बाड़मेर,
27 मार्च। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन
अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा है कि लोकसभा आम चुनाव-2019 के दौरान किसी भी राजनीतिक दल या
उम्मीदवार को इलेक्ट्रोनिक मीडिया, सोशल मीडिया में विज्ञापन देने के लिए
प्री-सर्टिफिकेशन अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों के ई-पेपर में
प्रकाशित किए जाने वाले विज्ञापन भी बिना सर्टिफिकेशन जारी नहीं किए जा सकते हैं।
डॉ. जोगाराम बुधवार को प्रदेश के एमसीएमसी (मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मॉनिटरिंग
कमेटी) से जुडे़ अधिकारियों और सभी जिलों के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारियों से
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा कर रहे थे।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ.
जोगाराम ने कहा कि चुनाव के दौरान सभी
अधिकारी और अधिक सजग रहकर पेड न्यूज एवं फेक न्यूज की मॉनीटरिंग करें। उन्होंने
उम्मीदवारों की ओर से प्रकाशित और प्रसारित विज्ञापनों से पूर्व प्रमाणीकरण, पेड
न्यूज और फेक न्यूज को पहचानने और उससे जुड़े कानूनों के बारे में भी विस्तार से
जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर किसी उम्मीदवार या
प्रत्याशी के पक्ष या समर्थन में कोई भी ब्लॉग लिख सकता है लेकिन यदि वह विज्ञापन
के रूप में प्रस्तुत किया जाता है तो उसका सर्टिफिकेशन कराना जरूरी है। उन्होंने
कहा कि इसका खर्चा भी प्रत्याशी के व्यय में जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि
स्थानीय स्तर पर प्रकाशकों को भी निर्देश दिए जाएं कि वे चुनाव से जुड़े सभी
प्रकाशनों पर मुद्रक, प्रकाशक और संख्या जरूर प्रकाशित करें।
इस दौरान चुनाव विभाग के ओएसडी हरिशंकर गोयल ने
अधिकारियों को फेक न्यूज, पेड न्यूज एवं आदर्श आचार संहिता की पालना के
लिए विभिन्न प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर बाड़मेर, बारां, धौलपुर, अलवर, जोधपुर, राजसमंद, जालौर
सहित कई जिलों के चुनाव से जुड़े अधिकारियों ने सवाल कर जानकारी हासिल की। उल्लेखनीय
है कि प्रदेश में स्वतंत्र-निष्पक्ष-शांतिपूर्ण और समावेशी मतदान के लिए सभी जिलों
में जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में एमसीएमसी कमेटी का गठन किया जा चुका
है। आगामी 2 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाने के
बाद से कमेटी उम्मीदवारों की ओर से इलेक्ट्रोनिक, पिं्रट और सोशल मीडिया के जरिए
प्रसारित समाचारों पर और अधिक कड़ी निगरानी रखेगी।
इस दौरान जिले के एनआईसी वीडियो कॉन्फ्रेन्स
हॉल में मीडिया प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी एवं राजस्व अपील अधिकारी नखतदान बारहठ, कोषाधिकारी दिनेश बारहठ, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी दिलीप
जैन, सूचना प्रौद्यौगिकी एवं संचार विभाग के उप
निदेशक मोहन कुमार चौधरी, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सहायक निदेशक
नानकचन्द चन्द्रोदय सहित एम.सी.एम.सी. प्रकोष्ठ में कार्यरत कार्मिक भी उपस्थित
रहे।
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