जिला परिषद के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने की विकास कार्याें की प्रगति की समीक्षा
बाड़मेर, 11 दिसंबर। सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत वर्ष 2018-19 की कार्य योजना के
लिए आधारभूत सुविधाआंे से जुडे़ विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएं। अंतरराष्ट्रीय
सीमा के समीप बसी ढाणियांे से 10 किमी के दायरे मंे आने वाले गांवांे के विकास कार्याें को शामिल किया जाए। जिला
परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल
मंे ग्रामीण विकास योजनाआंे की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि सीमांत क्षेत्र विकास
कार्यक्रम के तहत सड़क,चिकित्सा, पानी एवं शिक्षा से जुड़ी सुविधाआंे के विकास कार्याें के प्रस्ताव भिजवाएं। उन्हांेने
कहा कि विकास कार्याें की तकनीकी स्वीकृति भिजवाते समय जीयो टेंिगंग के दो फोटो भिजवाएं।
इसके अलावा यह भी प्रमाण पत्र संलग्न करें कि यह कार्य अन्य योजना मंे स्वीकृत एवं
प्रस्तावित नहीं है। इसके अलावा संबंधित संस्थान के प्रभारी से भी यह प्रमाण पत्र लिया
जाए कि संबंधित कार्य उपयोगी है। उन्हांेने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा योजना के अलावा
10 लाख से अधिक राशि
के कार्याें के टेंडर करवाए जाए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी नेहरा ने विकास कार्याें
की प्रगति की विभागवार समीक्षा करते हुए प्रगतिरत कार्याें के उपयोगिता प्रमाण पत्र
एवं पूर्ण हो चुके कार्याें के कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र भिजवाने के निर्देश दिए।
उन्हांेने मिठड़ाउ समेत अन्य स्मार्ट विलेज मंे वृहद स्तर पर विकास कार्य कराने के निर्देश
दिए। उन्हांेने कहा कि मंत्रालयिक कर्मचारियांे की वरीयता सूची एवं ग्रामसेवक के कार्यग्रहण
की सूचना भिजवाएं। समीक्षा बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार
दाधीच ने महात्मा गांधी नरेगा मंे प्रगतिरत कार्याें को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने
के निर्देश दिए। इस दौरान वरिष्ठ लेखाधिकारी मेवाराम बालन, अधिशाषी अभियंता रामबाबू
शर्मा समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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