बाड़मेर, 11 सितंबर। भारत सरकार राष्ट्रीय सीएससी ई गवर्नेंस परियोजना के तहत बाड़मेर जिले
में कॉमन सर्विस सेंटर धारकों की जिला मुख्यालय पर अटल सेवा केंद्र मंे कार्यशाला आयोजित
हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के विविध पहलूआंे से रूबरू
कराया गया।
इस दौरान सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक देवेन्द्र माथुर ने कहा कि
प्रत्येक ग्राम पंचायत पर कामन सर्विस सेंटर धारक सरकारी सेवाएं निर्धारित दरों पर
दें। उन्हांेने कहा कि पीएमजी दिशा परियोजना में आ रही समस्याओं का जल्दी समाधान किया
जाए। उन्हांेने कहा कि इस अभियान में उन कक्षा नौ से बारहवीं के विद्यार्थियांे को
ज्यादा से ज्यादा जोड़कर लाभाविंत करें। सीएससी ई गवर्नेस जिला प्रबंधक चेनाराम चौधरी
ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत जिले में प्रत्येक ग्राम
पर प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर ग्राम स्तरीय उद्यमी डिजिटल इंडिया का सपना साकार किया
जाए। उन्हांेने कहा कि ग्रामीणों को इस अभियान से जोड़ने के लिए डिजिटल भारत बनाने के
लिए सीखो नारे के साथ पहल करे, ताकि केन्द्र सरकार की इस योजना का फायदा आमजन को मिले।
इस दौरान प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान में गति लाने एवं समस्याओ
से संबंध में विचार-विमर्श के साथ पीएमजी दिशा पोर्टल के बारे मंे सीएससी केंद्र धारको
को प्रशिक्षण दिया गया।
सीएससी वीएलई सोसायटी
का गठन : कॉमन सर्विस सेंटर धारको ने जिले में सीएससी वीएलई सोसायटी का गठन किया गया है। जो प्रत्येक ग्राम तक सरकारी
सेवाएं देने के साथ जन सेवा हित में कार्य करेगी। सीएससी ई गवर्नेस जिला प्रबंधक चेनाराम
चौधरी ने बताया कि सोसायटी के सभी सदस्यों ने एक नई जन सेवा पहल करते हुए प्रत्येक
ग्राम पंचायत पर सीएससी वीएलई की ओर से एक जरुरत मंद महिला को हर माह 500 रूपए सहयोग राशि देने
का निर्णय लिया गया।
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