प्रभारी मंत्री सुरेन्द्र
गोयल ने किया जिला स्तरीय वन महोत्सव मंे पौधारोपण
बाड़मेर, 10 जुलाई। आमजन पौधारोपण मंे सक्रिय भागीदारी निभाएं। प्रत्येक नागरिक अपने घर के
आगे पौधारोपण करने के साथ उसकी देखभाल करें। राज्य सरकार मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन
अभियान के तहत प्रदेश को पानी के लिहाज से आत्मनिर्भर बनाने के साथ पौधारोपण के जरिए
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे रही है। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र
गोयल ने सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर बाड़मेर हिल्ली मंे आयोजित जिला स्तरीय वन
महोत्सव मंे मुख्य अतिथि के रूप मंे संबोधित करते हुए यह बात कही।
इस अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री
जल स्वावलंबन अभियान के तहत किए जा रहे जल संरक्षण एवं पौधारोपण कार्य मील का पत्थर
साबित होंगे। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार बारिश के पानी को बचाने के लिए वृहद स्तर
पर जल संरक्षण कार्य करवा रही है। उन्हांेने कहा कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन
अभियान के तहत 28 लाख पौधे लगाए गए। इस बार इस अभियान के तहत एक करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। उन्हांेने
कहा कि सतही पानी के प्रोजेक्टस को भी प्राथमिकता से पूरा करवाया जा रहा है। प्रभारी
मंत्री गोयल ने जन प्रतिनिधियांे एवं आमजन से स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत बाड़मेर
जिले को मार्च 2018 तक खुले मंे शौच से मुक्त करवाकर ओडीएफ घोषित करवाने मंे सहयोग की अपील की। उन्हांेने
आने वाली पीढ़ी के लिए जल संरक्षण एवं अधिकाधिक पौधारोपण करने का अनुरोध किया। इस अवसर
पर अध्यक्षीय उदबोधन मंे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि पेड़ांे के बिना
जीवन अधूरा है। उन्हांेने पानी की कीमत पहचाने के साथ प्रकृति को समझते हुए इसका संरक्षण
करने की बात कही। जिला कलक्टर ने बताया कि जिले मंे मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान
के तहत 6 हजार कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमंे 4800 कार्य पूर्ण हो चुके है। प्रथम चरण मंे हुए कार्याें के उत्साहजनक नतीजे सामने
आए है। जिला कलक्टर नकाते ने प्रत्येक नागरिक से जन्म दिन अथवा अन्य अवसर पर कम से
कम एक पौधा लगाने एवं उसकी देखभाल का जिम्मा उठाने का संकल्प लेने का आहवान किया। यूआईटी
चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने जल के लिहाज से आत्मनिर्भर बनाने
के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान की शुरूआत की थी। अब तक राजस्थान पानी के लिए
अन्य राज्यांे पर निर्भर था, लेकिन अब इस अभियान के अच्छे नतीजे सामने आने लगे है। उन्हांेने इस अभियान को अन्य
प्रदेशांे के लिए भी अनुकरणीय उदाहरण बताते हुए कहा कि बालिकाएं एवं महिलाएं भी अपने
जन्म दिन पर एक पौधा लगाने का प्रण लें। उन्हांेने कहा कि इस अभियान से पुराने तालाबांे
को नया जीवनदान मिला है। विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री
जल स्वावलंबन अभियान की बदौलत प्रदेश मंे जल संरक्षण के लिहाज से अभूतपूर्व कार्य हुआ
है। सूखे प्रदेश के रूप मंे जाने वाले राजस्थान मंे जल स्तर मंे इजाफा हुआ है। उन्हांेने
कहा कि लगातार आबादी मंे बढोतरी के कारण जंगल कटते जा रहे है। उन्हांेने आमजन से अधिकाधिक
पौधारोपण करने का अनुरोध किया।
बाड़मेर नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा ने कहा कि शहरवासी अपने घर मंे एक पौधा
लगाने एवं उसकी देखभाल करने का जिम्मा लें। उन्हांेने कहा कि पौधारोपण के लिए स्वच्छ
वातावरण के साथ कई प्रकार की बीमारियांे को रोक सकते है। उन्हांेने वन महोत्सव जैसे
आयोजन की सराहना की। कार्यक्रम की शुरूआत मंे उप वन संरक्षक किशनसिंह भाटी ने बताया
कि यहां करीब 30 हैक्टेयर भूमि मंे 5100 पौधे लगाए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि शुरूआत मंे 501 पौधे लगाए जा रहे
है। उन्हांेने कहा कि यहां पर स्मृति वन भी विकसित किए जाने की योजना है। कार्यक्रम
का संचालन डा.बंशीधर तातेड़ ने किया।
इससे पहले जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल, जिला कलक्टर शिवप्रसाद
मदन नकाते, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला, यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी, नगर परिषद के सभापति लूणकरण बोथरा ने पौधारोपण करके वन महोत्सव की शुरूआत की। इस
अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त जिला कलक्टर
ओ.पी.बिश्नोई, अधीक्षण अभियंता जलग्रहण बलवीरसिंह, समाजसेवी कैलाश कोटड़िया, एसीएफ उदाराम समेत कई प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक एवं विद्यार्थी उपस्थित
रहे। समारोह के अंत मंे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने जल संरक्षण
एवं पौधारोपण करने संबंधित शपथ दिलाई।