सोमवार, 18 जनवरी 2021

अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय अध्ययन दल पहुंचा बाड़मेर

सूखे के संबंध में जिला कलक्टर से जाने हालात,

केन्द्रीय अध्ययन दल मंगलवार को सूखा प्रभावित क्षेत्रों का करेगा भ्रमण

बाड़मेर, 18 जनवरी। अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल में शामिल डी.एम.डी, कृषि सहकार एवं कृषक कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र एवं वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमंट के निदेशक एस.डी.शर्मा ने सोमवार सायं बाड़मेर पहुंचकर कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में बैठक लेकर जिले में सूखा प्रभावित क्षेत्रों के संबंध में विस्तार के साथ जानकारी ली।
इस दौरान उन्होने जिले के चौहटन, रामसर, गडरारोड एवं शिव तहसील क्षेत्र के अभावग्रस्त ग्रामों में सूखे से हुए नुकसान के संबंध में जानकारी ली। उन्होनें सूखे से उत्पन्न स्थिति विशेषकर पशुधन संरक्षण, चारे, पानी की उपलब्धता एवं इससे लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी ली। उन्होने कहा कि सूखे के प्रतिमानों में बदलाव किया गया है, जिसमें लगातार वर्षा का अभाव, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभान्वित किसानों की संख्या, पेयजल, पशु चारे की उपलब्धता, चारा डिपो की संख्या इत्यादि को सम्मिलित करते हुए नवीन गाईडलाईन के अनुसार प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने केन्द्रीय दल को बाड़मेर जिले में चारे, पानी की उपलब्धता, फसलों में खराबे, पशु शिविरों एवं राहत गतिविधियों सहित प्रस्तावित कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान केंद्रीय अध्ययन दल ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, क्रॉप कटिंग, कृषि अनुदान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा खरीफ फसल 2021 (संवत 2077) में जिले के चौहटन, रामसर, गडरारोड़ एवं शिव के कुल 386 गांवों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। उन्होने बताया कि शिव तहसील क्षेत्र में 54731 हैक्टेयर, रामसर में 16276 हैक्टेयर, गडरारोड़ में 65194 हैक्टेयर तथा चौहटन तहसील क्षेत्र में 12288 हैक्टेयर क्षेत्र सूखाग्रस्त है। उन्होंने पेयजल परिवहन एवं पशु संरक्षण के लिए चारे की डिमांड के संबंध में जानकारी कराई।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर ओम प्रकाश विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
मंगलवार को करेंगे सूखाग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण
केन्द्रीय अध्ययन दल मंगलवार 19 जनवरी को जिले के विभिन्न सूखाग्रस्त क्षेत्रों का भ्रमण कर खराबे की स्थिति का जायजा लेगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार केन्द्रीय अध्ययन दल बाड़मेर से प्रस्थान कर चौहटन पंचायत समिति में, जैसार, अभे का पार (रामसर) एवं पंचायत समिति शिव में जनप्रतिनिधियों एवं प्रभावित काश्तकारों के साथ बैठक लेंगे तथा सूखाग्रस्त क्षेत्रों का जायजा लेगा तथा इसके पश्चात् वे जैसलमेर के लिए प्रस्थान करेंगे।
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