बाड़मेर, 17 सितंबर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 के द्वितीय छह माही
सामाजिक अंकेक्षण मंे शून्य अनियमितताआंे को गंभीरता से लेने के बाद शून्य अनियमितताआंे
की अक्रमत आधार पर पुनः परीक्षण करने के लिए सर्वाधिक व्यय वाली ग्राम पंचायतांे मंे
जांच के लिए दल गठित किए गए है।
जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की ओर से जारी किए
गए आदेश के अनुसार अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच एवं परियोजना
अधिकारी लेखा मेवाराम बालन को बालोतरा पंचायत समिति की आकड़ली बक्शीराम एवं किटनोद, जिला परिषद के सहायक
परियोजना अधिकारी राजेन्द्रसिंह एवं कनिष्ठ लेखाकार खेताराम को बायतू पंचायत समिति
की नया सोमेसरा, सिगोड़िया,कल्याणपुर की कांकरला, भांडियावास, पाटोदी की केसरपुरा एवं नवातला ग्राम पंचायत की जांच के पुनः परीक्षण के लिए निर्देशित
किया गया है। इसी तरह जिला परिषद के सहायक अभियंता जुल्फिकार एवं कनिष्ठ लेखाकार गजेन्द्रसिंह
को बाड़मेर पंचायत समिति की कुड़ला एवं मारूड़ी,
सेड़वा की भंवरिया एवं सारला, धनाउ की ईशरोल एवं पोकरासर, जिला परिषद जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता मोहनलाल मीणा
एवं सहायक लेखाधिकारी प्रथम गोवर्धनराम को रामसर पंचायत समिति की पांधी का पार, सज्जन का पार, शिव की पोषाल एवं भीयाड़, गडरारोड़ की तामलोर
एवं रोहिड़ी, मनरेगा के अधिशाषी अभियंता भेराराम बिश्नोई एवं सहायक लेखाधिकारी गिरधारीलाल खत्री
को सिवाना पंचायत समिति की ग्राम पंचायत कुसीप एवं गोलिया, सिणधरी की निंबलकोट
एवं पायला कल्ला, गुड़ामालानी की राणासर खुर्द एवं सिंधासवा हरनियान,चौहटन की आकोड़ा एवं
कापराउ ग्राम पंचायत आवंटित कर द्वितीय छह माही मंे संचालित कार्याें के लिए अपनाई
गई सामाजिक अंकेक्षण प्रक्रिया एवं सामाजिक अंकेक्षण ग्राम सभा निदेशालय सामाजिक अंकेक्षण
की ओर से जारी विस्तृत दिशा-निर्देश के अनुरूप पुनः परीक्षण कर 15 दिवस के भीतर जांच
रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।