बाड़मेर, 10 मई। राज्य सरकार की एक मुश्त समझौता योजना से अधिकाधिक किसानांे को लाभांवित करवाएं।
इसके लिए जन प्रतिनिधियांे से सहयोग लेने के साथ विभिन्न माध्यमांे के जरिए इसका अधिकाधिक
प्रचार-प्रसार किया जाए। जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम.नकाते ने जिला मुख्यालय पर भूमि
विकास बैंक के ऋण वितरण,वसूली एवं अन्य गतिविधियों की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम.नकाते ने कहा कि ऋणी किसानों को पुराने अवधि पार ऋणों
चुकाने के लिए 30 अप्रैल तक 50 प्रतिशत तक की छूट प्रदान की गई थी। यह छूट 30 अप्रैल से बढ़ाकर 30 जून तक कर दी गई है। उन्हांेने कहा कि ब्याज अनुदान योजना समेत अन्य फ्लेगशिप
योजनाओं से आमजन को लाभांवित करने के लिए वृहद स्तर पर प्रयास किए जाए। जिला कलक्टर
नकाते ने कहा कि बैंक प्रबंधन उनको आवंटित लक्ष्य की पूर्ति करना सुनिश्चित करें। बैठक
के दौरान बैंक प्रशासक एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बैंक
की ओर से आमजन के कल्याणार्थ किए गए प्रयासांे की जानकारी दी। बैंक सचिव एवं उप रजिस्ट्रार
जितेन्द्र कुमार गोदारा ने बैंक की विभिन्न गतिविधियों की प्रगति के साथ साथ उप रजिस्ट्रार
कार्यालय की रिपोर्ट प्रस्तुत की। गोदारा ने बताया कि एक मुश्त समझौता योजना के तहत
1 जुलाई, 2016 को 10 वर्ष से अधिक के अवधिपार
ऋणी किसानों को बकाया अवधिपार राशि जमा कराने पर अवधिपार ब्याज में 50 प्रतिशत, 6 वर्ष से अधिक परन्तु
10 वर्ष तक के अवधिपार
ऋणी किसानों को 40 प्रतिशत एवं एक वर्ष से अधिक परन्तु 6 वर्ष तक के अवधिपार ऋणी किसानों को 30 प्रतिशत छूट दी जा रही है। इस योजना में ऋणी किसानों का दंडनीय ब्याज एवं वसूली
खर्च की राशि को माफ किया जा रहा है। उन्हांेने बताया कि ऐसे अवधिपार ऋणी किसान जिनकी
मृत्यु हो चुकी है, उनके परिवार को किसान की मृत्यु तिथि से संपूर्ण ब्याज, दंडनीय ब्याज एवं वसूली
खर्च को पूर्णतया माफ कर राहत दी गई है। जिला कलक्टर ने बैंक सचिव को एकमुश्त समझौता
योजना का वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। ताकि अधिकाधिक किसानांे
को लाभांवित किया जा सके।
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