बाडमेर, 15 अप्रेल। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन के मद्देनजर बेघर एवं बेसहारा लोगों तथा प्रवासी मजदूरों के लिए जिला प्रशासन द्वारा खोले गये 22 आश्रय स्थल वरदान साबित हो रहे है।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बेघर, बेसहारा एवं प्रवासी मजदूरों के जिला प्रशासन द्वारा जिला एवं तहसील मुख्यालयों पर आश्रय स्थल खोले गए है, जहां प्रशासन द्वारा खाना, पानी एवं सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है। कोई भी बेसहारा अथवा प्रवासी मजदूर इन आश्रय स्थलों में रूक सकता है। जिले में वर्तमान में 6 आश्रय स्थलों में कुल 157 बेसहारा लोग एवं प्रवासी मजदूर शरण लिये हुए है। उन्होने बताया कि वर्तमान में बाडमेर में महावीर टाउन हॉल एवं ग्राम पंचायत खारिया तला में संचालित आश्रय स्थलों में कुल 34, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खानजी का तला एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बायतु पनजी में कुल 65, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बालोतरा में 27 एवं राजकीय माध्यमिक विद्यालय नवोडा बेरा महादेव नगर समदडी स्टेशन में 31 बेसहारा एवं प्रवासी मजदूरों ठहरे हुए है। उन्होने बताया कि जिले में 22 आश्रय स्थलों में कुल 2025 प्रवासियों के लिए ठहरने की व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया कि आश्रय स्थलों में लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को आने वाली समस्याओं के निराकरण एवं प्रवासियों के समुचित भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
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