बाड़मेर, 04 जनवरी। एलपीजी के जिला नोडल अधिकारी पीयूष कुमार सिंह ने पत्रकारांे को प्रधानमंत्री
उज्जवला योजना की प्रगति से रूबरू कराया। इस दौरान इंडियन ऑइल आटो-एलपीजी अधिकारी अंकुश
भार्गव भी मौजूद रहे।
एलपीजी के जिला नोडल अधिकारी पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि उज्ज्वला योजना के शुरुआत
से लेकर अभी तक के प्रगति की जानकारी के साथ वर्तमान मे लॉंच हुई विस्तारित उज्ज्वला
योजना-2 के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान बताया कि पैट्रोलियम मंत्रालय, की ओर से ’प्रधानमंत्री उज्ज्वला
योजना’ शुरुआत की गई। इसके
तहत मार्च, 2019 तक बीपीएल परिवारों की महिला सदस्य को 5 ब्त्स् स्च्ळ कनेक्शन और मार्च 2020 तक अतिरिक्त 3 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी करने के लिए 12,800 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया गया है। तीनों ऑइल कंपनियों ने अगस्त ’18 के दौरान 5 करोड़ का आंकड़ा पार
कर लिया है जो की टार्गेट से 8 महीने पूर्व था। उनके मुताबिक पीएमयूवाई एक क्रांति है जिसने देश के गरीब घरों
के रसोईघरों से धुएं को हटाकर उन्हें स्वच्छ ईंधन एलपीजी की सुलभता प्रदान की है और
यह अब तक की सबसे बड़ी सामाजिक समावेश पहल में से एक है। उन्हांेने बताया कि प्रधान
मंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की देश में
स्वच्छ रसोई गैस की एक सार्वभौमिक पहुँच देने के लिए सभी गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन
जारी करने का निर्णय लिया है। उन्हांेने बताया कि 18 दिसंबर 2018 तक तीनों ऑइल कंपनियों ने योजना के तहट सम्पूर्ण भारतवर्ष में 5.86 करोड़ से अधिक एलपीजी
कनेक्शन जारी किए। उन्हांेने बताया कि बाड़मेर में
कुल 92535 संख्या में योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए गए है। इस योजना के तहत ऐसे
लाभार्थी, जो गैस चूल्हा और पहली रिफिल की खरीद के लिए अग्रिम भुगतान नहीं कर सकते थे, उन्हें ऋण सुविधा प्रदान
की गई थी। पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि बाड़मेर जिले मे तीनों ऑइल कंपनियों के सभी
वितरकों को इस योजना का लाभ ग्राहकों तक पहुचाने की जिम्मेदारी दी गयी है।
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