जिला कलक्टर शिवप्रसाद
मदन नकाते की मौजूदगी मंे दोनांे भाईयांे ने किया राजीनामा
बाड़मेर, 25 मई। राजस्व लोक अदालत अभियान के तहत सरूपे का तला मंे आयोजित शिविर भंवरा के लिए
वरदान साबित हुआ। उसको 60 साल बाद खातेदारी भूमि का हक मिल गया।
सरूपे का तला ग्राम पंचायत के मिये का तला निवासी भंवरा पुत्र वीरम ने अपने दादा
की भूमि मंे अपना नाम जुड़वाने के लिए वाद दायर कर रखा था। दादा के नाम की यह भूमि एक
पुत्र के नाम दर्ज हो गया। जबकि दूसरे का नाम दर्ज नहीं हो सका। शुक्रवार को सरूपे
का तला मंे आयोजित राजस्व लोक अदालत शिविर मंे राजस्व लोक अदालत की भावना के अनुरूप
उपखंड अधिकारी भुपेन्द्र कुमार यादव एवं तहसीलदार सुनील कुमार कटेवा ने दोनांे वादी
एवं प्रतिवादी पक्ष जो कि इसका चचेरा भाई है,
उनसे समझाइश कर सुलह करवाई। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते
ने वादी भंवरा पुत्र वीरम एवं तनिया वल्द वीन्दा का साफा पहनाकर सम्मान किया। दोनांे
भाई पिछले कई सालांे से एक-दूसरे के घर नहीं जाते थे। उन्हांेने एक-दूसरे को गले लगाकर
राजीनामा किया। इस निर्णय का ग्रामीणांे ने भी स्वागत करते हुए खुशी जताई। जिला कलक्टर
नकाते ने इन दोनांे भाईयांे के निर्णय की सराहना करते हुए अन्य ग्रामीणांे से भी इनका
अनुकरण करने का अनुरोध किया। इस दौरान उन्हांेने शिविर मंे संपादित किए गए कार्याें
की जानकारी ली।
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