जिले के 10 गांवांे का रेंडम
रूप से चयन करने के उपरांत सर्वेक्षण होगा
बाड़मेर, 17 जुलाई। शहरी स्वच्छ सर्वेक्षण की तर्ज पर आगामी एक अगस्त से स्वच्छ सर्वेक्षण
ग्रामीण होगा। इसके जरिए जन समुदाय मंे स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता लाने का प्रयास
किया जाएगा।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि केन्द्र सरकार
ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 13 जुलाई को नई दिल्ली से लांच किया है। इसके तहत 1 से 31 अगस्त तक पेयजल एवं
स्वच्छता मंत्रालय की ओर से अधिकृत एजेन्सी प्रत्येक जिले के 10 ग्रामों का रेंडम
रूप से चयन करने के उपरांत सर्वेक्षण करेगी। इसमंे ग्राम स्वच्छता के लिए ठोस एवं तरल
कचरा प्रबंधन, सार्वजनिक स्थल स्कूल, आंगनबाड़ी, उप स्वास्थ केन्द्र, ग्रामीण बाजार एवं धार्मिक स्थलों की स्वच्छता एवं शौचालयों की उपलब्धता के साथ
ग्रामीणों से स्वच्छता एप, आमसभा एवं जन प्रतिनिधियों एवं ग्राम स्तरीय कर्मचारियों से सीधी वार्ता कर उनके
विचार एवं सुझाव लेकर स्वच्छता की जागरूकता के विषय में आंकलन किया जाएगा। नेहरा ने
बताया कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य जन समुदाय में स्वच्छता के प्रति संवेदनशीलता लाने
के साथ जन भागीदारी के जरिए अभिशंषा प्राप्त कर सुधार करना है। इस सर्वेक्षण में जिलों
का आंकलन कर उनकी वरियता तय की जाएगी। साथ ही पूरे देश मंे ग्रामों एवं जिलों की वरियता
क्रमांक तय करने के साथ आगामी 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयन्ती के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार दिया
जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें