बाड़मेर, 14 जून। जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था के संबंध में जिला स्तरीय शांति, समन्वय, सदभावना समिति की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेन्स हॉल में आयोजित हुई।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी एवं श्रम मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा कि हमारी परम्परा रही है कि किसी को तकलीफ न हो, जिसे आगे भी कायम रखें। उन्होने कहा कि जहां प्रेम रहता है, सद्भावना रहती है, वहीं प्रगति होती है। उन्होने कहा कि शांति समिति के प्रमुद्धजन अपनी अहम भूमिका निभाएं तथा सभी को सही सलाह दें।
इस अवसर पर जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि बाड़मेर में साम्प्रदायिक सदभाव की परम्परा रही है, इसको कायम रखते हुए आपसी प्रेम और सदभावना पूर्वक मिलजुल कर रहें। उन्होने कहा कि सभी धार्मिक आयोजना में सभी द्वारा सहयोग दिया जाता रहा है, जो खुशी की बात है। उन्होने कहा कि युवा वर्ग सोशल मिडिया में कमेन्ट की सत्यता को पहले परखे तथा अफवाहों में नहीं आवें। उन्होने कहा कि समाज के मौजिज एवं प्रमुद्धजन इसमें अपनी अहम भूमिका निभाएं। उन्होनें शांति, समन्वय एवं सद्भावना समिति के पदाधिकारियों से कहा कि आप सभी अच्छी तरह से अपने दायित्वों का निर्वहन करते आए है, जिसे आगे भी कायम रखें।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि बाड़मेर में सद्भावना की जड़े बहुत गहरी है। उन्होने कहा कि यही तालमेल सदीयों से बाड़मेर की पहचान है, जो आगे भी बनी रहें। उन्होने बताया कि पिछली शांति समिति की बैठक में जो बताया गया था बाड़मेर उस पर खरा उतरा है। सभी वर्गो द्वारा सभी धार्मिक आयोजनों में सहयोग दिया गया है। उन्होने कहा कि छुट-पुट विवाद मौजीज एवं बड़े लोग आपसी समझाईश कर सुलझाने की कोशिश करें।
बैठक में विश्व हिन्दु परिषद के अध्यक्ष ताराचन्द चौपडा, जिला संघ चालक रिखबदास बोथरा, सीमा जन कल्याण समिति के अम्बालाल जोशी, डॉ. बी.डी. तातेड़, भंवरसिंह, सदर मोहम्मद मंजूर कुरेशी, सामाजिक कार्यकर्ता नजीर मोहम्मद, कौमी एकता कमेटी महामंत्री अबरार मोहम्मद, यासीन खां पठान समेत शांति समिति के पदाधिकारी उपस्ािित रहें।
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