बाड़मेर, 15 फरवरी। तिलवाड़ा पशु मेले के मददेनजर अश्व वंशीय पशुआंे मंे ग्लैण्डर्स की पहचान
के लिए पशुपालन विभाग की ओर से नजदीकी पशु चिकित्सालयों में 17 से 24 फरवरी तक सेम्पल एकत्रण
का कार्य किया जाएगा।
पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डा.रीटा पदमनाभन ने बताया कि श्री मल्लीनाथ पशु
मेला तिलवाड़ा मंे 13 से 27 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है। इस मेले मंे अश्व वंशीय पशुआंे घोड़ा, गधा, खच्चर आने की संभावना
है। इसके लिए इनके पास ग्लैण्डर्स रोग नहीं होने का प्रमाण पत्र लाना होगा। जांच रिपोर्ट
की वैधता जांच रिपोर्ट की तिथि से 28 दिन तक होगी। उन्हांेने बताया कि इसके लिए पशुपालन विभाग राजस्थान के नजदीकी पशु
चिकित्सालयों में 17 से 24 फरवरी तक सेम्पल एकत्रण का कार्य किया जाएगा। उन्हांेने बताया कि समस्त अश्व वंशीय
पशु मालिक तिलवाड़ा मेले में अपने पशुओं को लाने से पूर्व अपने अश्व वंशीय पशुओं के
रक्त नमूने निर्धारित अवधि में ही नजदीकी पशु
चिकित्सालय से एकत्रित करवाकर रिपोर्ट प्राप्त करना सुनिश्चित करें। उक्त जांच रिपोर्ट
उपलब्ध होने के बाद ही अश्व वंशीय पशुओं को श्री मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा में प्रवेश
दिया जाएगा।
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