बाड़मेर, 19 जुलाई। जिला महिला सहायता समिति की बैठक बुधवार को जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन
नकाते की अध्यक्षता मंे आयोजित हुई। इस दौरान महिला सहायता से जुड़े विभिन्न प्रकरणांे
पर विचार-विमर्श के साथ विभागीय अधिकारियांे को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिला मुख्यालय पर आयोजित बैठक के दौरान महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक
प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने गत बैठक कार्यवाही विवरण प्रस्तुत किया। इस दौरान जिले में
संचालित महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र के कार्यो की समीक्षा की गई। इस दौरान महिला
सुरक्षा सलाह केन्द्र की परामर्शदाता श्रीमती शोभा गौड ने बताया कि केन्द्र को कुल
38 प्रकरण प्राप्त हुए, जिनमे से 35 प्रकरणों को निस्तारित
किया गया। जबकि 20 प्रकरणों में एफआईआर दर्ज हुई है एवं 03 प्रकरण अधिशेष है। इस दौरान एफआईआर दर्ज प्रकरणों में एफआईआर की प्रतिलिपि प्राप्त
करने के लिए परामर्शदाता को निर्देशित किया गया,ताकि अपराध में लगाई गई धाराओं को जाना जा सकें। जिले का क्षेत्रफल
अधिक होने से दूरदराज के गांवो में घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के परामर्श के लिए
ज्यादा से ज्यादा जागरूक करने के निर्देश दिए गए। बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य
कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा,महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका, सामाजिक न्याय एवं
अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक सुरेन्द्र कुमार पूनिया, स्वयंसेवी संस्था की
प्रतिनिधि श्रीमती सराना, महिला सुरक्षा सलाह केन्द्र की परामर्शदाता श्रीमती शोभा गौड़ उपस्थित रहे। बैठक
के दौरान जिला महिला सहायता समिति ने जिले में आत्म-हत्याओं के मामलों को रोकने के
लिए व्यापक परामर्श एवं बाल विवाह के प्रति जागरूकता प्रदान करने के लिए विभाग की कार्यकर्ताओें
एवं स्वयं सेवी संस्थाओें के प्रतिनिधियों के माध्यम से चेतना जाग्रत करने का निर्णय
लिया। टांके में गिरकर आत्म-हत्या होने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी पानी के
टांको में लोहे की चैन लगाने संबंधित आदेश का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश
मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिए गए। साथ ही घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए एक टोल
फ्री नंबर प्राप्त करने व परामर्शदाताओं के नम्बरों सहित जागरूकता फैलाने वाले पेम्पलेट
वितरित करने के लिए निर्देशित किया। ताकि पीड़ित महिलाएं अपनी भावना मानसिक दबाव, घुटन आदि की अभिव्यक्ति
कर सके। पेम्पलेट में सास-ससुर को अपील के जरिए घरेलू हिंसा की घटनाओं को रोकने का
आहवान करने पर विचार-विमर्श हुआ। बैठक के अंत में समिति सदस्य सचिव प्रहलादसिंह राजपुरोहित
ने आभार जताया।
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