बाड़मेर, 28 जुलाई। महिला अधिकारिता विभाग के अधीन संचालित राजस्थान सामूहिक विवाह नियमन एवं
अनुदान योजना, 2009 के अन्तर्गत हिंगुलाज सामूहिक विवाह संस्थान, बाड़मेर की ओर से आयोजित दो सामूहिक विवाहों के 61 वर-वधुओं को योजना
के नियमानुसार 03 वर्ष के सावधि जमा प्रमाण पत्र के वितरण के लिए जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते
की अध्यक्षता मंे होटल कलिंगा पैलेस में समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सामूहिक विवाह के आयोजनों की प्रशंसा
करते हुए नवविवाहितों को शुभकामनाएं दी। उन्हांेने कहा कि सामूहिक विवाहांे के आयोजन
को बढ़ावा देने की जरूरत है। जिला कलक्टर ने जिले में टांके में कूदकर आत्महत्याओं के
घटनाक्रम का जिक्र करते हुए समारोह मंे उपस्थित लोगांे से आग्रह किया कि नवविवाहित
वधु के साथ अपने पुत्री जैसा व्यवहार कर उसे अपने अकेलेपन का एहसास ना होने दें। उन्हांेने
अपनी भावनाओं, मानसिक दबाव, घूटन आदि होने पर महिला सम उपदेशन केन्द्र पर कार्यरत परामर्शदाताओं से अपनी बात
करने की अपील की, ताकि वह अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सके। इस दौरान यूआईटी चैयरमैन डा.प्रियंका चौधरी
ने सामूहिक विवाहो के आयोजनों को बढ़ावा देने की अपील की। ताकि समाज व्यर्थ के खर्चो
से बच सके। उन्होंने कहा कि खर्चे का उपयोग अपनी बच्चियों की पढ़ाई लिखाई पर खर्च कर,े ताकि वह समाज में
एक मुकाम हासिल कर सके। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह
नरूका, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित एवं संस्था के अध्यक्ष
नन्दकिशोर छुंछा, वर वधु एवं संस्था के पदाधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। समारोह के प्रारम्भ
में सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने योजना का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कर
जिले में अधिक से अधिक सामूहिक विवाहों के आयोजनों के लिए आग्रह किया, ताकि समाज में व्यर्थ
खर्चों से बचा जा सके । इस दौरान जिला कलक्टर एवं अतिथियो ने 15 हजार रूपए की एफडीआर
नववधुओं को वितरित की। समारोह के अंत मंे संस्था अध्यक्ष नंदकिशोर छूंछा ने सबका आभार
जताया।
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