केन्द्रीय व्यय
पर्यवेक्षक ने विभिन्न टीमांे के अधिकारियांे की बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए
बाड़मेर,
03 अप्रैल। निर्वाचन आयोग के
निर्देशानुसार निष्पक्ष एवं भयमुक्त निर्वाचन के लिए सभी निगरानी दल चौकस होकर
अपने दायित्वांे को निभाएं। लोकसभा चुनाव संबंधित व्यय की निगरानी के लिए पैनी नजर
रखें। केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक रौनक जमील अंसारी ने बुधवार को कलेक्ट्रेट
कांफ्रेस हाल मंे सहायक व्यय पर्यवेक्षक एवं लोकसभा लेखा दल तथा विभिन्न
प्रकोष्ठांे के प्रभारी अधिकारियांे की बैठक के दौरान यह बात कही।
केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक रौनक जमील अंसारी ने
कहा कि निगरानी दलों मंे से अधिकांश सदस्यों ने हाल ही में विधानसभा निर्वाचन में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विधानसभा चुनाव के कार्यों के अनुभव का प्रयोग लोकसभा
चुनाव में भी करें। उन्होंने सभी सहायक व्यय प्रेक्षकों को निर्देशित किया कि वे
उम्मीदवारवार सभी रजिस्टरों का संधारण करें तथा प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट
प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि स्थैतिक निगरानी दलों के लिए चिन्हांकित चेक पोस्ट
पर चौबीस घंटे निगरानी दल तैनात रहें तथा आने-जाने वाले वाहनों की जांच करें।
उन्हांेने कहा कि मतदाताओं को प्रलोभन के रूप में धन-बल के प्रयोग को रोकने के लिए
सभी निगरानी दल चौकस होकर अपने दायित्व निभाएं। उन्हांेने कहा कि निर्वाचन व्यय
सीमा का प्रावधान निर्वाचन में धनबल के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना है। इसके लिए यह
आवश्यक है कि सभी निगरानी दल सौंपे हुए दायित्वों का विधिवत पालन करें। कोई भी
खर्च अथवा व्यवस्था रिपोर्टिंग से बचनी नहीं चाहिए। इसके लिए चुनाव आयोग के
निर्देशांे का भली भांति अध्ययन कर लें। उन्हांेने कहा कि अंतरराष्ट्रीय, अंतरराज्यीय
बोर्डर पर विशेष निगरानी रखने के साथ आयोग की भावना के अनुरूप कार्रवाई की जाए। इस
दौरान राजस्व अपील अधिकारी नखतदान बारहठ ने कहा कि एफएसटी, एसएसटी
टीमंे सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्हांेने दैनिक रिपोर्टिंग के बारे मंे विस्तार से
जानकारी दी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार शर्मा ने कहा कि बड़ी रैलियांे
पर निगरानी रखी जाए। इसके लिए एईओ स्वयं कार्यक्रम स्थल पर जाएं। उन्हांेने
होर्डिग साइट निर्धारण के संबंध मंे आवश्यक निर्देश दिए। कोषाधिकारी दिनेश बारहठ
ने कहा कि सभी सतर्कता दल अपना कार्य सावधानीपूर्वक संपादित करें। प्रत्येक
विधानसभा क्षेत्र पर एआरओ खर्चा रजिस्टर मंे दर्ज करवाएंगे। साथ ही संबंधित
विधानसभा की गतिविधियांे की प्रभावी निगरानी रखेंगे। उन्हांेने कहा कि निर्वाचन
लड़ने वाले उम्मीदवार की ओर से किए गए व्यय को किसी भी प्रकार से छुपाया नहीं जाए।
उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रत्येक उम्मीदवार के लिए अधिकतम व्यय
की सीमा 70 लाख निर्धारित है। जिला आबकारी अधिकारी
देवेन्द्र दशोरा ने कहा कि शराब परमिट के अनुसार नहीं हो तो आबकारी विभाग को सूचित
करें। उन्हांेने बताया कि अब तक 29 मामले दर्ज किए गए है। जबकि विधानसभा चुनाव
मंे 58 मामले दर्ज किए गए थे।
व्यय
पर्यवेक्षक ने किया एमसीएमसी प्रकोष्ठ का निरीक्षण : केन्द्रीय व्यय पर्यवेक्षक रौनक जमील अंसारी
ने बुधवार को सूचना केन्द्र में पेड न्यूज़ और विज्ञापनों की मॉनिटरिंग के लिए
स्थापित किए गए मीडिया सर्टिफिकेशन एवं मॉनिटरिंग कमेटी (एमसीएमसी) के मीडिया
मॉनिटरिंग प्रकोष्ठ का निरीक्षण किया। उन्हांेने इलेक्ट्रोनिक मीडिया में प्रसारित
होने वाले समाचारों एवं विज्ञापनों की मोनेटरिंग एवं रिकार्डिंग प्रक्रिया के बारे
में जानकारी ली। इस दौरान सहायक निदेशक नानकचंद चन्द्रोदय ने व्यय पर्यवेक्षक को
टीवी सेट और सेट अप बॉक्स के माध्यम से की जा रही रिकार्डिंग तथा इसकी रिपोर्टिंग
के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने पेड न्यूज़ एवं विज्ञापनों
के संबंध में दैनिक एवं साप्ताहिक सूचना, विज्ञापन अधिप्रमाणन सूचना, न्यूज़
क्लिपिंग्स इत्यादि की पंजिकाओं तथा समाचार पत्रांे का अवलोकन किया। सूचना केन्द्र
मंे मतदाता जागरूकता के लिए स्थापित स्थाई बूथ पर माक पोल करने के साथ ईवीएम से
मतदान प्रक्रिया के बारे मंे जानकारी ली। उन्हांेने भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा
केन्द्र मंे लोकसभा चुनाव के संबंध मंे स्थापित किए गए जिला नियंत्रण कक्ष का भी
अवलोकन किया। इस दौरान राजस्व अपील अधिकारी नखतदान बारहठ, उप
जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार शर्मा, जिला आबकारी अधिकारी देवेन्द्र दशोरा, कनिष्ठ
वाणिज्यिक अधिकारी धर्मवीर समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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