शुक्रवार, 28 जुलाई 2017

ग्राम सेवक एवं पंचायत सचिव सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा मे सफल घोषित अभ्यर्थियों के मूल प्रमाण पत्रों की जांच 8 अगस्त से

                बाड़मेर, , 28 जुलाई। ग्राम सेवक एवं पंचायत सचिव सीधी भर्ती प्रतियोगी परीक्षा-2016 में अस्थायी रूप से सफल घोषित अभ्यार्थियों के मूल प्रमाण पत्रों की जांच 8 से 18 अगस्त, 2017 तक प्रातः 10 बजे से सांय 5 बजे तक इन्दिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान, जे.एल.एन. मार्ग, जयपुर में होगी।

                ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त, आयुक्त श्री राजेन्द्र शेखर मक्कड़ ने बताया कि उक्त परीक्षा में सफल घोषित अभ्यार्थी को स्वयं उपस्थित होकर अपने दस्तावेजों का सत्यापन करवाना होगा । उन्होंने बताया कि इस संबंध में सम्पूर्ण जानकारी पंचायती राज विभाग की वेबसाईट www.rajpanchayat.rajasthan.gov.in  तथा राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड, जयपुर की वेबसाईट www.rsmssb.rajasthan.gov.in देख सकते हैं।

बाड़मेर मंे कौशल रोजगार उद्यमिता शिविर सोमवार को

बाड़मेर, 28 जुलाई। जिला रोजगार कार्यालय की ओर से 31 जुलाई 2017 को प्रातः 11 बजे जिला रोजगार कार्यालय कलेक्टर परिसर बाडमेर में मासिक कौशल रोजगार उद्यमिता षिविर का आयोजन किया जा रहा है।
जिला रोजगार अधिकारी भवानीप्रताप चारण ने बताया कि इस शिविर में रोजगार कार्यालय द्वारा आमंत्रित निजी क्षे़त्र की फर्म शिवशक्ति बायो टेक्नोलाजिक लिजयपुर द्वारा बेरोजगारों का साक्षात्कार लेकर विभिन्न पदांे के लिए चयन किया जाएगा । इच्छुक अभ्यर्थी अपने मूल प्रमाण पत्रों एवं उनकी फोटो कापी एवं पासपोर्ट साइज के फोटो लेकर उपस्थित होकर शिविर में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।

दिव्यांगांे से निःशुल्क पंजीयन करवाने की अपील

                बाड़मेर, 28 जुलाई। राज्य में विशेष योग्यजनों के सशक्तिकरण एवं कल्याण के लिए उन्हें चिन्हित पंजीकरण करने का विशेष अभियान चलाकर उन्हे लाभान्वित किया जाना है। इस के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन चिन्हीकरण एवं पंजीयन 24 सितंबर तक जिले के समस्त ई मित्रांे के माध्यम से निःशुल्क पंजीयन किया जा रहा है।

                सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक सुरेन्द्र कुमार पूनिया ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से विशेष योग्यजनों की 21 श्रेणीया चिन्हित की गई है। इसमें अंधता, अल्पद्वष्टि, कुष्ठरोग, श्रवण बाधित, चलन निःशक्तता, बोनापन, बौद्विक अक्षमता, मानसिक रोगी, स्वलीनता, प्रमस्तिक घात मासपेशीय दुर्विकास, कोनिक न्युरोलोजिकल कण्डीशन, स्पेसिफिक लर्निग डिसेबालिडी, मल्टीपल स्फलेरोसीस, वाक एंव भाषा निःशक्तता, थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सीफल सैल डिजीज, बहु निशक्तता, तेजाब हमला पीडीत, पार्किसंस रोग शामिल है। उन्हांेने बताया कि इन श्रेणियांे मंे शामिल दिव्यांग अपने नजदीक ई-मित्र या अटल सेवा केन्द्र पर जाकर अपना निःशुल्क पंजीयन करवाएं। इसके लिए अपने साथ मूल निवास प्रमाण पत्र आधार कार्ड,भामाशाह कार्ड एवं निशक्तता प्रमाण-पत्र अगर पहले बना हुआ है तो साथ में ले जाना होगा। उनके मुताबिक पंजीयन नही करवाने पर राज्य सरकार की ओर देय सुविधाओं का लाभ बन्द हो सकता है।

टोटी नहीं होने पर काटे पानी के कनेक्शन, उपभोक्ताआंे से वसूले 21 हजार

                बाड़मेर, 28 जुलाई। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की ओर से साप्ताहिक समीक्षा बैठक मंे दिए गए निर्देशांे की पालना मंे जलदाय विभाग की टीमांे ने कार्रवाई करते हुए बाड़मेर शहर मंे विभिन्न स्थानांे पर टोटी नहीं होने पर पानी के कनेक्शन काटे। इस दौरान 23 उपभोक्ताआंे से 21 हजार 637 रूपए वसूले गए।

                जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार ने बताया कि खत्रियो का मौहल्ला, खत्रियो का वास, खागल मौहल्ला मंे बकाया राशि होने एवं टोटी नहीं होेने के कारण पानी के चार कनेक्शन काटे गए। इसी तरह खागल मौहल्ला, सुनारो का वास, पादर मौहल्ला, कोतवाली की गली मंे बकाया राशि वाले 23 उपभोक्ताआंे से 21 हजार 637 रूपए वसूले गए।

राज्य स्तरीय बुनकर पुरस्कारों की घोषणा, बाड़मेर के गोविन्द को पहला पुरस्कार

                बाड़मेर, 28 जुलाई। राज्य में इस वर्ष बुनकरों को दिए जाने वाले राज्य स्तरीय बुनकर पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। उद्योग आयुक्त एवं सचिव सीएसआर कुंजी लाल मीणा की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा घोषित पुरस्कारों में बाड़मेर की पट््टू शैली पर तैयार साड़ी के नए प्रयोग के लिए बाड़मेर के बुनकर गोविन्द का पहले पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।

                उद्योग आयुक्त एवं सचिव सीएसआर कुंजी लाल मीणा ने बताया कि दूसरा पुरस्कार कोटा की श्रीमती वहीदा बानो को कोटा डोरिया साड़ी पर काम के लिए और तीसरा पुरस्कार बीकानेर के मगन लाल मेघवाल को राजस्थानी शॉल के लिए दिया जाएगा। मीणा ने बताया कि दौसा के सोनू गौतम को पंजा दरी के लिए और जयपुर ग्रामीण की श्रीमती सुगनी देवी का शर्टिंग के लिए संयुक्त रुप से सात्वंना पुरस्कार के लिए चयन किया गया है। उन्हांेने बताया कि राज्य स्तरीय बुनकर पुरस्कारों में प्रथम पुरस्कार के लिए 21 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 11 हजार रुपए, तृृतीय पुरस्कार 7 हजार एक सौ रुपए और सांत्वाना पुरस्कार स्वरुप 3 हजार एक सौ-3 हजार एक सौ रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार बुनकर दिवस पर 7 अगस्त को जयपुर में आयोजित होने वाले समारोह के दौरान दिए जाएंगे। राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए 20 से अधिक प्रविष्ठियां प्राप्त हुई थी। उद्योग आयुक्त मीणा की अध्यक्षता में गठित चयन समिति में अतिरिक्त निदेशक डीसी गुप्ता, राज्य हैण्डलूम विकास कारपोरेशन के नायाब खान, बनुकर संघ के अमित बोहरा, केन्द्र सरकार के बुनकर सेवा केन्द्र के अनिल साहू और संयुक्त निदेशक उद्योग अविन्द्र लढ़ढा की कमेटी द्वारा शुक्रवार को उद्योग भवन में आयोजित बैठक में पुरस्कारों का चयन किया गया।


अन्तरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के नवीन दिशा-निर्देश जारी

नवीन दिशा-निर्देश एक अगस्त से होंगे प्रभावी होंगे
                बाड़मेर, 28 जुलाई। राज्य सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित डॉ. सविता बेन अम्बेडकर अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना संचालन के लिए नवीन दिशा निर्देश जारी किए हैं जो 1 अगस्त, 2017 से प्रभावी होंगे।
                सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि इस योजना के तहत जारी की जाने वाली प्रोत्साहन सहायता राशि के शत-प्रतिशत सदुपयोग के लिए कड़े नियम बनाये गये हैं। ताकि पात्र व्यक्तियों को ही योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने वाले युवक अथवा युवती द्वारा मिथ्या तथ्य, कूटरचित दस्तावेज प्रस्तुत करने अथवा किन्हीं तथ्यों को छिपाये जाने अथवा असत्य पाये जाने पर विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
योजना की पात्रताएं : अनुसूचित जाति वर्ग के युवक अथवा युवती, जिसने किसी सवर्ण हिन्दू युवक अथवा युवती से, जो दोनों ही राजस्थान के मूल निवासी हो एवं युगल में से किसी की भी आयु 35 वर्ष से अधिक नहीं हो, और किसी आपराधिक मामले में दोषसिद्ध न हो, से विवाह किया हो। अंतर्जातीय विवाह करने वाले युगल के विवाह के प्रमाण स्वरूप सक्षम प्राधिकरण या अधिकारी कार्यालय से जारी विवाह पंजीयन प्रमाण पत्र हो व युगल की संयुक्त आय 2.50 लाख रुपए से अधिक न हो। साथ ही युगल द्वारा राज्य अथवा केन्द्र सरकार की किसी भी समानान्तर योजना में कोई आर्थिक लाभ प्राप्त न किया हो। विवाह की दिनांक से एक वर्ष की अवधि में आवेदन पत्र प्राप्त होने तथा युवक व युवती के प्रथम विवाह पर ही इस योजना का लाभ देय है। योजनान्तर्गत विधवा महिला द्वारा पुनर्विवाह करने पर वह इस योजना का लाभ लेने की पात्र होगी बशर्ते युगल में से किसी ने पूर्व में इस योजना का लाभ प्राप्त नहीं किया हो। साथ ही विधवा महिला से विवाह करने वाले युवक को प्रथम विवाह की बाध्यता एवं शर्त में छूट भी दी गई है।
आवेदन करने की प्रक्रिया : योजनान्तर्गत लाभ प्राप्त करने के लिए प्रार्थी अपने गृह जिले में ई-मित्र, राजस्थान एस.एस.ओ. के माध्यम से एस.जे.एम.एस. पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं। योजनान्तर्गत वांछित आवश्यक दस्तावेज आवेदन करते समय ऑनलाईन स्कैन कर अपलोड किए जाएंगे। किसी भी स्थिति में विवाह के एक वर्ष पश्चात् आवेदन पत्र प्रस्तुत करने की छूट नहीं होगी। साथ ही ऐसे आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

प्रोत्साहन राशि मिलेगी : डॉ. सविता बेन अम्बेडकर अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजनान्तर्गत युगल के सुखद दांपत्य जीवन को सुनिश्चित करने के प्रयोजन से पति-पत्नी के लिए 5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि में से 2.50 लाख रुपए दोनों के संयुक्त खाते में 8 वर्ष के लिए फिक्स डिपोजिट के रूप में तथा 2.50 लाख रुपए दांपत्य जीवन के निर्वहन के प्रयोजनार्थ आवश्यक एवं घरेलू उपयोग आदि की चीजों की खरीद के लिए नकद सहायता उनके संयुक्त बैंक खाते के माध्यम से प्रदान किए जाएंगे।

सामूहिक विवाहांे का बढ़ावा देने की जरूरत : नकाते

               बाड़मेर, 28 जुलाई। महिला अधिकारिता विभाग के अधीन संचालित राजस्थान सामूहिक विवाह नियमन एवं अनुदान योजना, 2009 के अन्तर्गत हिंगुलाज सामूहिक विवाह संस्थान, बाड़मेर की ओर से आयोजित दो सामूहिक विवाहों के 61 वर-वधुओं को योजना के नियमानुसार 03 वर्ष के सावधि जमा प्रमाण पत्र के वितरण के लिए जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की अध्यक्षता मंे होटल कलिंगा पैलेस में समारोह आयोजित किया गया।

                इस अवसर पर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सामूहिक विवाह के आयोजनों की प्रशंसा करते हुए नवविवाहितों को शुभकामनाएं दी। उन्हांेने कहा कि सामूहिक विवाहांे के आयोजन को बढ़ावा देने की जरूरत है। जिला कलक्टर ने जिले में टांके में कूदकर आत्महत्याओं के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए समारोह मंे उपस्थित लोगांे से आग्रह किया कि नवविवाहित वधु के साथ अपने पुत्री जैसा व्यवहार कर उसे अपने अकेलेपन का एहसास ना होने दें। उन्हांेने अपनी भावनाओं, मानसिक दबाव, घूटन आदि होने पर महिला सम उपदेशन केन्द्र पर कार्यरत परामर्शदाताओं से अपनी बात करने की अपील की, ताकि वह अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सके। इस दौरान यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी ने सामूहिक विवाहो के आयोजनों को बढ़ावा देने की अपील की। ताकि समाज व्यर्थ के खर्चो से बच सके। उन्होंने कहा कि खर्चे का उपयोग अपनी बच्चियों की पढ़ाई लिखाई पर खर्च कर,े ताकि वह समाज में एक मुकाम हासिल कर सके। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित एवं संस्था के अध्यक्ष नन्दकिशोर छुंछा, वर वधु एवं संस्था के पदाधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह के प्रारम्भ में सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने योजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कर जिले में अधिक से अधिक सामूहिक विवाहों के आयोजनों के लिए आग्रह किया, ताकि समाज में व्यर्थ खर्चों से बचा जा सके । इस दौरान जिला कलक्टर एवं अतिथियो ने 15 हजार रूपए की एफडीआर नववधुओं को वितरित की। समारोह के अंत मंे संस्था अध्यक्ष नंदकिशोर छूंछा ने सबका आभार जताया।

रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर अब तक 1050 लोगों को सुरक्षित निकाला

मुख्यमंत्री की सतत् निगरानी में बाढ़ राहत कार्य जारी, बाड़मेर मंे 120 लोगांे को सुरक्षित बचाया
                बाड़मेर, 28 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे प्रदेश के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की सतत् निगरानी और समीक्षा कर रही हैं। जालोर, सिरोही, पाली, राजसमंद और बाड़मेर जिलों में राज्य सरकार और जिला प्रशासन रात-दिन राहत कार्यों में जुटे हैं।
                इन जिलों में अभी तक 1050 से अधिक प्रभावित व्यक्तियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। जालोर, सिरोही, पाली और बाड़मेर में प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित ठहराने के लिए 20 विशेष राहत शिविर लगाए गए हैं। इन शिविरों में अब तक 525 से अधिक व्यक्तियों को ठहराकर राहत प्रदान की गई है। जालोर में 528, सिरोही में 235, पाली में 165, बाड़मेर में 120 और राजसमंद में 3 व्यक्तियों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित बचाया गया है। दूसरी और मवेशियों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। रास्ते अवरुद्ध होने के कारण जालोर के बाढ़ग्रस्त स्थानों तक एनडीआरएफ की टुकड़ी एवं नावों को हैलीकॉप्टर के जरिए राहत कार्यों के लिए भिजवाया गया।
मुस्तैद रहें और प्रभावितों को बचाने के लिए तत्काल कार्यवाही करें : मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि जिन जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं, वहां स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, सेना, वायु सेना एवं पैरामिलेट्री फोर्स सहित अन्य लोगों के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य में कोई कमी नहीं आने दी जा रही है। राज्य सरकार बाढ़ नियंत्रण को लेकर हर मोर्चे पर गम्भीरतापूर्वक कार्य कर रही है और लगातार उच्च स्तरीय निगरानी की जा रही है। साथ ही, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, विद्युत तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को भी मुस्तैद रहने और आपात स्थितियों से निपटने के लिए पूरी सजगता एवं सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना लगातार कर रहीं बचाव कार्य : बाढ़ प्रबंधन, राहत एवं बचाव कार्यों के लिए इन जिलों में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की चार-चार टीम, सीआरपीएफ की एक तथा सेना की तीन टीमें, होमगार्ड सदस्यों तथा स्थानीय टीमों के साथ निरन्तर कार्य कर रही हैं। राहत कार्यों के लिए वायु सेना के दो हैलीकॉप्टर भी लगाए गए हैं। जिला प्रशासन तथा स्थानीय सहयोग से बाढ़ प्रभावितों को लगातार फूड पैकेट तथा दवाइयों सहित आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है।

फसल बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई

       बाड़मेर, 28 जुलाई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ वर्ष 2017 की अधिसूचना जारी हो चुकी है। ऋणी एवं अऋणी कृषक 31 जुलाई तक अपना बीमा करवा सकते है। जो किसान 31 जुलाई तक फसली ऋण लेंगे,उनकी फसल बीमा कवर मंे आएगी।

       कृषि विभाग के उप निदेशक किशोरीलाल वर्मा ने बताया कि बटाईदार कृषक भी अपना बीमा करवा सकते है। लेकिन बटाईदार कृषक को खातेदार कृषक से लिखित मंे यह शपथ पत्र प्राप्त कर बैंक को देना होगा कि खातेदार की ओर से बीमित कृषक को जमीन बटाई पर दी गई है। फसल बीमा के लिए आवश्यक अभिलेख आधार कार्ड, जमीन की जमाबंदी, गिरदावरी, पासबुक इत्यादि बैंक मंे देने होंगे। कृषक अपना फसल बीमा सभी वाणिज्यिक बैंकांे, कापरेटिव बैंक एवं सीएससी से करा सकते है। बाड़मेर जिले के लिए बजाज एलाइंज जनरल इश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को अधिकृत किया गया है।

केरोसीन एवं रसोई गैस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश

       बाड़मेर, 28 जुलाई। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित एवं आशंका वाले स्थानांे केरोसीन एवं रसोई गैस की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।

       जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की ओर से जारी निर्देशांे के अनुसार पेट्रोल पंपांे एवं गैस एजेंसियांे को निर्देशित किया गया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के नजदीक पेट्रोल पंप एवं गैस एजेंसियां अपने यहां रिजर्व मंे पेट्रोल, डीजल एवं गैस की पर्याप्त व्यवस्था रखें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रांे की राशन दुकानांे मंे खाद्य सामग्री, केरोसीन पर्याप्त मात्रा मंे आपातकालीन स्थिति के लिए सुरक्षित रखा जाए। इसी तरह खाद्य विभाग की ओर से संचालित अन्नपूर्णा भंडार मंे आपात स्थिति मंे रोजमर्रा की सामग्री तेल,नमक,दाल की व्यवस्था बाढ़़ राहत कोष मंे उपलब्ध राशि से कराने के निर्देश दिए गए है। जिला रसद अधिकारी को राहत कार्य मंे पूर्ण योगदान देने के निर्देश दिए गए है।

जीएसटी कटौती के लिए पंजीयन कराने के निर्देश

       बाड़मेर, 28 जुलाई। वित्त विभाग की ओर से समस्त राजकीय कार्यालयांे के आहरण एवं वितरण अधिकारियांे को जीएसटी की स्त्रोत पर कटौती के लिए पंजीयन कराने के निर्देश दिए गए है।

       कोषाधिकारी दिनेश बारहठ ने बताया कि आहरण एवं वित्तरण अधिकारियांे की जीएसटी के अन्तर्गत पंजीकरण की प्रक्रिया 25 जुलाई से प्रारंभ की जा चुकी हैं। उन्हांेने बताया कि समस्त आहरण एवं वितरण अधिकारी यथाशीघ्र जीएसटी के अन्तर्गत पंजीयन कराया जाना सुनिश्चित करें। साथ ही जीएसटी पोर्टल से जनित प्रमाण पत्र की प्रति कोष, उप कोष कार्यालय को उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित करें। ताकि पे-मैनेजर पोर्टल पर पंजीयन को अपलोड किया जा सके। इस बारे मंे कोष एवं लेखा निदेशक ने सभी कोषाधिकारियांे को पंजीयन प्रक्रिया की मोनेटरिंग करने के लिए वीडियो कांफ्रेस के जरिए निर्देश प्रदान किए है। कोषाधिकारी बारहठ ने जिले के सभी उप कोषाधिकारियांे को निर्देश दिए है कि वे अपने क्षेत्र के सभी आहरण एवं वितरण अधिकारियांे का जीएसटी के तहत पंजीयन सुनिश्चित करवाएं। सभी उप कोषाधिकारियांे को प्रतिदिन की प्रगति से भी अवगत कराने के निर्देश दिए गए है।

पुलिस एवं अभियोजन संबंधित त्रैमासिक बैठक 31 को

       बाड़मेर, 28 जुलाई। पुलिस एवं अभियोजन के मध्य समन्वय स्थापित करने के लिए त्रैमासिक बैठक 31 जुलाई को दोपहर 3 बजे रखी गई है।

       अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने बताया कि पुलिस एवं अभियोजन संबंधित बैठक के सााि जिला पैरोल सलाहकार समिति की मासिक बैठक भी आयोजित होगी।

पानी मंे बहे तीन लोगों के आश्रितांे को 12 लाख की आर्थिक सहायता स्वीकृत

       बाड़मेर, 28 जुलाई। विशाला आगोर ग्राम पंचायत मंे बहते पानी मंे बहे तीन लोगांे के आश्रितांे को जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने एक आदेश जारी कर 12 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।

       जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि श्रीमती सुआदेवी पत्नी आसूराम, दिनेश कुमार पुत्र आसूराम एवं टीकमाराम पुत्र मलाराम निवासी नई राणेरी के आश्रितांे को चार-चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। विशाला आगोर मंे 20 जुलाई को बहते पानी मंे बह जाने से इनकी मौत हो गई थी।

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...