गुरुवार, 7 फ़रवरी 2019

आजादी के 72 साल बाद भी चरखे की जरूरत : सक्सेना


बहुउददेश्यीय प्रशिक्षण केन्द्र के उदघाटन के साथ इलेक्ट्रिक चाक एवं न्यू माडल चरखे वितरित

                बाड़मेर, 07 फरवरी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी से हथियार के रूप मंे चरखा दिया था। आजादी के 72 साल भी चरखे की आज उतनी जरूरत है,जितनी आजादी से पहले जरूरत थी। मौजूदा समय मंे चरखा कई परिवारांे की आजीविका चला रहा है। खादी के साथ चरखे को मजबूत करने की दिशा मंे वृहद स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चैयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने गुरूवार को खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केन्द्र के उदघाटन एवं इलेक्ट्रिक चाक तथा न्यू माडल चरखा वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप मंे यह बात कही।
                खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के चैयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि महिलाआंे को घर बैठे रोजगार मिल सके। इसके लिए खादी आयोग के माध्यम से उनको चरखे वितरित किए गए है। उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्री का यह सपना है कि प्रत्येक महिला का हाथ मजबूत हो। खादी को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे है, इसकी वजह से खादी की ग्रोथ 6.6 प्रतिशत से बढकर 32 फीसदी हो गई है। उन्हांेने कहा कि जब खादी को बढावा मिलता है तो गांव मंे दूरदराज बैठे व्यक्तियों को काम मिलता है। उन्होंने कहा कि उनको इस बात की खुशी है कि जिन 100 महिलाआंे को चरखे वितरित किए गए है, उनके परिवारांे को रोजगार मिलेगा। उन्हांेने आगामी दिनांे मंे 500 एमएमसी ऊनी चरखे एवं 500 इलेक्ट्रिक चाक वितरित करवाने का भरोसा दिलाया। उन्हांेने घोषणा की कि बाड़मेर मंे जो भी खादी का उत्पादन होगा, उसको खादी ग्रामोद्योग भवन, नई दिल्ली, कलकत्ता तथा अन्य भवनों पर बिक्री के लिए भिजवा दिया जाएगा। इससे उत्पादित माल को बिक्री करने की समस्या नहीं होगी। उन्हांेने बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग की ओर से कुम्हार सशक्तिकरण योजना चलाई जा रही है। इसके तहत कुम्हार परिवारांे को इलेक्ट्रिक चाक वितरित किए जा रहे है। इससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति मंे सुधार होने के साथ काम करने मंे आसानी हुई है। उन्हांेने कि आगामी दिनांे मंे 70 हजार हनी बाक्स वितरित किए जाएंगे। इससे मधुमक्खी पालन के जरिए शहद का उत्पादन हो सकेगा। उन्हांेने कहा कि गांधी जी ने सपना देखा था कि खादी के साथ-साथ ग्रामोद्योग की तरक्की हो। ऐसे मंे खादी और ग्रामोद्योग आयोग की तरफ से छोटे-छोटे गांवांे में लूम, चाक और हनी मिशन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे है। आयोग का प्रयास है कि बाडमेर एवं जैसलमेर जिले में जो किसान जीरा एवं अनार की खेती कर रहे हैं उनको हनी मिशन के तहत बी-बॉक्स दिये जायेगें, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय मिल सके। राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई ने कहा कि बाड़मेर जिले मंे खादी और ग्रामोेद्योग आयोग के अधिकाधिक कार्यक्रम चलाने की जरूरत है। उन्हांेने कहा कि नई पीढी को इन कार्यक्रमों से जोड़ने तथा विभिन्न प्रशिक्षण केन्द्रों के लिए राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड को धन राशि दी जाए। उन्होंने मनरेगा को राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड से जोड़ने का अनुरोध किया। उन्हांेने कहा कि मंडलीय निदेशक बीकानेर ने आयोग में कार्यभार ग्रहण करने के बाद खादी को बढ़ावा देने की दिशा मंे अच्छा प्रयास किया है। मंडलीय निदेशक बद्रीलाल मीना ने विभागीय योजनाआंे की विस्तार से जानकारी दी। समारोह मंे 100 कतिनांे को एनएमसी चरखे एवं 60 कुम्भकारों को इलेक्ट्रिक चाक का वितरण किया गया इस दौरान बिड़ाल गु्रप के नरेन्द्र जगेटिया समेत विभिन्न गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इससे पहले खादी और ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना, राजस्थान खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई तथा मंडलीय निदेशक बद्रीलाल मीना ने फीता काटकर बहुउद्देशीय प्रशिक्षण केन्द्र का फीता काटकर उद्घाटन किया। कार्यक्रम के अंत मंे सहायक निदेशक महेश सागर ने सबका आभार जताया।

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