मंगलवार, 12 अक्तूबर 2021

बेसहारों को मिल रहा पालनहार योजना का सहारा

 सफलता की कहानी

बाड़मेर, 12 अक्टूबर। रामसर की सेतराऊ ग्राम पंचायत में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर में मंगलवार को सुगनी देवी तथा कमला देवी के बच्चों को पालनहार योजना से जोड़कर आर्थिक संबंल प्रदान किया गया।
शिविर प्रभारी मीनू वर्मा ने बताया कि सेतराऊ में तीन परिवार जिसमें छः बच्चों का पालनहार योजनान्तर्गत आवेदन करवाकर जिला स्तर से इसी दिन आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करवाकर बच्चों को योजना से जोड़ा गया। अब इन्हें राज्य सरकार की योजनान्तर्गत आर्थिक लाभ मिल सकेगा। उन्होनें बताया कि प्रशासन गांवों के संग अभियान ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
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निःसंतान वृद्ध दंपती को वर्षो बाद जारी हुआ पट्टा

 सफलता की कहानी

बाड़मेर, 12 अक्टूबर। बालोतरा की जानियाना ग्राम पंचायत में मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत आयोजित शिविर में 70 वर्षीय बादरराम भील एवं मीमों देवी को मौके पर ही आबादी भूमि का पट्टा जारी किया गया।
शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी ने बताया कि जानियाना में आयोजित शिविर में निःसंतान वृद्ध दंपती मीमों देवी एवं बादरराम भील जोकि आबादी में अस्थाई रूप से कच्चे आवास में निवासरत थे, उनके आवेदन पर शिविर में त्वरित कार्यवाही कर उन्हें पट्टा जारी किया गया। उन्होनें बताया कि पट्टा मिलने पर बादरराम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भगवान तो हमे संतान न देकर सहारा न दे पाया किन्तु राज्य सरकार एवं प्रशासन विशेषकर पंचायतीराज विभाग आज हमारे लिए सहारा बना, जिससे इस बची उम्र में हमें भी छत का सुख मिलेगा।
बदराराम को आबादी भूमि का पट्टा पचपदरा विधायक मदन प्रजापत, प्रधान भगवत सिंह, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, उपखण्ड अधिकारी नरेश सोनी, सरपंच बाबु देवी द्वारा उपलब्ध करवाया गया।
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प्रशासन गांवों के संग अभियान में लोगों के हाथो हाथ हो रहे काम

 बुधवार को झणकली व समदडी में तथा गुरूवार को 12 ग्राम पंचायतों पर लगेंगे शिविर

बाड़मेर, 12 अक्टूबर। प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत अभियान के तहत बुधवार 13 अक्टूबर को गडरारोड़ पंचायत समिति की झणकली एवं समदडी पंचायत समिति की समदडी ग्राम पंचायत तथा गुरूवार 14 अक्टूबर को 12 विभिन्न ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित होंगे। इन शिविरों के दौरान आमजन के विभिन्न विभागों से जुड़े कार्यो एवं समस्याओं का हाथों-हाथ निस्तारण किया जा रहा है।
मंगलवार को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन तथा जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी ने कुड़ला ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर, शिव विधायक अमीन खां ने शिव पंचायत समिति में बालासर ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होनंे उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संवेदनशीलता के साथ आमजन की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकाधिक लोगों को इन शिविरों के माध्यम से लाभान्वित किया जाए। इस दौरान उन्होने लाभान्वितों को पट्टों एवं अन्य स्वीकृतियों का वितरण किया।
इसी प्रकार बालोतरा पंचायत समिति के जानियाना ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर का पचपदरा विधायक मदन प्रजापत एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होने ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न विभागों से जुडी कल्याणकारी योजनाओं की अधिकाधिक लोगों को जानकारी कराई जाकर उन्हें योजनाओं से लाभान्वित किया जाए।
बुधवार के शिविर
उन्होनें बताया कि बुधवार 13 अक्टूबर को पंचायत समिति गडरारोड़ की झणकली एवं समदडी पंचायत समिति की समदडी ग्राम पंचायत मे शिविर आयोजित किया जाएगा।  
गुरूवार के शिविर
जिला कलक्टर लोक बंधु ने बताया कि गुरूवार 14 अक्टूबर को पंचायत समिति बाड़मेर में बलाउ, बालोतरा में रेवाड़ा मैया, पाटोदी में भाखरसर, बायतु में बायतु पनजी, धोरीमना में राणासर कलां, गडरारोड में खुडाणी, गुडामालानी में सिंधासवा चौहान, सेड़वा में भेरूडी, शिव में पोसाल, पायला कला में एड मानजी, सिवाना में सिवाना तथा धनाऊ में रबासर ग्राम पंचायत में शिविरों का आयोजन किया जाएगा।  
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डी.ए.पी. से सस्ता एवं अधिक उपयोगी है सिंगल सुपर फास्फेट

बाड़मेर, 12 अक्टूबर। जिले में रबी फसलों की बुवाई प्रारम्भ होने वाली है तथा अधिकांश कृषकों द्वारा फास्फोरिक उर्वरक के रूप में डी.ए.पी. का उपयोग किया जाता है। इस वर्ष है। अतः सभी कृषकों से अनुरोध है कि डी.ए.पी. के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट एवं यूरिया का प्रयोग करे जो तुलनात्मक रूप से सस्ता एवं अधिक उपयोगी है।

उप निदेशक कृषि विस्तार विरेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि डी.ए.पी. के 50 कि.ग्रा. का एक कट्टा 1200 रूपये में आता है जिसमें 23 कि.ग्रा. फास्फोरस व 09 कि.ग्रा. नत्रजन मिलती है, इसके विकल्प के रूप में 03 बैग एसएसपी एवं 01 बैग यूरिया का प्रयोग किया जाता है तो इसकी कुल लागत 1166 रूपये होगी एवं इसमें 24 कि.ग्रा. फास्फोरस एवं 20 कि.ग्रा. नत्रजन मिलेगी। इसके अतिरिक्त इसमें 16 कि.ग्रा. गन्धक एवं 31 कि.ग्रा. कैल्सियम तत्व भी पाये जाते है।
उन्होने बताया कि गन्धक तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिए बहुत ही उपयोगी है इससे फसलों में प्रोट्रीन एवं तेल की मात्र बढ़ती है तथा दाना सूडोल एवं चमकीला बनता है एवं फसल के उत्पादन में वृद्धि होती है। कैल्सियम पौधे को स्वस्थ एवं मजबूत बनाता है, जिससे पौधे में कीट एवं बीमारीयों का प्रकोप कम होता है एवं उत्पादन में वृद्धि होती है।
देश में डी.ए.पी. का उत्पादन बहुत कम है तथा विदेश से आयात किया जाता है जबकि सिंगल सुपर फास्फेट की अधिकांश निर्माण इकाई राज्य में ही स्थापित है। डी.ए.पी. की कमी को देखते हुए कृषि आयुक्तालय राजस्थान जयपुर द्वारा राज्य में स्थित सिंगल सुपर फास्फेट निर्माताओं को राज्य की मांग पूरी होने तक एस.एस.पी. अन्य राज्यों को नहीं भिजवाने हेतु निर्देशित किया गया है।
उन्होने बताया कि सिंगल सुपर फास्फेट एवं यूरिया के मिश्रण की कम लागत, अधिक पौषक तत्वों की मात्रा एवं स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्धता को देखते हुए कृषकों से अनुरोध है कि डी.ए.पी. के स्थान पर सिंगल सुपर फास्फेट व यूरिया के मिश्रण का उपयोग करें। इसके उपयोग से जीरे में दाना मोटा चमकीला सूडोल एवं अधिक सुगन्धित बनता है जिससे उत्पादन में वृद्धि के साथ बाजार भाव भी अच्छा मिलता है।
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उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश

 बाड़मेर, 12 अक्टूबर। जिला कलक्टर लोक बंधु ने मंगलवार सायं बैठक लेकर जिले में रबी फसलों की बुवाई के दौरान पर्याप्त मात्रा में उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा उर्वरकों का क्षेत्र में सुचारू रूप से वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

इस दौरान जिला कलक्टर ने अधिकारियों से जिले में उर्वरकों की मॉग एवं आपूर्ति की जानकारी ली तथा इस वर्ष डी.ए.पी. की उपलब्धता मांग की तुलना में काफी कम रहने की संभावना को देखते हुए सिंगल सुपर फास्फेट एवं यूरिया का प्रयोग करने हेतु कृषकों को प्रोत्साहित करने को कहा। साथ ही उन्होने उर्वरकों का पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रखने के निर्देश दिए ताकि कृषकों को बुवाई के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।  
बैठक में कृषि विभाग के उप निदेशक विरेन्द्र सिंह सोलंकी ने गत रबी फसल के दौरान उर्वरकों के आवंटन एवं खपत की विस्तार के साथ जानकारी कराई। उन्होने बताया कि सिंगल सुपर फास्फेट एवं यूरिया के प्रयोग के लिए कृषकों को प्रोत्साहित करने हेतु अभियान चला रहे है जिसके तहत कृषकों को सिंगल सुपर फास्फेट का किफायटी तथा अधिक उपयोगी होने के बारे में जानकारी दी जा रही है।
बैठक में बाडमेर सेन्ट्रल को-आपरेटिव बैंक के प्रबन्ध निदेशक रामसुख चौधरी, कृषि अधिकारी पदमसिंह भाटी, इफको क्षेत्र अधिकारी हरी बाबु जाटव, कृषि आदान विक्रेता संघ के अध्यक्ष स्वरूपसिंह भाटी समेत अधिकारी एवं केवीएसएस के मुख्य व्यवस्थापक उपस्थित रहे।
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