आमजन से जुड़ी अधिकतम समस्याओं का मौके पर ही होगा निस्तारण
बाड़मेर, 30 सितम्बर। जिले में गांधी जयन्ती पर 2 अक्टूबर से प्रारंभ होने जा रहा ‘प्रशासन गांवों के संग अभियान’ राज्य सरकार का एक ऐसा महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से आमजन की अधिकतम समस्याओं का मौके पर ही समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। जिला कलक्टर लोकबंधु ने गुरुवार को विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत समीक्षा के साथ इसके लिए उन्हें पाबंद किया।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि इस अभियान के दौरान लगने वाले शिविरों में पात्र एवं जरूरतमंद व्यक्तियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने, भूमिहीनों को भू-आवंटन करने का काम सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि शिविरों में आने वाले वृद्धजनों, दिव्यांगों आदि की समस्याओं को अधिकारी पूरी संवेदनशीलता से सुनें और उन्हें तत्काल राहत पहुंचाएं। सभी संबंधित विभाग समन्वय के साथ कार्य करें ताकि आमजन को अधिक से अधिक राहत मिले और जिस मंशा के साथ राज्य सरकार यह अभियान शुरू करने जा रही है वह पूरी तरह सफल हो सके। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान आने वाली बिजली, पानी, सड़क, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से सम्बन्धित शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया जाए।
उन्होंने कहा कि आजकल अधिकतर कार्य ऑनलाइन हो गए हैं। ऐसे में शिविरों में आने वाले ग्रामीणों की सहायता एवं आवेदन पत्रों को भरने के लिए हैल्प डेस्क लगाई जाए। शिविर प्रभारी यह सुनिश्चित करें कि आवेदन पत्र लाभार्थी से निःशुल्क भरवाये जाएं। हैल्प डेस्क में सूचना सहायक एवं आईटी से जुड़े अन्य कर्मचारी उपलब्ध हों ताकि आमजन को फार्म भरने से लेकर अन्य प्रक्रियाओं के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पडे़।
जिला कलक्टर ने कहा कि शिविरों में आमजन को राज्य एवं केन्द्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि शिविरों में आने वाले दिव्यांगों, निशक्तजनों एवं बुजुर्गों को संवेदनशीलता के साथ सुना जाए। निशक्तजनों का पहले से चिन्हिकरण कर उनके प्रमाण-पत्र बनवाने के सम्बन्ध में तैयारी पूरी कर ली जाए। इसके लिए राजस्व तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य करें। शिविर के दौरान सड़क मरम्मत, ढीले तारों को कसने, हैण्डपम्प रिपेयरिंग जैसी शिकायतों का उसी दिन समाधान किया जा सके। इसके लिए बिजली, पानी, सड़क से जुड़ी टीमें पूरी तैयारी एवं पर्याप्त सामग्री की व्यवस्था रखें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर ओम प्रकाश विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, यूआईटी सचिव शैलेष सुराणा समेत सभी उपखंड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी व विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। इससे पूर्व पीपीटी के जरिए अभियान के दौरान विभागवार एवं उपखंडवार किए जाने वाले कार्यो की जानकारी दी गई।
-0-