सोमवार, 10 जुलाई 2017

वीडियो कांफ्रेसिंग से प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान जानकारी दी

                बाड़मेर, 10 जुलाई। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के सफल क्रियान्यवन के लिए जिला स्तरीय अटल सेवा केन्द्र से सोमवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए 17 पंचायत समिति मुख्यालयांे पर ई-मित्र एवं कॉमन सर्विसेज सेंटर संचालको को प्रशिक्षण दिया गया।  इस दौरान समस्त पंचायत समिति के अटल सेवा केन्द्रों में उपस्थित सीएससी, ई-मित्र, डिजिटल साक्षरता केन्द्र धारको को एवं ब्लॉक नोडल अधिकारियों की उपस्थ्तिि में समस्त अभियान के बारे में जानकारी तथा पोर्टल का डेमो दिखाया गया।

                सीएससी ई-गर्वनेंस के जिला प्रबंधक चेनाराम चौधरी ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में कार्यरत सभी ई-मित्र, सीएससी धारको सीएससी के नये डिजिटल सेवा पोर्टल रजिस्टेªशन, विद्यार्थी पंजीकरण प्रक्रिया तथा अन्य समस्त आवश्यकताआंे की जानकारी दी गई। साथ ही जिले में प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान केन्द्र खोलकर जिले के ग्रामीण क्षैत्रो में डिजिटल साक्षरता दर को बढाने के निर्देश दिए गए। इसके अनुसार 30 जुलाई तक सभी सीएससी एवं ई-मित्र केन्द्रो पर प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता केन्द्र स्थापित कर जिले के सभी ग्राम पंचायतो को कवर करने का लक्ष्य दिया गया। जो ब्लॉक नोडल अधिकारीयों के सहयोग से किया जाना हैं। इस कान्फ्रेंस में सहायक प्रोग्रामर पन्नाराम एवं जिले की स्थानीय सेवा प्रदाता अक्ष आप्ॅटीफाइबर से जेताराम चौधरी ने भी तकनीकी समस्याओ के निवारण के बारे में अवगत करवाया।



आमजन पौधारोपण में सक्रिय भागीदारी निभाएं : गोयल

प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने किया जिला स्तरीय वन महोत्सव मंे पौधारोपण
                बाड़मेर, 10 जुलाई। आमजन पौधारोपण मंे सक्रिय भागीदारी निभाएं। प्रत्येक नागरिक अपने घर के आगे पौधारोपण करने के साथ उसकी देखभाल करें। राज्य सरकार मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत प्रदेश को पानी के लिहाज से आत्मनिर्भर बनाने के साथ पौधारोपण के जरिए पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे रही है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बाड़मेर हिल्ली मंे आयोजित जिला स्तरीय वन महोत्सव मंे मुख्य अतिथि के रूप मंे संबोधित करते हुए यह बात कही।
                इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत किए जा रहे जल संरक्षण एवं पौधारोपण कार्य मील का पत्थर साबित होंगे। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार बारिश के पानी को बचाने के लिए वृहद स्तर पर जल संरक्षण कार्य करवा रही है। उन्हांेने कहा कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत 28 लाख पौधे लगाए गए। इस बार इस अभियान के तहत एक करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। उन्हांेने कहा कि सतही पानी के प्रोजेक्टस को भी प्राथमिकता से पूरा करवाया जा रहा है। प्रभारी मंत्री गोयल ने जन प्रतिनिधियांे एवं आमजन से स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत बाड़मेर जिले को मार्च 2018 तक खुले मंे शौच से मुक्त करवाकर ओडीएफ घोषित करवाने मंे सहयोग की अपील की। उन्हांेने आने वाली पीढ़ी के लिए जल संरक्षण एवं अधिकाधिक पौधारोपण करने का अनुरोध किया। इस अवसर पर अध्यक्षीय उदबोधन मंे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि पेड़ांे के बिना जीवन अधूरा है। उन्हांेने पानी की कीमत पहचाने के साथ प्रकृति को समझते हुए इसका संरक्षण करने की बात कही। जिला कलक्टर ने बताया कि जिले मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत 6 हजार कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमंे 4800 कार्य पूर्ण हो चुके है। प्रथम चरण मंे हुए कार्याें के उत्साहजनक नतीजे सामने आए है। जिला कलक्टर नकाते ने प्रत्येक नागरिक से जन्म दिन अथवा अन्य अवसर पर कम से कम एक पौधा लगाने एवं उसकी देखभाल का जिम्मा उठाने का संकल्प लेने का आहवान किया। यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने जल के लिहाज से आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की शुरूआत की थी। अब तक राजस्थान पानी के लिए अन्य राज्यांे पर निर्भर था, लेकिन अब इस अभियान के अच्छे नतीजे सामने आने लगे है। उन्हांेने इस अभियान को अन्य प्रदेशांे के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण बताते हुए कहा कि बालिकाएं एवं महिलाएं भी अपने जन्म दिन पर एक पौधा लगाने का प्रण लें। उन्हांेने कहा कि इस अभियान से पुराने तालाबांे को नया जीवनदान मिला है। विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की बदौलत प्रदेश मंे जल संरक्षण के लिहाज से अभूतपूर्व कार्य हुआ है। सूखे प्रदेश के रूप मंे जाने वाले राजस्थान मंे जल स्तर मंे इजाफा हुआ है। उन्हांेने कहा कि लगातार आबादी मंे बढोतरी के कारण जंगल कटते जा रहे है। उन्हांेने आमजन से अधिकाधिक पौधारोपण करने का अनुरोध किया।
                बाड़मेर नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा ने कहा कि शहरवासी अपने घर मंे एक पौधा लगाने एवं उसकी देखभाल करने का जिम्मा लें। उन्हांेने कहा कि पौधारोपण के लिए स्वच्छ वातावरण के साथ कई प्रकार की बीमारियांे को रोक सकते है। उन्हांेने वन महोत्सव जैसे आयोजन की सराहना की। कार्यक्रम की शुरूआत मंे उप वन संरक्षक किशनसिंह भाटी ने बताया कि यहां करीब 30 हैक्टेयर भूमि मंे 5100 पौधे लगाए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि शुरूआत मंे 501 पौधे लगाए जा रहे है। उन्हांेने कहा कि यहां पर स्मृति वन भी विकसित किए जाने की योजना है। कार्यक्रम का संचालन डा.बंशीधर तातेड़ ने किया।

                इससे पहले जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल, जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा ने पौधारोपण करके वन महोत्सव की शुरूआत की। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, अधीक्षण अभियंता जलग्रहण बलवीरसिंह, समाजसेवी कैलाश कोटड़िया, एसीएफ उदाराम समेत कई प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। समारोह के अंत मंे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने जल संरक्षण एवं पौधारोपण करने संबंधित शपथ दिलाई।






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