गुरुवार, 24 मई 2018

आपदा प्रबंधन के लिए समुचित इंतजाम सुनिश्चित करें : नकाते


जिला आपदा प्राधिकरण की बैठक में आपदा प्रबंधन कार्य योजना पर हुआ विचार-विमर्श

                बाड़मेर, 24 मई। आपदा प्रबंधन के लिए समस्त विभाग समुचित इंतजाम सुनिश्चित करें। जिला, उपखंड, तहसील एवं पंचायत समिति स्तर पर आपदा से जुड़े आवश्यक संसाधन ड्रेगन टार्च, रस्से की उपलब्धता के साथ आपातकालीन स्थिति मंे ठहराव के स्थानांे को चिन्हित किया जाए। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने गुरूवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे जिला आपदा प्राधिकरण की बैठक मंे आपदा प्रबंधन संबंधित तैयारियांे की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
                जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि विगत वर्ष के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए समस्त विभाग अपने से संबंधित कार्याें की तैयारी पूरी कर लें। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए बाढ़-बचाव से संबंधित सामग्री तथा अन्य सूचनाओं को अपडेट किया जाए। उन्हांेने ग्राम पंचायत स्तर भी स्कूल चिन्हित करने, तैराकांे एवं हलवाई, नेहरू युवा केन्द्र, स्वयंसेवी संगठनांे की सूची तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्हांेने पूर्व तैयारी बैठक को गंभीरता लेते हुए समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने विभागीय अधिकारियांे को ग्रामीणांे को जागरूक करने के लिए बहते पानी में वाहन नहीं चलाने के लिए सूचना बोर्ड लगाने तथा पानी की आवक पर पूर्ण ध्यान देने के निर्देश दिए। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियांे को सड़कांे,  पुलों एवं नालों आदि की मरम्मत करने के साथ ही बाढ के दौरान अन्य सम्पर्क सडकों एवं रास्तों पर आवाजाही सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।  जिला कलक्टर नकाते ने चिकित्सा एवं पशुपालन विभाग को दवाइयों की उपलब्धता बनाए रखने, शिक्षा विभाग को जर्जर सरकारी स्कूल भवनों को अधिक वर्षा के दौरान बंद रखने एवं जीर्ण-शीर्ण भवनों का चिन्हीकरण कर उनका उपयोग नहीं करने, डिस्काम को ढ़ीले तारों को कसने, ट्रांसफार्मरांे को सुरक्षित रखने तथा झाड़ियांे की कटाई करने, रसद विभाग को केरोसीन, डीजल, पेट्रोल तथा गैस एवं रसद सामग्री की आपूर्ति तथा परिवहन विभाग को वाहनों की आवश्यक उपलब्धता के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि आपदा प्रबन्धन के लिए मिट्टी के कटटांे को पर्याप्त मात्रा मंे रखा जाए। ताकि आपातकालीन स्थिति मंे उनका उपयोग किया जा सके। जिला कलक्टर ने विभागीय स्तर पर नियन्त्रण कक्ष स्थापित करने के साथ उसके प्रभारी अधिकारी की मय मोबाइल नंबर की सूचना जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष को देने के निर्देश दिए। उन्हांेने विभागवार उपलब्ध संसाधनांे एवं आवश्यकताआंे का पूर्व आंकलन करने के निर्देश दिए। उन्हांेने प्रत्येक विद्यालय का भ्रमण कर भवन क्षतिग्रस्त नहीं होने संबंधित प्रमाण पत्र भिजवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने मौसम संबंधित जानकारी जिला प्रशासन के साथ सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय को भिजवाने के लिए कहा।
                अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने कहा कि विगत वर्ष के अनुभवों को ध्यान मे रखते हुए आपदा प्रबंधन के समस्त उपाय निर्धारित समयावधि मंे सुनिश्चित करें। उन्हांेने वर्ष 2006 मंे कवास एवं मलवा मंे आई बाढ़ का जिक्र करते हुए कहा कि प्रत्येक परिस्थिति से निपटने के लिए विभागीय अधिकारी पुख्ता इंतजाम करें। संभावित बहाव क्षेत्रांे, कच्ची बस्तियांे की सूची के साथ आपातकालीन परिस्थिति मंे प्रभावित इलाकांे मंे पहुंचने के लिए राहत कार्य योजना तैयार रखें। सभी विभागांे को आवश्यक सामग्री एवं अग्रिम निविदाएं करने के निर्देश दिए।
                इस दौरान सेना, वायुसेना एवं सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियांे से भी आपदा की स्थिति के दौरान हरसंभव मदद उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया। इस दौरान चौहटन विधायक तरूणराय कागा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, वायुसेना के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गु्रप केप्टन एन.वी.राव, सीमा सड़क संगठन के योगेश कुमार, सीमा सुरक्षा बल के ए.के.पवन समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियांे ने आपदा प्रबंधन के संबंध मंे अपने सुझाव दिए। बैठक मंे उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र, सीमा सुरक्षा बल के अश्विनी कुमार, डीएसपी सुभाषचन्द्र समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...