टिड्डी दल देखे जाने पर तत्काल नियंत्रण कक्ष को सूचना देने की अपील
कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया ने बताया कि बाड़मेर एवं जैसलमेर से टिड्डी दूसरी जगह शिफ्ट हो रही हैं। लेकिन विभाग के अधिकारी पूरी मुस्तैदी से टिड्डी नियंत्रण में लगे हुए हैं। उनके मुताबिक प्रशासन पूरी तरह चाक-चौबंद है। कीटनाशक एवं वाहन समेत अन्य जरूरी संसाधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जहां किसी प्रकार की मांग आती है तो तत्काल उसके अनुसार अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराकर व्यवस्था कराई जा रही है। कटारिया ने बताया कि वे स्वयं प्रतिदिन रिपोर्ट लेकर टिड्डी नियंत्रण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रभावित जिलों के जिला कलक्टर से बात कर समय-समय पर आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं। उनके मुताबिक टिड्डी से फसलों को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। इधर,कृषि विभाग के उप निदेशक किशोरी लाल वर्मा ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे हल्की बारिश एवं नमी की वजह से टिड्डी दल के हमले के अनुकूल स्थिति बनी हुई है। मौजूदा समय मंे बुवाई भी शुरू हो गई है। ऐसी स्थिति मंे टिड्डी दल के छोटे झूंडांे मंे आने के साथ आगामी दिनांे मंे भी इसके आने का खतरा बरकरार है। उन्हांेने बताया कि मौजूदा समय मंे टिड्डी दल गडरा रोड़, रामसर, षिव, चौहटन, बायतु, बाड़मेर मे देखा जा रहा है। इसके अलावा जहां पर टिड्डी बैठ चुकी है, वहां पर उसके छोटे बच्चे फाका निकलने की आषंका है। उन्हांेने बताया कि जिले मंे टिड्डी नियंत्रण के लिए कीटनाशक छिड़काव के साथ सर्वे किया जा रहा है। उन्हांेने किसानांे को सलाह दी है कि टिड्डी दल आने पर ढोल अथवा थाली बजाकर फसल पर बैठने नहीं दे। साथ ही खाली जगह पर बैठते ही उसकी सूचना तत्काल टिड्डी नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 02982-220045, 9461520342, 9414607764 एवं कृषि विभाग के दूरभाष 02982-220672 पर दें। ताकि खाली स्थान पर अधिक सान्द्रता वाला कीटनाशक छिड़काव कर टिड्डी दल को नष्ट किया जा सके। उन्हांेने बताया कि फसल पर छिड़काव से कीटनाशक का प्रभाव कुछ दिन तक रहता है। इन फसलांे को मवेशियांे के खाने पर उनको नुकसान होने की आशंका रहती है।
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