सोमवार, 12 नवंबर 2018

मतदानकर्मियों को समझाई ईवीएम एवं वीवीपेट की कार्य प्रणाली


जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते की उपस्थिति में चुनाव  जुड़े विविध पहलुओं की जानकारी दी

                बाड़मेर,12 नवम्बर। विधानसभा चुनाव संबंधित प्रथम प्रशिक्षण सोमवार को राजकीय महाविद्यालय एवं  इंजीनियरिंग कॉलेज बाड़मेर में प्रारंभ हुआ। इस दौरान राजकीय महाविद्यालय में जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते की उपस्थिति में विधानसभा चुनाव से जुड़े विविध पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
                विधानसभा चुनाव संबंधित प्रथम प्रशिक्षण के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एवं वीवीपेट की कार्य प्रणाली तथा दिशा निर्देशों के बारे में प्रशिक्षण प्रभारी एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कालू राम एवं मास्टर ट्रेनर प्रोफेसर मुकेश पचौरी ने मतदान दलों के पीठासीन अधिकारियों एवं प्रथम मतदान अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम एवं वीवीपेट मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। इससे विधानसभा चुनाव में पूर्ण पारदर्शिता रहेगी।
                उन्होंने कहा कि मतदाता को उसकी ओर से डाले गए मत की जानकारी मिलेगी तथा वह आश्वस्त होगा कि उसका मत उसी उम्मीदवार को गया है, जिसको वह देना चाहता था। उन्होंने कहा कि मतदाता यह प्रक्रिया वीवी पैट मशीन की स्क्रीन पर 7 सेकेंड तक देख सकता है, जिसमें मतदाता का नाम हिंदी, अंग्रेजी, क्रमांक आदि प्रदर्शित होगा। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि वीवीपेट अर्थात वोटर वैरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल भारत निर्वाचन आयोग का एक नवाचार है। यह मतदान प्रक्रिया को ओर पारदर्शी बनाने के लिए उठाया गया एक अभिनव कदम है। इसके तहत मतदाता की ओर से जब भी किसी उम्मीदवार को मतदान किया जाएगा, उसी समय मत पत्र में उसका क्रमांक, उसका नाम एवं उसका चुनाव चिन्ह अंकित होगा। इसी समय पीठासीन अधिकारी की टेबल पर रखी कंट्रोल यूनिट एवं वीएसडीयू का बिजी लैंप ऑफ हो जाएगा। यह इस बात का द्योतक होगा कि मतदान सफल रहा है।
ऐसे काम करेगी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन - मशीन जिस मतदान केंद्र के कर्मिको से संबंधित है और वे यह सुनिश्चित करेंगे कि मतदान यूनिट पर प्रत्याशियों के बटन नीले रंग के और शेष बटन सफेद रंग के हैं। मतदान प्रारंभ होने से एक घंटे पूर्व पीठासीन अधिकारी प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं के समक्ष मशीन की तैयारी प्रारंभ करेंगे और कंट्रोल यूनिट का स्विच ऑन करने के कुछ क्षण पश्चात स्क्रीन पर प्रत्याशियों की क्रम संख्या प्रदर्शित होगी। पीठासीन अधिकारी टोटल का बटन दबाएंगे, जिससे स्क्रीन पर 0000 प्रदर्शित होगा। जिसका अर्थ होगा कि मशीन में पहले से कोई मत अंकित नहीं है। पीठासीन अधिकारी मशीन में ग्रीन पेपर सील व स्वयं द्वारा हस्ताक्षरित विशेष टैग लगाएंगे और ढक्कन बंद कर उसे टैग से सील करेंगे। पीठासीन अधिकारी अपनी टेबल पर रखे कंट्रोल यूनिट को बटन दबाकर ऑन करेंगे तो उस पर बिजी की लालबत्ती जलेगी और मतदान के लिए दूसरी टेबल पर रखे बैलेट यूनिट पर हरे रंग की रैडी बत्ती जलेगी। मतदान के दौरान हर एक घंटे बाद पीठासीन अधिकारी टोटल का बटन दबाकर तब तक पड़े मतों की कुल संख्या ज्ञात कर सकेंगे और मतदान समाप्ति पर पीठासीन अधिकारी की ओर से क्लोज का बटन दबाने के बाद मशीन में और कोई मत दर्ज नहीं हो सकेगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

लोकसभा आम चुनाव को लेकर 24 से 26 अप्रैल तक सूखा दिवस घोषित

बाड़मेर, 26 मार्च। आबकारी विभाग के संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार लोकसभा आम चुनाव 2024 के परिपेक्ष्य में सम्पूर्ण बाड़मेर व बालोतरा जिले म...