बुधवार, 20 अक्तूबर 2021

ड़ेंगू मुक्त राजस्थान अभियान का आगाज

 डेंगू-मलेरिया से बचाव के लिये होगा डोर टू डोर सर्वे

नियंत्रण कक्ष स्थापित, दस रेस्पोन्स टीमों का गठन
बाड़मेर, 20 अक्टूबर। जिले में डेंगू समेत मौसमी बीमारियों पर काबू पाने के लिये बुधवार 20 अक्टूबर से डेंगू मुक्त राजस्थान अभियान का आगाज किया गया।  
जिला कलक्टर लोकबंधु ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में इस अभियान की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सहित सभी संबंधित विभागों को बेहतर समन्वय से जुटने के निर्देश दिए हैं। अभियान के दौरान घर-घर सर्वे करने, फोगिंग एवं एंटी-लार्वल गतिविधियां पूरी मुस्तैदी से संचालित की जाएं। साथ ही शहरी क्षेत्रो में साफ़-सफाई रखने, नालियों को साफ़ रखने एवं मच्छरों को नष्ट करने के लिए फोगिंग करने के निर्देश दिये ।
साथ ही डेंगू एवं मौसमी बिमारियों पर नियंत्रण तथा एंटी लार्वल गतिविधियों, विभागीय समन्वय के लिए जिला मुख्यालय पर स्वास्थ्य भवन में 24 घण्टे क्रियाशील नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। साथ ही डेंगू एवं मौसमी बिमारियों पर नियंत्रण के लिए दस रेपीड रेस्पोन्स टीमों का गठन किया गया है। जिला कलक्टर ने डेंगू एवं मौसमी बिमारियों से बचाव एवं रोकथाम के उपयों के बारे में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने एवं वर्तमान में संचालित प्रशासन गांवों के संग एवं शहरों के संग के शिविरों में इस बारे में हॉडिंग्स, फ्लैक्स, पैम्पलेट आदि के जरिए आईसी गतिविधियां संचालित करने को कहा है।
  जिला कलक्टर ने जिले के बड़े कस्बो हेतु जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को एवं शहरी क्षेत्र हेतु नगर परिषद के आयुक्तों को फोगिंग के व्यापक प्रबंधन एवं आवश्यकतानुसार फॉगिंग मशीन क्रय करने के निर्देश दिये । उन्होंने शहरी क्षेत्र के साथ-साथ गांव-ढाणियों में भी मच्छरों को नष्ट करने के लिए फोगिंग करने के निर्देश दिए । जिन क्षेत्रों  में मौसमी बीमारियों का प्रकोप अधिक है, वहां लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष गतिविधियां संचालित की जाएं ।
जिला कलक्टर ने कहा कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जिलेवासियों का जागरूक रहना भी बहुत जरूरी है । सावधानी बरती जाए तो इन बीमारियों का प्रमुख कारण मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है। साथ ही इस बारे में जागरूकता अभियान चलाने और लोगो को पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनें, मच्छरदानी का प्रयोग करने एवं डेंगू के मरीजो को डॉक्टर की देखरेख में दवाएं लेने को लेकर सावचेत करने को कहा। इसके अलावा बुखार आने पर घबराएं नहीं, तुरंत नजदीकी चिकित्सक को दिखाएं और समय पर उपचार लेंने की जिलेवासियों से अपील की है एवं अपने घर एवं आसपास कूलर, खुली टंकियों, परिंडे आदि में व्यर्थ जमा पानी को खाली करने को कहा। कहीं पानी का जमाव हो तो वहां सप्ताह में एक बार केरोसीन, जला हुआ ऑयल अथवा कोई भी तेल डालें ताकि मच्छरों के अंडे एवं लार्वा नष्ट हो जाएं ।
इस दौरान सीएमएचओ डॉ बी एल विश्नोई ने बताया कि समस्त अस्पतालों एवं सीएचसी-पीएचसी में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है । दवा वितरण केंद्रों पर भी दवाओं के वितरण एवं भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था है । मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एमएलओ (मॉस्किटो लार्विसाइड ऑयल) डालने के निर्देश दिए गए हैं । शहरी क्षेत्र बाड़मेर में घर-घर सर्वे हेतु 55 एवं बालोतरा हेतु 45 टीमों का गठन किया गया है । मरीजों की बढती संख्या को देखते हुये राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर में 40 एवं राजकीय चिकित्सालय बालोतरा में 35 कोविड स्वास्थ्य सहायकों को लगाया गया है ।
  समीक्षा बैठक में एडीएम ओमप्रकाश विश्नोई, सीईओ मोहनदान रतनू, बाड़मेर एवं बालोतरा के नगर परिषद आयुक्त, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
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