षा एवं सहभागिता के अंतर्गत सभी विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे मॉडल बूथ प्रदर्शित
किए जाएंगे, जहां आमजन इस नयी व्यवस्था से परिचित हो सकेगी। इस दौरान प्रोफेसर मुकेश पचौरी
और डा. लक्ष्मीनारायण जोशी ने ईवीएम की विस्तृत जानकारी देते हुए वीवीपीएटी के विविध
पहलूआंे के बारे मंे जानकारी दी। इस प्रशिक्षण मंे प्रत्येक विधानसभा से 5-5 प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित
किया गया। इससे पहले राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से प्रशिक्षित इन प्रशिक्षुओं ने भेल
विशेषज्ञों के साथ वीवीपीएटी की पूरी जानकारी प्राप्त की। अब यही विधानसभा स्तरीय मास्टर
ट्रेनर्स अपने क्षेत्र के बीएलओ एवं अन्य निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित
करेंगें।