मंगलवार, 19 जनवरी 2021

अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल ने लिया सूखे की स्थिति का जायजा

ग्रामीणों ने केंद्रीय दल को चारे एवं पानी तथा रोजगार की समस्या से अवगत कराया

बाड़मेर, 19 जनवरी। अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल ने मंगलवार को बाड़मेर जिले के विभिन्न गांवों का दौरा कर सूखे की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान ग्रामीणों ने चारे एवं पानी की दिक्कत के साथ रोजगार की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने केंद्रीय दल से अधिकाधिक राहत दिलाने का अनुरोध किया।
अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल में शामिल डी.एम.डी, कृषि सहकार एवं कृषक कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. सुभाष चन्द्र, वाटर रिसोर्सेज डिपार्टमेंट के निदेशक एस.डी.शर्मा एवं आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग जयपुर के संयुक्त सचिव विजेन्द्र सिंह ने मंगलवार को चौहटन, सुथारों का तला, जैसार, अभे का पार, शिव एवं देवका समेत कई गांवों में सूखे की स्थिति का जायजा लिया। सर्वप्रथम केद्रीय अध्ययन दल एवं जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने पंचायत समिति सभागार चौहटन में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के साथ बैठक कर सूखे से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान चौहटन प्रधान रूपाराम ने क्षेत्र में पानी, चारे इत्यादि की समस्याओं से अवगत कराया। उन्होने जिन गरिब किसानों के किसान कार्ड नहीें है, उन्हें भी अनुदान की राशि दिलाने की बात कही। तत्पश्चात केन्द्रीय अध्ययन दल ने सुथारों का तला एवं जैसार में किसानों से रूबरू होकर उनकी बात सुनी। इस दौरान सुथारों का तला में ग्रामीण शैराराम ने चारे एवं पानी की दिक्कत के साथ रोजगार की समस्या से अवगत कराया। इसके पश्चात केन्द्रीय अध्ययन दल ने फिल्ड निरीक्षण कर सूखे की स्थिति का जायजा लिया एवं प्रस्ताव भिजवाने की बात कही।
इसके पश्चात अंतर मंत्रालयिक केन्द्रीय अध्ययन दल ने रामसर तहसील के अभे का पार में जन प्रतिनिधियों एवं सूखे से प्रभावित किसानों के साथ बैठक लेकर हालातों का जायजा लिया। यहां ग्रामीणों नेे केन्द्रीय दल का पट्टू ओढ़ाकार स्वागत किया। इस दौरान अभे का पार सरपंच हसीना बानो ने पशुधन के पालन में आ रही समस्याओं, चारे की कमी, पेयजल समस्या सहित सूखे से फसल खराबे के बारे में अवगत कराया। वहीं सज्जन का पार के मोहम्मद हैयाब एवं इब्राहिम खान ने चारे-पानी एवं रोजगार की समस्या के समाधान करने की बात कही। गरडिया के दोस्त मोहम्मद ने बताया कि इस बार क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खरीफ की फसलें नहीं हा पाई। ग्रामीणों ने अनुदान की राशि एवं फसल बीमा की राशि दिलवाने की बात रखी।
रामसर तहसील क्षेत्र के अभे का पार में केन्द्रीय अध्ययन दल ने स्थानीय बेरियों का निरीक्षण किया तथा पेयजल की उपलब्धता की ग्रामीणों से जानकारी ली। उन्होने बेरियों के संरक्षण पर बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इसके पश्चात केन्द्रीय अध्ययन दल ने शिव तहसील क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान पंचायत समिति शिव में प्रभावित किसानों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक लेकर सूखे से उत्पन्न स्थिति विशेषकर पशुधन संरक्षण, चारे, पानी एवं रोजगार की उपलब्धता तथा इससे निपटने के लिए अब तक किए गए प्रयासों की जानकारी ली। इस दौरान झांफली कलां के करनी दान ने बताया कि कम बरसात के कारण पैदावार नहीं हो पाई एवं क्षेत्र में सूखे की स्थिति है। वहीं खुशालाराम, मनोहर ंिसह कोटडा, गुलाम मोहम्मद नेगरडा ने पशुधन के लिए चारा डिपो प्रारम्भ करने, इंदिरा गांधी नहर के काम को प्रारम्भ करने, एवं मनरेगा के तहत 100 दिवस की बजाय 150 दिवस तक रोजगार उपलब्ध करवाने की बात रखी गई।
इसके पश्चात केन्द्रीय दल ने देवका में सूखे की स्थिति का जायजा लिया। वहीं किसानों ने बारिश नहीं होने से खरीफ की फसल को हुए नुकसान एवं पशुधन संरक्षण में आ रही दिक्कतों से अवगत कराया।
अंतर मंत्रालयिक केंद्रीय दल को बाड़मेर प्रवास के दौरान जिला कलक्टर विश्राम मीणा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई, बाड़मेर उपखण्ड अधिकारी रोहित चौहान, चौहटन उपखंड अधिकारी भवानी ंिसह, शिव उपखण्ड अधिकारी महावीर सिंह जोधा ने बाड़मेर जिले की भौगोलिक स्थिति, फसलों में हुए खराबे, बारिश की स्थिति, चारे, पानी, रोजगार की उपलब्धता, पशु शिविर एवं राहत गतिविधियों के संचालन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कृषि विस्तार के उप निदेशक विरेन्द्र सोलंकी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक रतनलाल जीनगर, नरसिंह सोलंकी, राहत शाखा के मदनलाल  कुमावत, धर्मेन्द्र सोनी सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
-0-













कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...