गुरुवार, 16 जनवरी 2020

6000 विद्यार्थियों से शिक्षा राज्य मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये किया संवाद


स्वयं से प्रतिस्पर्धा रखते आगे बढ़ें
रील लाइफ और रियल लाइफ में अंतर समझें
                बाड़मेर, 16 जनवरी। शिक्षा राज्य मंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने विद्यार्थियों का आह्वान किया है कि वे स्वयं से प्रतिस्पर्धा रखते हुए अपने आपको जाने। उन्होंने विद्यार्थियों को रील लाइफ और रियल लाइफ में अंतर करते हुए समय प्रबन्धन पर भी विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति श्री अब्दुल कलाम के कहे की याद दिलाते हुए कहा कि विद्यार्थी खुली आँखों से सफलता के सपने देखे और तब तक उसके पीछे लगे रहें जब तक कि सफलताएं अर्जित नहीं हो जाये।
                शिक्षा राज्य मंत्री गुरुवार को शिक्षा संकुल में प्रदेश के 6 हजार मेधावी बच्चों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संवाद कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने विद्यालयों में अच्छा पढ़ाया और उसी से पूरे राज्य में राजकीय विद्यालयों के परीक्षा परिणाम बेहतरीन रहे।
                श्री डोटासरा ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं में उच्चतम अंक प्राप्त मेधावी विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं ऑनलाइन इसीलिए उपलब्ध कराई गई है कि परीक्षा में उत्तर प्रस्तुति का तरीका सभी जान सके। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि प्रस्तुति प्रभावी होनी जरूरी है। इसी से अच्छे अंक अर्जित होते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों के पूछे सवालों के जवाब में कहा कि सकारात्मक सोच, तनाव पर जीत, कड़ी मेहनत ही सफलता का राज है। उन्होंने विद्यार्थियों को एकाग्रचित होने के लिए प्रतिदिन थकान वाले व्यायाम के स्थान पर हल्का व्यायाम , योग  करने पर भी जोर दिया।
                उन्होंने बच्चों को प्रेरणा देते हुए उनकी शंकाओं का भी समाधान किया। उन्होंने प्रदेश के बच्चों को अपनी रुचियों को बनाये रखते हुए जीवन में  निरंतर आगे बढ़ने का आह्वान करते हुए कहा कि वे शिक्षण का उपयोग देश और समाज की भलाई के लिए करे।
                श्री डोटासरा ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षाओं में उच्च्तम अंक प्राप्त करने वाले मेधावी बच्चों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनसे पढ़ाई और इतर विषयों पर रोचक संवाद किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान शिक्षा क्षेत्र में तेजी से विकास करने वाले देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है और इसका श्रेय यहां के मेधावी विद्यार्थियों के साथ ही उनके अभिभावकों और शिक्षकों को भी जाता है जिन्होंने अपने अथक प्रयासों से शिक्षा क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। उन्होंने शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षाविदों का आह्वान किया कि वे सब मिलकर राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में देेश मे प्रथम स्थान पर लाने का काम करे।
                इस वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक श्री हिमांशु, बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना सहित शिक्षा अधिकारियों ने भी विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये प्रश्नों के जवाब दिए।

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