गुरुवार, 23 सितंबर 2021

रीट-2021 की तैयारियों को लेकर सीएम ने वीसी के माध्यम से समीक्षा

सभी अभ्यर्थियों को मिलेगी निःशुल्क यात्रा की सुविधा

पेपर लीक एवं नकल में संलिप्त सरकारी कर्मी होगा बर्खास्त
बाड़मेर, 23 सितम्बर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 में शामिल होने वाले सभी अभ्यर्थियों को निःशुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि रोडवेज की बसों के अलावा पर्याप्त संख्या में निजी बसों की व्यवस्था कर समस्त अभ्यर्थियों को निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक, डमी केन्डीडेट बैठाने एवं नकल कराने जैसे प्रकरणों में किसी भी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी की संलिप्तता पाए जाने पर उसे सेवा से बर्खास्त किया जाए। साथ ही, किसी निजी स्कूल के कार्मिक अथवा स्कूल से जुड़े व्यक्ति की संलिप्तता पाई गई तो संबंधित स्कूल की मान्यता स्थायी रूप से समाप्त कर दी जाए।
  श्री गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर रीट की तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित उच्च-स्तरीय बैठक को संबोधित कर रहे थे। जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर लोक बंधु, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा समेत परीक्षा से जुड़े अधिकारियो ने भाग लिया।
    इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल गिरोह द्वारा नकल कराने जैसे प्रकरण सामने आने के बाद अभ्यर्थियों की मेहनत पर पानी फिर जाता है। ऐसे में, इन नकल गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा केन्द्र पर लापरवाही नहीं बरती जाए। परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए कि प्रश्न पत्रों के प्रिटिंग प्रेस से परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचने और वहां खोलने तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा में शामिल हो रहे अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएं।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि रीट-2021 सहित भविष्य में होने वाली समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक एवं नकल जैसी घटना होने पर सभी जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा में शामिल होने वाले हमारे नौजवान अभ्यर्थी आने वाले समय में प्रदेश का भविष्य है। ऐसे में परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों विशेषकर महिला अभ्यर्थियों को ठहरने एवं खाने-पीने की परेशानी हो, तो जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं स्वयंसेवी संस्थान आगे बढ़कर इन अभ्यर्थियों की मदद करें। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर जिले में स्वयंसेवी संस्थाओं से बात कर उन्हें मदद के लिए तैयार करें।
श्री गहलोत ने कलेक्टर-एसपी को निर्देश दिए कि रीट परीक्षा के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनी रहे यह सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, वे निरंतर भ्रमण कर व्यवस्थाओं की निगरानी करें। उन्होंने हर जिले में कन्ट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि अभ्यर्थी विशेषकर महिला अभ्यर्थी किसी तरह की परेशानी होने पर सूचना दे सकें।
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