बाड़मेर, 26 सितंबर। बाड़मेर उन्नति परियोजना बायफ-केयर्न फाउडेंशन की ओर से काउखेड़ा ग्राम
की मेघवालांे की ढाणी मंे एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण एवं प्रेक्षत दिवस का आयोजन किया
गया। इस दौरान किसानांे को खरीफ फसल की उन्नत किस्मांे से रूबरू कराया गया।
इस दौरान काजरी के मुख्य वैज्ञानिक डा. डी.कुमार ने कहा कि कम बारिश के बावजूद
उन्नत किस्मांे के कारण अच्छी पैदावार हुई है। उन्हांेने किसानांे को खरीफ फसलांे के
लाभ एवं बीज उत्पादन तथा उनके रखरखाव के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। कृषक मगाराम
ने बताया कि खरीफ की फसलांे की तीन बार निराई गुड़ाई की गई है। उसको करीब 5 क्विंटल उत्पादन मिलने
की उम्मीद है। केयर्न इंडिया के भानुप्रतापसिंह ने खेती किसानी के विविध पहलूआंे के
बारे मंे जानकारी देते हुए अधिकाधिक लोगांे की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही।
बायफ के डा.राघवेन्द्र दुबे ने वाड़ी परियोजना के जरिए बेर उत्पादन एवं फसल सुरक्षा
के बारे मंे जानकारी दी। इस दौरान एच.डी.शर्मा एवं परियोजना अधिकारी नगीन पटेल ने किसान
संगठन बनाकर बनाकर अच्छे उत्पादन को बाजार से जोड़ने की बात कही। प्रशिक्षण मंे आसपास
के छह गांवांे के किसान शामिल हुए। इस अवसर पर हरखाराम, साले मोहम्मद, आर.के.पठान एवं दिलीप
सिंह समेत कई किसानांे ने अपने अनुभव बताए।
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