शीतकालीन अवकाश में
लीडरशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
बाड़मेर, 04 जनवरी। शिक्षक समाज का दर्पण होता है। संस्था प्रधान अच्छा नेतृत्व देकर आदर्श
विघालय का निर्माण कर सकता है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक कन्हैया लाल देदवाल
ने आज शुक्रवार को डाईट में चल रहे उच्च प्राथमिक विद्यालयों के संस्था प्रधानों के
लीडरशीप दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक श्री देदवाल ने शिक्षक को संबोधित करते हुए कहा
कि प्रशिक्षण में नेतृत्व से संबंधित जो भी आपको सिखाया जावे उसे आत्मसात कर शिक्षा
एवं शिक्षण की गुणवता में सुधार लावे। उन्होने कहा कि एक संस्था प्रधान को प्रबंधकीय
व्यवस्था में निरन्तर प्रयासरत रहना चाहिए जिससे कि क्षेत्र के बालको के शैक्षिक स्तर
में सुधार होगा व आज के अबोध बालक कल सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनेंगे।
शिविर में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी जेतमाल सिंह राठौड़ ने भी विचार व्यक्त
करते हुए कहा कि शिक्षक आपस में एक दूसरे के अनुभवों को सीखते हुए अपने विद्यालयों
के अच्छे वातावरण का निर्माण करेंगे। वरिष्ठ व्याख्याता मांगूसिंह राठौड़ ने कहा कि
जिस संस्था का नेतृत्व उत्तम होगा उस विद्यालय की कार्य प्रणाली व समस्त व्यवस्थाएं
भी अच्छी ही होगी। डाईट उपप्रधानाचार्य खेताराम ने बताया कि इस नेतृत्व प्रशिक्षण में
आपसी इंटरेक्शन भी होना चाहिए ताकि एक दूसरे के अनुभवों का लाभ अर्जित किया जा सके।
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक नानक चन्द चन्द्रोदय ने अपने
विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक प्रशिक्षण में नेतृत्व के गुण सीख कर शाला प्रबधन
में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे।
इस दौरान वरिष्ठ अध्यापक रफीक खान मिरासी एवं साथियों द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत
कर आगन्तुकों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ व्याख्याता मांगूसिंह
राठौड़ ने किया।
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