बाड़मेर, 2 फरवरी। जनजातिय क्षेत्रीय विकास राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामणिया ने कहा है कि राज्य सरकार जनजाति वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए कृत सकंल्प हैं। उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए स्वयं जागरूक होकर आगे आना होगा। बामनिया मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर जनजाति मंत्री ने कहा कि बाड़मेर जिले में करीब 7 प्रतिशत आबादी जनजाति वर्ग से है लेकिन यह बिखरी हुई एवं अशिक्षित होने से पिछड़ हुई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ग को शिक्षा के जरिए जागरूक बनकर विभिन्न योजनाओ की जानकारी कर विकास की मुख्यधारा में जुड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनजाति वर्ग के जनप्रतिनिधि इस समुदाय के सामाजिक उत्थान के लिए आगे आएं तथा जनजाति कल्याण की विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें ताकि इन योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके।
इस मौके पर विधायक मेवाराम जैन ने जनजाति समुदाय के उत्थान के सुझाव देते हुए कहा कि जिले में जनजाति वर्ग काफी पिछड़ा हुआ है एवं यह आर्थिक एवं शैक्षिक पिछड़ेपन की वजह से विकास की मुख्यधारा से दूर हैं। उन्होंने बिजली के कृषि कनेक्शन में अनुसूचित जाति की तरह अनुसूचित जनजाति वर्ग को भी प्राथमिकता देने को कहा। बैठक में नगर परिषद सभापति दीपक माली तथा उप जिला प्रमुख खेताराम कॉलमा ने समुदाय की समस्याओं से अवगत कराया।
इससे पूर्व जिला कलेक्टर विश्राम मीणा ने जिले में जनजाति समुदाय से संबंधित विभिन्न योजनाओं की प्रगति के बारे में अवगत कराया। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह भाटी, उपखण्ड अधिकारी रोहित चौहान समते विभागीय अधिकारी एवं जनप्रितिनिधि मौजूद थे।
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