बाड़मेर, 01 जून। राज्य सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं के इलेक्ट्रोनिक सेवा प्रदायगी के
प्रयास से अधिकाधिक लोगों को जोड़ने एवं डिजीटल साक्षरता को बढावा देने के उद्देश्य
से ई-सखी योजना आरम्भ की है। इस योजना का क्रियान्वयन आरकेसीएल के माध्यम से किया जाएगा।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक मोहनकुमारसिंह चौधरी ने बताया कि ई-सखी
योजना के तहत 20-35 वर्ष एवं न्यूनतम बारहवीं कक्षा तक उत्तीर्ण महिला का चयन किया जाएगा। संबंधित
के पास स्मार्ट फोन मोबाइल एवं ई मेल आई डी होनी चाहिए। इनको समुचित दक्षता से कार्य
करने पर ई-सखी होने का प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। जिले में प्रत्येक गांव से 4 से 5 तथा शहरी क्षेत्र
के प्रत्येक वार्ड से 10 ‘‘ई-सखियों‘‘ का चयन किया जाएगा।
यह अभियान दिसंबर 2018 तक चलेगा। चौधरी ने बताया कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बाड़मेर जिले में
मास्टर ट्रेनर नियुक्त करने के साथ इनको राज्य स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया है। यह मास्टर
ट्रेनर आईटी ज्ञान केन्द्रों के संचालकों को जिला स्तर पर भगवान महावीर टाउन हाल मंे
5 एवं 6 जून को प्रातः 9.30 से 6 बजे तक प्रशिक्षण
देंगे। यह प्रशिक्षण के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक मोहन कुमारसिंह
एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक जसवंत गौड़ के निर्देशन मंे होगा। इसके उपरांत
इच्छुक ई-सखियों को यह प्रशिक्षण अधिसूचित आईटी ज्ञान केन्द्रों पर सूचना प्रोद्यौगिकी
और संचार विभाग एवं सांख्यिकी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दिया जाएगा। प्रशिक्षण
के पश्चात ई-सखी अपने गांव-शहरी क्षेत्र के कम से कम 100 लोेगों को विभिन्न
प्रकार की सेवाएं डिजिटल प्रक्रिया से लेने के लिए प्रशिक्षित करेगी। ई-सखी समय-समय
पर सरकार की ओर से आई-टी के क्षेत्र में की जाने वाली पहल तथा अन्य नवाचारों में भी
लोगों को प्रतिभागिता के लिए प्रोत्साहित करेगी।
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