शुक्रवार, 16 जून 2023

बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के मध्येंजर एहतियान पुख्ता प्रबंध

जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने किया संयुक्त निरीक्षण

संभावित क्षेत्रों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तैनात
नुकसान से बचने के लिए हर स्तर पर सतर्कता और सावधानी जरूरी
बाड़मेर, 16 जून। जिले में चक्रवाती तूफान बीपरजॉय से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। शुक्रवार को जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित और पुलिस अधीक्षक दीगत आनंद ने संयुक्त निरीक्षण कर तूफान से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों का जायजा लिया और बाढ़ बचाव के प्रबंधों की धरातल पर जाकर समीक्षा की।
   जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित ने पुलिस अधीक्षक दीगत आनंद के साथ जिला मुख्यालय के अलावा चोहटन, धनाऊ और धोरीमन्ना उपखंड क्षेत्र का भ्रमण किया। उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ चक्रवाती तूफान के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की।
  जिला कलेक्टर ने बताया कि तूफान से सर्वाधिक प्रभाव की आशंका वाले क्षेत्रों के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियो को तैनात कर पर्याप्त मात्रा में बाढ़ बचावकर्मी और उपकरण भिजवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्रीमती प्रतिष्ठा पिलानिया को नगर परिषद क्षेत्र बाड़मेर और जिला मुख्यालय की निचली कच्ची बस्तियों, अश्विनी पंवार को नगर परिषद क्षेत्र बालोतरा और बायतु, सिणधरी और सिवाना के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह अंजुम ताहिर सम्मा को कवास और उपखंड क्षेत्र बाड़मेर तथा अनिल कुमार पुनिया को चोहटन,सेड़वा,धोरीमन्ना, रामसर के प्रभारी बनाया गया है। वही सभी उपखंड मुख्यालय पर संबंधित एस डी एम भी अपनी टीम के साथ मुस्तैद रहेंगे।
   जिला कलक्टर ने चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मध्येंजर आमजन से सावधानी और सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होने मौसम विभाग द्वारा जारी गाईडलाईन की पूरी-पूरी पालना करने को कहा है 
 जिला कलेक्टर ने बताया कि मोसम विभाग ने चक्रवाती तूफान बीपरजाय के मध्येंजर जिले में 17 जून को भी
रेड अलर्ट जारी किया है। इस दौरान जिले में भारी से अति भारी बारिश हो सकती हैं और 60-70 घंटे प्रति किमी की गति से तेज हवा चल सकती है। ऐसे में आमजन अत्यंत सावधानी बरते। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे अपने घरों में ही रहे और अनावश्यक बाहर नहीं निकले।बारिश होने पर कच्ची दीवारों, बड़े पेड़ों के पास खड़े न हों, पशुओं को पेड़ों से नहीं बांधे तथा अगर तेज हवा चल रही हो तो खुले मैदान में होने पर लेट जाएं। 
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के साथ, पुलिस, नगर परिषद, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, जोधपुर डिस्कॉम, आदि सभी विभाग मुस्तैदी से क्रियाशील हैं। 
उन्होंने सभी नागरिकों को इस दौरान जागरूक रहने तथा अन्य सभी लोगों को भी जागरूक करने का आह्वान किया है ताकि इस तूफान से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। 
 उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की समस्या होने पर नागरिक जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम 02982-222226 पर सम्पर्क कर सकते हैं।  
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मुख्यमंत्री ने पशुपालकों के खातों में डीबीटी से भेजे 175 करोड़ रुपए

 लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम

आमजन को राहत देने का संकल्प हो रहा साकाररू मुख्यमंत्री
प्रदेशभर के लगभग 42 हजार पशुपालक लाभान्वित
जिले के 2219 पशुपालकों को 9.10 करोड़ रुपए की सहायता राशि हस्तांतरित
बाड़मेर, 16 जून। जिले में राजस्थान किसान महोत्सव के तहत पंचायत समिति बालोतरा परिसर में लंपी रोग सहायता वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से पशुपालकों एवं किसानों को अधिकतम राहत देने का संकल्प साकार हो रहा है।
श्री गहलोत शुक्रवार को राजस्थान किसान महोत्सव के पहले दिन लम्पी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लम्पी महामारी के दौरान राज्य में कुशल प्रबंधन किया गया। लम्पी महामारी में दुधारू गौवंश गंवाने वाले पशुपालकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई। इसके क्रियान्वयन में आज प्रदेशभर के पशुपालकों के खातों में प्रति परिवार 2 दुधारू गोवंश के लिए 40-40 हजार रुपए डीबीटी द्वारा भेजे जा रहे हैं। इस वर्ष लम्पी महामारी से बचाव हेतु 68 लाख से अधिक गौवंश का टीकाकरण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर करीब 41 हजार 900 पशुपालकों के खाते में लम्पी रोग से मृत दूधारू पशुओं के लिए 175 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि हस्तांतरित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दूध पर प्रति लीटर 5 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। प्रत्येक परिवार हेतु 2-2 दुधारू पशुओं का प्रति पशु 40,000 रुपये का बीमा किया जा रहा है। गौशालाओं को 9 माह व नंदीशालाओं को 12 माह का अनुदान दिया जा रहा है। नंदीशाला खोलने के लिए प्रति ग्राम पंचायत 1.56 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। अब तक गौशालाओं को लगभग 2500 करोड़ रुपए का अनुदान दिया चुका है। राज्य सरकार के निर्णयों से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में राजस्थान देश में प्रथम राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से किया संवादकार्यक्रम के दौरान श्री गहलोत ने प्रदेश के नवगठित जिलों के लाभार्थियों से संवाद किया। खैरथल से श्रीमती हेमलता एवं सुदेश कुमारी, नीमकाथाना से श्रीमती आंची देवी एवं कमला देवी, कोटपूतली से श्रीमती भगवती देवी एवं सुनीता देवी, केकड़ी से श्रीमती शोभा एवं मनीषा कुमारी, ब्यावर से श्रीमती आमना काठात एवं साबु, कुचामन से श्रीमती गीता देवी एवं फूसी देवी एवं शाहपुरा से श्रीमती सोना देवी एवं कस्तूरी देवी ने संवाद के दौरान लम्पी रोग में मृत दुधारु गायों के लिए 40 हजार रुपए की आर्थिक सहायता हेतु मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि उनके खातों में आई सहायता राशि से वे नए पशु खरीद सकेंगे, जिससे उन्हें घर चलाने में सुगमता होगी तथा बच्चों को बेहतर पोषण मिल सकेगा। इस अवसर पर लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का नए जिलों के गठन के लिए आभार व्यक्त किया। किसानों को समर्पित सरकार के मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक कृषि बजट प्रस्तुत करने वाला राजस्थान पहला राज्य है। किसानों के लिए लाई गई योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 12 कृषि मिशन शुरू किए गए हैं। कृषक कल्याण कोष की राशि बढ़ाकर 7500 करोड़ रुपये की गयी है। राज्य में किसानों के लिए 18 हजार करोड़ रुपए के फसल बीमा क्लेम वितरण, करीब चार लाख कृषि कनेक्शन, 26.50 लाख मीटर तारबंदी, 2000 यूनिट तक निःशुल्क बिजली जैसे कदम उठाए गए हैं। इंदिरा गांधी फीडर का 108 किलोमीटर क्षेत्र में मरम्मत कार्य किया गया है। रोजगार देने में राजस्थान अग्रणीश्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में 3.50 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां देने का कार्य कर रही है। निजी क्षेत्र में रोजगार देने के लिए 100 मेगा जॉब फेयर आयोजित किए जा रहे हैं। गिग वर्कर्स के हितों की रक्षा करने एवं उन्हें शोषण से बचाने हेतु 200 करोड़ के बजट के साथ गिग वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड की स्थापना की गई है। राजस्थान अपने शानदार वित्तीय प्रबंधन के कारण आर्थिक विकास दर में देश में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य में संचालित योजनाएं आज देशभर में चर्चा का विषय है। राजस्थान को वर्ष 2030 तक विकास के हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की मंशा के साथ कार्य कर रही है। हर वर्ग के लिए संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हर वर्ग के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। राज्य में 303 नए कॉलेज खोलने, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ करने, 500 युवाओं को विदेशों में निःशुल्क पढ़ने के लिए भेजने तथा अनुप्रति योजना के तहत 30 हजार विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा देने जैसे फैसलों के कारण राज्य शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, राइट टू हैल्थ कानून बनाने जैसे फैसलों की पूरे देश में चर्चा है। 1 करोड़ से अधिक लोगों को न्यूनतम 1000 रुपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी जा रही है। सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है। केन्द्र सरकार को भी कानून बनाकर देशवासियों को सामाजिक सुरक्षा तथा स्वास्थ्य का अधिकार देने एवं ओपीएस लागू करने का निर्णय लेना चाहिए। श्री गहलोत ने कहा कि इंदिरा रसोई योजना से आमजन को 8 रूपए में पौष्टिक भोजन प्राप्त हो रहा है। घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही है। इससे लगभग 1 करोड़ से अधिक घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुँचाने के लिए महंगाई राहत कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। इन कैंपों में 7 करोड़ से अधिक गारंटी कार्ड बांटे जा चुके हैं और 1.55 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभान्वित किया जा चुका है। तीन दिवसीय महोत्सव में लगभग 50 हजार किसान लेंगे हिस्सा 16 से 18 जून तक चलने वाले राजस्थान किसान महोत्सव में 50 हजार किसान भाग ले रहे हैं। यहां कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन और कृषि विपणन की विश्व स्तरीय तकनीकों का प्रदर्शन किया गया है। इसके अलावा कृषि, बागवानी और पशुपालन के लिए जाजम-चौपालों की व्यवस्था की गई है। इससे विशेषज्ञ और किसान एक-दूसरे से रूबरू हो सकेंगे। इस अवसर पर किसानों को उद्योग लगाने, उर्वरकों और उन्नत बीजों की जानकारी देने और युवाओं को एंटरप्रेन्योर बनाने के लिए 200 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने विधिवत रूप से गौ पूजन किया। कार्यक्रम में प्रदेश में लम्पी महामारी के दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए कुशल प्रबंधन पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
श्री गहलोत ने इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल पर आयोजित प्रदर्शनी में विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा निर्मित कृषि उपकरणों, सिंचाई यंत्रों, जैविक खाद, फसलों की किस्मों तथा अन्य कृषि उत्पादों का अवलोकन किया।
इस अवसर पर बालोतरा विशेषाधिकारी राजेंद्र विजय, उपखंड अधिकारी विवेक व्यास, बालोतरा विकास अधिकारी महेश सिंह चौहान, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डा. मदन गिरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ लाभार्थी भी उपस्थित रहे।
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