आमजन को मिल सकेंगे
हस्तनिर्मित विभिन्न उत्पाद
बाड़मेर, 28 दिसंबर। जिला मुख्यालय पर पांच दिवसीय अमृता हाट का शुभारंभ गुरूवार को राजकीय
उच्च माध्यमिक विद्यालय स्टेशन रोड़ मंे हुआ। अमृता हाट मंे प्रदेश के 11 जिलांे के महिला स्वयं
सहायता समूहों के हस्तनिर्मित उत्पादांे की स्टालें लगाई गई है।
महिला अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित अमृता हाट का विधिवत उदघाटन अतिरिक्त
जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
रामेश्वरलाल मेघवाल, महिला अधिकारिता निदेशालय के लेखाधिकारी चौथमल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.कमलेश चौधरी एवं नगर
परिषद के अधिशाषी अभियंता दीपक गुप्ता ने किया। इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी
अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से अमृता हाट आयोजन की पहल से महिला
के उत्पादों के विपणन को बढ़ावा मिलता है। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनती है। यह एक बहुत
अच्छा प्लेटफॉर्म है जिससे महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन
मिलता है। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई ने कहा कि यह राज्य सरकार का महिलाओं
के लिए इनिसिएटिव प्रोग्राम है। उन्हांेने कहा कि इसके जरिए उच्च गुणवत्ता के उत्पाद
मिल सकेंगे। उन्हांेने कहा कि ऐसे आयोजनांे से स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के
विक्रय के लिए महिलाओं को एक मंच मिलता है। राजस्थान के किसी जिले की विशेष प्रसिद्ध
वस्तु अन्य जिलों के व्यक्तियों को ऐसे आयोजनों से आसानी से प्राप्त हो जाती है। अतिरिक्त
जिला पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल ने कहा कि महिलाएं अपने उत्पाद ऑनलाईन विक्रय
करने के लिए नमूनों को ऑनलाईन करें। ताकि उत्पादों की बिक्री को बढ़ाया जा सके। इससे
पहले अतिथियांे ने सरस्वती मां की तस्वीर के आगे दीप प्रज्जवलित कर मेले का शुभारंभ
किया। महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक प्रहलादसिंह राजपुरोहित ने मंचासीन अतिथियों
का परिचय कराते हुए स्वागत किया। इस दौरान राजपुरोहित ने कहा कि समूह अपने उत्पाद की
उच्च गुणवत्ता एवं वाजिब दाम पर उत्पादों का विक्रय करें। समारोह के अंत मंे महिला
एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक जीतेन्द्रसिंह नरूका ने आगंतुकांे का आभार जताते
हुए कहा कि बाड़मेर के धनाऊ एवं चौहटन क्षेत्र में हस्तनिर्मित उच्च गुणवत्ता कशीदाकारी
का सामान वाजिब दामांे पर उपलब्ध है। जबकि यही सामान बड़े बाजारों में लागत से पांच
गुणा अधिक मूल्य पर मिलता है। उन्हांेने कहा कि इस तरह के मेलों से ऐसे सामान की बिक्री बढ़ने से आमजन को लाभ
मिलता है। कार्यक्रम का संचालन राजकीय एमबीसी महिला महाविद्यालय के प्रवक्ता मुकेश
पचौरी ने किया। इस दौरान अतिथियांे ने अमृता हाट मंे लगी विभिन्न उत्पादांे की 61 स्टालांे का अवलोकन
किया।
विभिन्न उत्पादांे की सजी स्टालें : अमृता हाट मंे जोधपुर संभाग एवं अन्य जिलों से आए महिला स्वयं सहायता समूहों
के महिला सदस्यों की हस्त निर्मित विभिन्न उत्पाद जैसे मिट्टी के बर्तन, गर्मपट्टू , मूंग पापड़, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेड गारमेंट, श्रृंगार का सामान, आचार, मुरब्बा, घर का साज-सज्जा का
सामान, टेरीकोटा, मीनाकारी, नेट की साड़िया, सूट, मनिहारी, पूजा थाली, मार्बल की मूर्तिया, जूट का सामान, कठपूतलिया, कशीदे का सामान, केर, सांगरी, कुमठिया, व खाने-पीने के विभिन्न उत्पादांे की स्टाल लगाई गई है।
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