जिला कलक्टर
अंशदीप ने की ग्रामीण विकास योजनाआंे की प्रगति की समीक्षा
बाड़मेर,
17 अक्टूबर। विकास अधिकारी संवेदनशीलता
का परिचय देते हुए जरूरतमंद को नियमानुसार अधिकाधिक राहत दिलवाने का प्रयास करें।
विकास योजनाआंे के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नियमित रूप से फील्ड विजिट के साथ
प्रभावी मोनेटरिंग को प्राथमिकता दें। जिला कलक्टर अंशदीप ने गुरूवार को
कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे ग्रामीण विकास योजनाआंे की प्रगति की समीक्षा करते
हुए यह बात कही।
जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि कार्य की
प्रशासनिक स्वीकृति जारी होने के बाद अधिकतम 15 दिन मंे उसकी तकनीकी स्वीकृति भिजवा दी जाएं।
स्वीकृति के उपरांत असामान्य परिस्थितियांे को छोड़कर 7
दिन मंे कार्य आवश्यक रूप से शुरू हो जाए। उन्हांेने कहा कि कार्य पूर्ण होने पर
आगामी 15 दिन मंे कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र भिजवा दिए
जाए। उन्हांेने पिछले वर्षाें के बकाया कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के
निर्देश देते हुए कहा कि इसकी नियमित रूप से उनके स्तर पर समीक्षा की जाएगी। जिला
कलक्टर अंशदीप ने 31 दिसंबर 2018 तक स्वीकृत हुए कार्याें की सूची तैयार कर
संबंधित विभागांे को भिजवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि विकास अधिकारी औसतन
50
फीसदी समय फील्ड विजिट करें। इस दौरान प्रभावी मोनेटरिंग करते हुए ग्राम पंचायतांे
के रिकार्ड संधारण तथा विकास कार्याें की गुणवत्ता सुनिश्चित करवाने के साथ उनके
निर्धारित समयावधि मंे पूर्ण करवाने का प्रयास करें। उन्हांेने प्रधानमंत्री
ग्रामीण आवास योजना के तहत स्वीकृत कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के
निर्देश दिए। जिला कलक्टर अंशदीप ने कहा कि विकास अधिकारियांे को आमजन को राहत
पहुंचाने का मौका मिला है। ऐसे मंे इस अवसर का सदुपयोग करते हुए बेहतरीन कार्य
करने का प्रयास करें। बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान
रतनू ने ग्रामीण विकास योजनाआंे की प्रगति से अवगत कराते हुए कार्यकारी एजेंसियांे
एवं विकास अधिकारियांे को अधूरे कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने के
निर्देश दिए। उन्हांेने स्वच्छ भारत मिशन, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम समेत अन्य
ग्रामीण विकास योजनाआंे मंे पूर्ण हो चुके कार्याें के कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र
भिजवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने मनरेगा मंे दैनिक मजदूरी मंे इजाफे के लिए
श्रमिकांे को अधिक कार्य करने के लिए प्रेरित करने के साथ आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण
देने की जरूरत जताई। बैठक के दौरान परियोजना अधिकारी लेखा जसराज चौहान, अधीक्षण
अभियंता बलवीरसिंह, अधिशाषी अभियंता राजेन्द्रसिंह, एमआईएस
मैनेजर नेतसिंह राजपुरोहित समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रत्येक राजस्व
गांव मंे सामुदायिक कार्य: जिला कलक्टर अंशदीप ने विकास अधिकारियांे को प्रत्येक
राजस्व गांव मंे मनरेगा के तहत सामुदायिक प्रवृति कार्याें की स्वीकृति सुनिश्चित
करने के निर्देश दिए। ताकि स्थानीय स्तर पर अधिकाधिक लोगांे को रोजगार उपलब्ध
कराया जा सके। इसके लिए सामुदायिक कार्याें के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
विकास
अधिकारियांे को देना होगा प्रस्तुतिकरण: समीक्षा बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने
विकास अधिकारियांे को नवाचार एवं बेहतरीन कार्य करने के निर्देश दिए। उन्हांेने
आगामी बैठक के दौरान किसी भी एक विकास अधिकारियांे को उसकी ओर से किए गए बेहतरीन
कार्य संबंधित अनुभव साझा करने के लिए 5 मिनट का प्रस्तुतिकरण देने के निर्देश दिए।
रिकार्ड संधारण
को प्राथमिकता दें: जिला कलक्टर अंशदीप ने ग्राम पंचायत स्तर पर मनरेगा एवं अन्य
ग्रामीण विकास योजनाआंे संबंधित रिकार्ड प्राथमिकता से संधारित करने के निर्देश
दिए। उन्हांेने कहा कि विकास अधिकारी फील्ड विजिट के दौरान संधारित रिकार्ड का
निरीक्षण करें। इसके लिए संबंधित कार्मिकांे को निर्देशित करने के साथ किसी तरह की
दिक्कत होने पर प्रशिक्षण भी दिलाया जाए। उन्हांेने स्थानांतरण होने पर नव नियुक्त
कार्मिकांे को प्राथमिकता से चार्ज दिलवाने के निर्देश दिए।